अयोध्या से जनकपुर के लिए आज निकलेगी राम बारात:6 दिसंबर को जनकपुर तिरुपति के 40 पंडित कराएंगे विवाह, राजा दशरथ बनेंगे चंपत राय

अयोध्या से जनकपुर के लिए अयोध्या के कारसेवकपुर में आज सुबह श्रीराम की बारात रवाना होने जा रही है। यह बारात 3 दिसंबर को जनकपुर पहुंचेगी जहां विवाह की 3 दिनों की रस्म अदायगी के बाद 6 दिसंबर को जनकपुर के सीता मंदिर में हजारों भक्तों की मौजूदगी में बेहद भव्य वातावरण में सीता संग श्रीराम का विवाह होगा।यह विवाह मूर्तियों का होगा पर भगवान श्रीराम चारो भैया के स्वरूप भी अयोध्या से रवाना हो रहे हैं।भगवती सीता का स्वरूप जनकपुर से रहेगा।यह स्वरूप भी विवाह की रस्म से जुड़ेंगे। अयोध्या से रवाना होने वाली बारात में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से सीधे जनकपुर पहुचेंगे जो राजा दशरथ की भूमिका में रहेंगे।अयोध्या के महंत राम अवतार दास गुरू वशिष्ठ की भूमिका में 200 बारातियों के साथ अयोध्या से रवाना हो रहे हैं।यात्रा में अयोध्या े अनेक महंत शामिल होकर परम आनंद का अनुभव कर रहे हैं।राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार श्रीराम बारात में देश भर का प्रतिनिधित्व दिखाई देगा। लगभग 17 प्रांतों के रामभक्त बारात में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंच गए हैं। 26 नवंबर अर्थात आज सुबह 08ः30 बजे निकलने वाली बारात के लिए चार विशेष रथ को भी तैयार किया गया है, जिसमें एक पर 51 तीर्थों का जल रहेगा। बारात में दूल्हा बने चारों भाइयों के स्वरूप के साथ मूर्तियों को भी शामिल किया जाएगा। तकरीबन 500 बाराती जनकपुर पहुंचेंगे। तिरुपति के 40 पंडित विवाह संपन्न कराएंगे।अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में निकलने वाली श्रीराम बारात की तैयारी को अंतिम रूप दिया गया है। आज 26 नवंबर को बड़े धूमधाम से यह बारात रामसेवक पुरम से रवाना होगी। यात्रा के प्रभारी और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने बताया कि चार रथ यात्रा में होंगे। श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुहन के स्वरूप होंगे। एक रथ में जिस प्रकार से त्रेता युग में राम की बारात में सभी तीर्थ गए थे इसलिए भारतवर्ष के 51 तीर्थों का जल इस बार बारात में जा रहा है। उनके प्रतीक के रूप में एक तीर्थरथ को तैयार किया गया है। एक रथ में श्री सीताराम कल्याण विवाह महोत्सव की प्रतिमा होंगी। इसमें तिरुपति बालाजी से लगभग 40 पंडितों की टीम आ रही है, जो सीधे जनकपुर पहुंचेगी। 6 दिसंबर को विवाह पंचमी के दिन प्रात 9ः00 बजे श्री सीताराम विवाह महोत्सव के कार्यक्रम को संपन्न करेगी। उन्होंने बताया कि यहां से लगभग 200 बारातियों को तैयार किया गया है, लेकिन जनकपुर तक पहुंचाते हुए यह संख्या बढ़कर 500 के करीब पहुंच जाएगी। इस बार बारात में लगभग 17 प्रांतों के लोग शामिल होंगे। दक्षिण भारत के साथ ही मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र से भी लोग इसमें शामिल होंगे। वहीं श्री राम विवाह महोत्सव के दौरान वर पक्ष की तरफ से दिए जाने वाले बैना के लिए मध्य प्रदेश सरकार और महाकाल मंदिर के द्वारा भक्तों में वितरित करने के लिए एक लाख ग्यारह हजार ग्यारह सौ ग्यारह देशी घी से बने लड्डू को भेजा गया है, जिसे एक ख़ास गत्ते में पैक किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज के मुताबिक इन सभी लड्डू के गत्तों को जनकपुर ले जाया जाएगा। इसके साथ ही और भी कई नेग को देने के लिए तैयार किया गया है।

