एयर इंडिया की फ्लाइट में मंत्रोच्चार से बची जान:डॉक्टर ने दी थी पाकिस्तान में लैंड की सलाह, महिला बोली- लोक-परलोक दोनों दिखने लगे थे

एयर इंडिया की फ्लाइट में मृत्युशैया पर लेटी एक महिला की जान मंत्र जाप से ही बचाई जा सकी। महिला की सांसें पहले से ही चल रही थीं और अगर 260 यात्रियों वाली फ्लाइट को मेडिकल इमरजेंसी में आधी रात को कराची जाना पड़ता तो और भी दिक्कतें खड़ी हो सकती थीं। ऐसे में अमृतसर की रहने वाली आध्यात्म में विश्वास रखने वाली महिला यशोदा शंकर ने सिर्फ पांच मिनट मंत्र जाप किया और महिला पूरी तरह स्वस्थ हो गई। अब फ्लाइट के पायलट ने वीडियो शेयर कर इस घटना की जानकारी दी है। और इससे हर कोई हैरान है। सनातन धर्म में मंत्र जाप और आयुर्वेद का महत्व वही समझ सकता है जिसने इसे अपने जीवन में अनुभव किया हो। यह एक असाधारण घटना है। दुबई से जमीन से हजारों फीट ऊपर उड़ रहे एयर इंडिया के विमान में यात्रा कर रही कोलकाता की एक महिला अचानक बेहोश हो गई। पाकिस्तानी क्षेत्र में था विमान यह विमान दुबई से मुंबई आ रहा था। शनिवार रात करीब डेढ़ बजे विमान पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में था। विमान में एक डॉक्टर यात्री था। उसने महिला की जांच की और मेडिकल इमरजेंसी के तहत विमान को तुरंत लैंड करने को कहा। डॉक्टर ने बताया कि महिला की सांसें रुक रही थीं और उसकी नब्ज भी कम हो रही थी। ऐसे में पायलट ने पाकिस्तान से विमान को अपने एयरपोर्ट पर लैंड करने की इजाजत मांगी। प्रोटोकॉल के मुताबिक मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में फ्लाइट को नजदीकी एयरपोर्ट पर लैंड करना होता है और उस समय नजदीकी एयरपोर्ट कराची था। अमृतसर की महिला ने दिया जीवन दान हालांकि अनुमति मिलने में काफी समय लग रहा था। महिला की सांसें थम रही थीं। उसकी स्थिति देखकर विमान में सवार सभी यात्री भी परेशान था, पर कोई कुछ नहीं कर पाया। ऐसे में अमृतसर की एक युवती यशोदा शंकर ने विमान के क्रू मेंबर्स से कहा कि वह डाक्टर नहीं है, पर आध्यात्म के जरिये महिला का जीवन रक्षण करने का प्रयास कर सकती है। क्रू मेंबर्स ने उन्हें अनुमति दे दी और फिर प्रतीक्षा करने लगे। यशोदा ने महिला के आज्ञा चक्र यानी मस्तिष्क के मध्य भाग जहां तिलक लगाया जाता है, पर हाथ रखा और ईश्वर की स्तुति की। उन्होंने इस दौरान ईष्ट नारायण खिल गुरो भगवन्नमस्ते श्लोक का उच्चारण बार बार किया। लगभग पांच मिनट बाद महिला की धड़कनें चलने लगीं और वह उठ खड़ी हुई।होश में आने के बाद महिला ने अपना नाम कोलकाता की रहने वाली कृष्णा भौमिक बताया। उसने कहा कि जब वह बेसुध हुई तो उसे लगा की अब जीवन का अंतिम क्षण आ गया है। मेरी आंखें बंद हुईं और शरीर निढाल हो गया। लोक परलोक दोनों दिखाई देने लगे। कुल मिलाकर मैं इस दुनिया से शून्य हो चुकी थी। अब मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि मैं मृत्यु पर विजय प्राप्त कर पुन: लौटी हूं। कृष्णा ने यशोदा का कोटि-कोटि धन्यवाद किया। यात्रियों ने पैर छुए और सेल्फी ली महिला ने भावुक होकर यशोदा को कुछ राशि भेंट करने की कोशिश की, पर यशोदा ने इससे इंकार कर दिया। महिला की सांसें चलते देखकर विमान में सवार कुछ यात्रियों ने यशोदा के चरणों को स्पर्श किया और सेल्फी भी ली।विमान में सवार सभी यात्री भी हतप्रभ रह गए। यशोदा ने कहा कि आध्यात्म में बहुत शक्ति है। वह निम्बार्क संप्रदाय वैष्णव की साधक हैं और और वर्तमान में मुंबई में रहती हैं। मेरे ईष्ट ने कृपा की। यह चमत्कार नहीं है, अपितु नारायण की कृपा से हुआ है। ईष्ट को प्रणाम कर उन्हें अंर्तमन से स्मरण किया। मुझे पूर्ण विश्वास था कि ईश्वर इन्हें स्वस्थ्य कर देंगे।एक तरफ जहां नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डा. नवजोत कौर की कैंसर से मुक्ति पर इस वक्त बड़ी बहस छिड़ी है। नवजोत सिद्धू ने इसे आयुर्वेद माना है, वहीं डाक्टर इसे नकार रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अध्यात्म ने हजारों फीट उंचाई पर बेसुध पड़ी एक महिला का जीवन रक्षण किया। इससे स्पष्ट है कि आयुर्वेद और अध्यात्म का भी चिकित्सा में बड़ा महत्व है।

