कलश विसर्जन के साथ रुद्र महायज्ञ का हुआ समापन:लोगों की संक्रामक बीमारी और महामारी के प्रकोप से होगा बचाव
सोनभद्र के रामगढ़ कसारी स्थित भिखारी बाबा आश्रम परिसर में चल रहे नौ दिवसीय विराट रुद्र महायज्ञ का नौवें दिन कलश विसर्जन के साथ यज्ञ का समापन हुआ। श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की। इस दौरान समूचा यज्ञ स्थल जयकारे से गुंजायमान हो गया। वहीं जड़ी-बूटियों से निर्मित हवन सामग्री से आहुति दी गई। प्रतिदिन चलने वाले भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम के आयोजक और संयोजक भिक्षुक भिखारी जंगली दास दीनबंधु रमाशंकर गिरी महाराज ने बताया कि विराट रुद्र महायज्ञ का कलश विसर्जन के साथ समापन हो गया। जड़ी बूटियों से निर्मित हवन सामग्री से आहुति दी गई। ताकि वातावरण शुद्ध रहे। इससे लोगों को तरह-तरह की संक्रामक बीमारी और महामारी के प्रकोप से बचाव होगा। श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की। इस दौरान हर हर महादेव के जयकारे से समूचा यज्ञ स्थल गुंजायमान हो गया। प्रतिदिन चलने वाले भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। यज्ञाचार्य राधेकृष्ण तिवारी, आचार्य योगेश तिवारी व रेवती रमण तिवारी के जरिए यजमान विनीता गुप्ता, करूणा सिंह, सविता मिश्रा, कलावती चौबे, राधिका चौबे, राजकली देवी, रामा देवी, विमला देवी, कृष्णावती, भिखारी भोले सेवा ट्रस्ट की उपाध्यक्ष चिंता मौर्य, परमानंद मौर्य, राजेंद्र बाबा, शुभराम बाबा, जनक दुलारी आदि को वैदिक मंत्रोच्चार से पूजन-अर्चन करवाया। रुद्र महायज्ञ कार्यक्रम हवन एवं आरती के साथ संपन्न कराया। इसके अलावा कलश विसर्जन शिव सरोवर में कराया। प्रतिदिन चलने वाले भंडारा में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
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