आगरा में छात्र नेताओं को किया नजरबंद:दीक्षांत समारोह के विरोध की घोषणा की थी, अलग-अलग थानों में कुछ हिरासत में
आगरा के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के दौरान छात्र नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। कई छात्र नेताओं को अलग-अलग थानों में बैठाया हुआ है। छात्र नेताओं ने दीक्षांत समारोह का विरोध करने की घोषणा की थी। हर साल दीक्षांत समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति में छात्रों की समस्याओं को उठाने वाले छात्र नेताओं को हिरासत में ले लिया जाता है। 90वें दीक्षांत समारोह से पहले छात्र नेता पिछले कई दिनों से छात्र संघ चुनाव की बहाली, छात्र समस्याओं को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। धरना दे रहे थे। दो दिन पहले ही छात्र संगठनों ने दीक्षांत समारोह के विरोध की घोषणा की थी। इसे लेकर खंदारी परिसर में पोस्टर भी चिपकाए थे। कहा था कि अगर छात्र संघ चुनाव कराने की तिथि घोषित नहीं की जाएगी, तब तक दीक्षांत समारोह नहीं कराने दिया जाएगा। विश्वविद्यालय ने दी थी एप्लीकेशन बताया जा रहा है कि पुलिस के पास विश्वविद्यालय प्रशासन के पास एक एप्लीकेशन पहुंची है, जिसमें 32 से ज्यादा छात्र नेताओं के नाम हैं। कहा गया है कि यह राज्यपाल के सामने विश्वविद्यालय की छवि खराब करने की कोशिश कर सकते हैं। साथ ही विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी करते हैं। इसके बाद पुलिस ने सोमवार रात को ही कई छात्र नेताओं को हिरासत में ले लिया। कुछ को उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया। ट्रांसपोर्ट नगर चौकी पर हैं छात्र नेता पुलिस ने पांच से छह छात्र नेताओं को ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी पर बैठाया हुआ है। इनमें एनएसयूआई के अपूर्वा शर्मा, अंकुश गौतम आदि हैं। थाना शाहगंज में निर्वेश शर्मा को रात से बैठाया हुआ है। समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष पंकज कसाना आदि को भी हिरासत में लिया है। एनएसयूआई के गौरव शर्मा का कहना है कि पुलिस का कहना है कि राज्यपाल के जाने के बाद ही जाने दिया जाएगा।
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