Nov 25, 2024 - 13:20
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एयर इंडिया की फ्लाइट में मंत्रोच्चार से बची जान:डॉक्टर ने दी थी पाकिस्तान में लैंड की सलाह, महिला बोली- लोक-परलोक दोनों दिखने लगे थे
एयर इंडिया की फ्लाइट में मृत्युशैया पर लेटी एक महिला की जान मंत्र जाप से ही बचाई जा सकी। महिला की सांसें पहले से ही चल रही थीं और अगर 260 यात्रियों वाली फ्लाइट को मेडिकल इमरजेंसी में आधी रात को कराची जाना पड़ता तो और भी दिक्कतें खड़ी हो सकती थीं। ऐसे में अमृतसर की रहने वाली आध्यात्म में विश्वास रखने वाली महिला यशोदा शंकर ने सिर्फ पांच मिनट मंत्र जाप किया और महिला पूरी तरह स्वस्थ हो गई। अब फ्लाइट के पायलट ने वीडियो शेयर कर इस घटना की जानकारी दी है। और इससे हर कोई हैरान है। सनातन धर्म में मंत्र जाप और आयुर्वेद का महत्व वही समझ सकता है जिसने इसे अपने जीवन में अनुभव किया हो। यह एक असाधारण घटना है। दुबई से जमीन से हजारों फीट ऊपर उड़ रहे एयर इंडिया के विमान में यात्रा कर रही कोलकाता की एक महिला अचानक बेहोश हो गई। पाकिस्तानी क्षेत्र में था विमान यह विमान दुबई से मुंबई आ रहा था। शनिवार रात करीब डेढ़ बजे विमान पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में था। विमान में एक डॉक्टर यात्री था। उसने महिला की जांच की और मेडिकल इमरजेंसी के तहत विमान को तुरंत लैंड करने को कहा। डॉक्टर ने बताया कि महिला की सांसें रुक रही थीं और उसकी नब्ज भी कम हो रही थी। ऐसे में पायलट ने पाकिस्तान से विमान को अपने एयरपोर्ट पर लैंड करने की इजाजत मांगी। प्रोटोकॉल के मुताबिक मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में फ्लाइट को नजदीकी एयरपोर्ट पर लैंड करना होता है और उस समय नजदीकी एयरपोर्ट कराची था। अमृतसर की महिला ने दिया जीवन दान हालांकि अनुमति मिलने में काफी समय लग रहा था। महिला की सांसें थम रही थीं। उसकी स्थिति देखकर विमान में सवार सभी यात्री भी परेशान था, पर कोई कुछ नहीं कर पाया। ऐसे में अमृतसर की एक युवती यशोदा शंकर ने विमान के क्रू मेंबर्स से कहा कि वह डाक्टर नहीं है, पर आध्यात्म के जरिये महिला का जीवन रक्षण करने का प्रयास कर सकती है। क्रू मेंबर्स ने उन्हें अनुमति दे दी और फिर प्रतीक्षा करने लगे। यशोदा ने महिला के आज्ञा चक्र यानी मस्तिष्क के मध्य भाग जहां तिलक लगाया जाता है, पर हाथ रखा और ईश्वर की स्तुति की। उन्होंने इस दौरान ईष्ट नारायण खिल गुरो भगवन्नमस्ते श्लोक का उच्चारण बार बार किया। लगभग पांच मिनट बाद महिला की धड़कनें चलने लगीं और वह उठ खड़ी हुई।होश में आने के बाद महिला ने अपना नाम कोलकाता की रहने वाली कृष्णा भौमिक बताया। उसने कहा कि जब वह बेसुध हुई तो उसे लगा की अब जीवन का अंतिम क्षण आ गया है। मेरी आंखें बंद हुईं और शरीर निढाल हो गया। लोक परलोक दोनों दिखाई देने लगे। कुल मिलाकर मैं इस दुनिया से शून्य हो चुकी थी। अब मुझे ऐसा महसूस हो रहा है कि मैं मृत्यु पर विजय प्राप्त कर पुन: लौटी हूं। कृष्णा ने यशोदा का कोटि-कोटि धन्यवाद किया। यात्रियों ने पैर छुए और सेल्फी ली महिला ने भावुक होकर यशोदा को कुछ राशि भेंट करने की कोशिश की, पर यशोदा ने इससे इंकार कर दिया। महिला की सांसें चलते देखकर विमान में सवार कुछ यात्रियों ने यशोदा के चरणों को स्पर्श किया और सेल्फी भी ली।विमान में सवार सभी यात्री भी हतप्रभ रह गए। यशोदा ने कहा कि आध्यात्म में बहुत शक्ति है। वह निम्बार्क संप्रदाय वैष्णव की साधक हैं और और वर्तमान में मुंबई में रहती हैं। मेरे ईष्ट ने कृपा की। यह चमत्कार नहीं है, अपितु नारायण की कृपा से हुआ है। ईष्ट को प्रणाम कर उन्हें अंर्तमन से स्मरण किया। मुझे पूर्ण विश्वास था कि ईश्वर इन्हें स्वस्थ्य कर देंगे।एक तरफ जहां नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डा. नवजोत कौर की कैंसर से मुक्ति पर इस वक्त बड़ी बहस छिड़ी है। नवजोत सिद्धू ने इसे आयुर्वेद माना है, वहीं डाक्टर इसे नकार रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अध्यात्म ने हजारों फीट उंचाई पर बेसुध पड़ी एक महिला का जीवन रक्षण किया। इससे स्पष्ट है कि आयुर्वेद और अध्यात्म का भी चिकित्सा में बड़ा महत्व है।

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