कांगो में मिलिशिया ग्रुप ने 55 लोगों को मारा:कुल्हाड़ी से लोगों की हत्या की, हमलवारों से निपटने में संयुक्त राष्ट्र की सेना नाकाम
कांगो के पूर्वोत्तर इलाके में मिलिशिया लड़ाकों ने सोमवार को एक गांव पर हमला करके कम से कम 55 नागरिकों की हत्या कर दी। AP न्यूज के मुताबिक स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि मारे गए ज्यादातर लोग दूसरी जगहों से आए लोग हैं। रिपोर्ट के मुताबिक कोडेको मिलिशिया ग्रुप के लड़ाकों ने इटुरी राज्य के जाइबा गांव पर हमला किया। गांव के मुखिया एंटोइनटेट नजाले ने कहा कि लड़ाकों ने कई घरों को जला दिया है। ऐसे में हताहतों की संख्या और भी ज्यादा बढ़ सकती है। फिलहाल शवों की तलाश जारी है। नजाले ने कहा कि पूरा गांव हमले का शिकार हुआ है। उन्होंने कहा कि यूनाइटेड नेशन की पीस फोर्स और कांगो सरकार की सेना ने लड़ाकों से निपटने की कोशिश की लेकिन हमलावर इतने ज्यादा थे कि वे लोगों की जान बचाने में नाकामयाब रहे। जााइबा के रहने वाले मुम्बेरे डेविड ने बताया कि अधिकांश पीड़ित विस्थापित हैं, जिन्हें कुल्हाड़ी और बंदूकों से मारा गया। कोडेको के लडाकों के सितंबर में डजूगु में 20 नागरिकों मार डाला था। यह उसी इलाके में हुआ था, जहां सोमवार की रात हमला हुआ है। कोडेको के हमले में 3 साल में 1800 लोगों की मौत कोडेको मिलिशिया ग्रुप, कांगो के लेंदू समुदाय से जुड़ा हुआ है। अफ्रीकन सेंटर फॉर द स्टडी एंड रिसर्च ऑन टेररिज्म के मुताबिक कोडेको ग्रुप के हमले में 2022 से अब तक करीब 1,800 लोग मारे गए हैं। वहीं, 500 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। कांगो में कई दशक से संघर्ष जारी है। देश का पूर्वी हिस्सा सबसे ज्यादा प्रभावित है। इस इलाके में 120 से ज्यादा मिलिशिया ग्रुप एक्टिव हैं। ये सभी जमीन और खनिज के खदानों पर कंट्रोल करने की लड़ाई लड़ रहे हैं। कुछ ऐसे ग्रुप भी हैं जो अपने समुदाय की हिफाजत करने के लिए बनाए गए हैं। पिछले महीने पूर्वी कांगो में संघर्ष बढ़ गया जब रवांडा समर्थित विद्रोहियों ने उत्तरी किवु राज्य की राजधानी गोमा पर कब्जा कर लिया। यह इतुरी से लगभग 350 किमी दक्षिण में है। ............................................. कांगो से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... कांगो के गोमा शहर पर विद्रोहियों का कब्जा:एकतरफा सीजफायर का ऐलान किया; संघर्ष में अब तक 900 लोगों की मौत अफ्रीकी देश डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DR कांगो) के पूर्वी शहर गोमा में कई दिनों से सेना और विद्रोही ग्रुप M23 में संघर्ष जारी है। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक आज यानी मंगलवार को विद्रोहियों ने गोमा पर कब्जा कर लिया। इसके बाद उन्होंने एकतरफा सीजफायर का ऐलान कर दिया। पूरी खबर यहां पढ़ें...

कांगो में मिलिशिया ग्रुप ने 55 लोगों को मारा
कांगो में हाल ही में हुई एक दिल दहला देने वाली घटना में एक मिलिशिया ग्रुप ने कुल्हाड़ी से हमले करके 55 लोगों की हत्या कर दी। यह घटना उन क्षेत्रों में हुई जहां स्थिरता और सुरक्षा की जरूरत थी। इस खतरनाक हमले ने कांगो के नागरिकों के बीच दहशत फैला दी है। अनेक रिपोर्टों के अनुसार, हमले का यह सिलसिला अचानक शुरू हुआ और स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा कर दिया।
हमले की पृष्ठभूमि
कांगो में सुरक्षा की स्थिति काफी चिंताजनक है। विशेष रूप से पूर्वी कांगो में, जहां विभिन्न सशस्त्र समूहों का सक्रियता बढ़ रही है। हाल के वर्षों में, स्थानीय लोगों और मानवीय संगठनों ने बार-बार सहायता की मांग की है। इस बार, मिलिशिया ग्रुप ने अपनी नृशंसता को बढ़ाते हुए निर्दोष लोगों को अपना शिकार बनाया है।
संयुक्त राष्ट्र की सेना की नाकामी
हमले के बाद, संयुक्त राष्ट्र की सेना को सक्रिय रूप से कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन वे इस बार हमलावरों से निपटने में नाकाम साबित हुए। इस घटना ने यह सवाल खड़ा किया है कि जब तक सुरक्षा बल सक्रिय नहीं होते हैं, तब तक ऐसे हमले कैसे रोके जाएंगे? स्थानीय समुदाय ने संयुक्त राष्ट्र की सेना की कुंठा को लेकर चिंता जताई है।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय के नेताओं ने मिलिशिया ग्रुप की समाप्ति की मांग की है और सुरक्षा की स्थिति को सुधारने की जरूरत पर जोर दिया है। उन्होंने कहा है कि यदि तुरंत कार्रवाई नहीं की गई, तो और भी निर्दोष लोग हताहत हो सकते हैं।
यह घटना न केवल कांगो के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक गंभीर चिंता का विषय है। सुरक्षा, मानवाधिकार और मानवता की रक्षा के लिए सबको मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
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