Nov 26, 2024 - 07:25
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अयोध्या से जनकपुर के लिए आज निकलेगी राम बारात:6 दिसंबर को जनकपुर तिरुपति के 40 पंडित कराएंगे विवाह, राजा दशरथ बनेंगे चंपत राय
अयोध्या से जनकपुर के लिए अयोध्या के कारसेवकपुर में आज सुबह श्रीराम की बारात रवाना होने जा रही है। यह बारात 3 दिसंबर को जनकपुर पहुंचेगी जहां विवाह की 3 दिनों की रस्म अदायगी के बाद 6 दिसंबर को जनकपुर के सीता मंदिर में हजारों भक्तों की मौजूदगी में बेहद भव्य वातावरण में सीता संग श्रीराम का विवाह होगा।यह विवाह मूर्तियों का होगा पर भगवान श्रीराम चारो भैया के स्वरूप भी अयोध्या से रवाना हो रहे हैं।भगवती सीता का स्वरूप जनकपुर से रहेगा।यह स्वरूप भी विवाह की रस्म से जुड़ेंगे। अयोध्या से रवाना होने वाली बारात में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से सीधे जनकपुर पहुचेंगे जो राजा दशरथ की भूमिका में रहेंगे।अयोध्या के महंत राम अवतार दास गुरू वशिष्ठ की भूमिका में 200 बारातियों के साथ अयोध्या से रवाना हो रहे हैं।यात्रा में अयोध्या े अनेक महंत शामिल होकर परम आनंद का अनुभव कर रहे हैं।राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार श्रीराम बारात में देश भर का प्रतिनिधित्व दिखाई देगा। लगभग 17 प्रांतों के रामभक्त बारात में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंच गए हैं। 26 नवंबर अर्थात आज सुबह 08ः30 बजे निकलने वाली बारात के लिए चार विशेष रथ को भी तैयार किया गया है, जिसमें एक पर 51 तीर्थों का जल रहेगा। बारात में दूल्हा बने चारों भाइयों के स्वरूप के साथ मूर्तियों को भी शामिल किया जाएगा। तकरीबन 500 बाराती जनकपुर पहुंचेंगे। तिरुपति के 40 पंडित विवाह संपन्न कराएंगे।अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में निकलने वाली श्रीराम बारात की तैयारी को अंतिम रूप दिया गया है। आज 26 नवंबर को बड़े धूमधाम से यह बारात रामसेवक पुरम से रवाना होगी। यात्रा के प्रभारी और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने बताया कि चार रथ यात्रा में होंगे। श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुहन के स्वरूप होंगे। एक रथ में जिस प्रकार से त्रेता युग में राम की बारात में सभी तीर्थ गए थे इसलिए भारतवर्ष के 51 तीर्थों का जल इस बार बारात में जा रहा है। उनके प्रतीक के रूप में एक तीर्थरथ को तैयार किया गया है। एक रथ में श्री सीताराम कल्याण विवाह महोत्सव की प्रतिमा होंगी। इसमें तिरुपति बालाजी से लगभग 40 पंडितों की टीम आ रही है, जो सीधे जनकपुर पहुंचेगी। 6 दिसंबर को विवाह पंचमी के दिन प्रात 9ः00 बजे श्री सीताराम विवाह महोत्सव के कार्यक्रम को संपन्न करेगी। उन्होंने बताया कि यहां से लगभग 200 बारातियों को तैयार किया गया है, लेकिन जनकपुर तक पहुंचाते हुए यह संख्या बढ़कर 500 के करीब पहुंच जाएगी। इस बार बारात में लगभग 17 प्रांतों के लोग शामिल होंगे। दक्षिण भारत के साथ ही मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र से भी लोग इसमें शामिल होंगे। वहीं श्री राम विवाह महोत्सव के दौरान वर पक्ष की तरफ से दिए जाने वाले बैना के लिए मध्य प्रदेश सरकार और महाकाल मंदिर के द्वारा भक्तों में वितरित करने के लिए एक लाख ग्यारह हजार ग्यारह सौ ग्यारह देशी घी से बने लड्डू को भेजा गया है, जिसे एक ख़ास गत्ते में पैक किया गया है। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज के मुताबिक इन सभी लड्डू के गत्तों को जनकपुर ले जाया जाएगा। इसके साथ ही और भी कई नेग को देने के लिए तैयार किया गया है।

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