उद्योग उन्नयन योजना के तहत 250 इकाइयां होंगी स्थापित:परियोजना की लागत का 35 फीसदी मिलेगा अनुदान, इकाइयों की स्थापना से मिलेगा रोजगार
बलरामपुर। जिले में इच्छुक लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उद्यान विभाग सक्रिय रूप से काम कर रहा है। विभाग खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करेगा, जिससे जनपद में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत, उद्यान विभाग वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करेगा। 250 इकाइयों का लक्ष्य बलरामपुर जनपद को 250 खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को स्थापित करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इस योजना के तहत युवाओं को परियोजना की लागत का 35 फीसदी और अधिकतम 10 लाख रुपये का अनुदान मिलेगा, जो कि उनकी उद्यमिता को बढ़ावा देने में मदद करेगा। बागवानी में संभावनाएं जिले में बागवानी और सब्जियों का बड़ा क्षेत्रफल है, लेकिन आंधी और अन्य प्राकृतिक कारणों से प्रतिवर्ष कई फल और सब्जियां अपरिपक्व अवस्था में गिरकर बर्बाद हो जाती हैं। इससे किसानों को सही मूल्य नहीं मिल पाता, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान होता है। इसे देखते हुए, उद्यान विभाग फलों और सब्जियों के प्रसंस्करण के लिए अचार, मुरब्बा, चटनी, पापड़ आदि बनाने के लिए इकाइयां लगाने पर जोर दे रहा है। विभिन्न उद्योगों का समावेश योजना के तहत बेकरी उद्योग, पशु एवं मुर्गी दाना उद्योग, चावल मिल, आटा चक्की, दूध एवं फल प्रसंस्करण, हर्बल उद्योग, मसाले की इकाइयां, मशरूम प्रसंस्करण, गुड़ का क्रशर, शहद प्रसंस्करण, अचार, मुरब्बा, नमकीन, मिठाई, सिरका, जूस आदि की इकाइयां शामिल हैं। उद्यान अधिकारी की टिप्पणी जिला उद्यान अधिकारी संतोष कुमार दूबे ने कहा कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के तहत जनपद में 250 इकाइयों के स्थापना और पुरानी इकाइयों के उन्नयन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इन इकाइयों के माध्यम से युवा न केवल अपने लिए रोजगार सृजन कर सकेंगे, बल्कि दूसरों को भी रोजगार देने में सक्षम होंगे। विभाग इस संबंध में वित्तीय और तकनीकी सहायता भी प्रदान कर रहा है। इस पहल के माध्यम से बलरामपुर जनपद में उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है।
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