कैंट रेलवे स्टेशन पर देवदूत बने जीआरपी के जवान:सर्कुलेटिंग एरिया में यात्री को आया हार्ट अटैक, सीपीआर देकर बचाई जान
वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया में जीआरपी के जवानों ने बीती रात एक श्रद्धालु की सीपीआर देकर जान बचा ली। धनबाद, झारखंड के रहने वाले अजय बौरी जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया में अचानक बेहोश होकर गिर गए। इस दौरान मौके पर मौजूद जीआरपी जवान सुधीर कुमार ने और गोविन्द चौबे ने यात्री की तत्काल मदद की और उसे सुधीर कुमार ने सीपीआर दिया। जिससे कुछ ही देर में उसे होश आ गया। इसके बाद उनका चिकित्सीय परिक्षण किया गया। कुछ देर विश्राम के बाद वो अपने दोस्त के साथ विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिए चले गए। इस दौरान जीआरपी इंचार्ज हेमंत सिंह भी वहां पहुंचे और यात्री को सीपीआर देने में मदद की। जिसके बाद उसे होश आ गया। इस सराहनीय कार्य की सीओ जीआरपी कुंवर प्रभात सिंह ने प्रशंसा की है। झारखण्ड से आये थे विश्वनाथ धाम दर्शन करने इस संबंध में जीआरपी थाना प्रभारी हेमंत सिंह ने बताया कि बीती रात पर सर्कुलेटिंग एरिया में अजय बौरी पुत्र दिलीप बौरी (36) निवासी ग्राम हीरापुर थाना तोपचांची जिला धनबाद झारखंड अपने दोस्त छोटेलाल राधवानी पुत्र महेंद्र राधवानी निवासी ग्राम फुलवार बस्ती थाना कतरास जिला धनबाद झारखंड के साथ काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करने पहुंचे थे। वाराणसी जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया में अचानक हार्ट अटैक के लक्षण के साथ गश खा कर अजय जमीन पर गिर गया और बेहोश हो गया। दोस्त ने शोर मचाया तो पहुंचे जीआरपी जवान उन्होंने बताया दोस्त छोटेलाल द्वारा शोर मचाने पर मौके पर सर्च अभियान चला रहे जीआरपी जवान और मै स्वयं मौके पर पहुंचा तो अजय बेहोश था। इसपर मैंने और जवान सुधीर ने अजय को सीपीआर दिया और पीसी गोविन्द चौबे ने तुरंत जूता-मोजा उतारकर उसके पैरों को रगड़ा। जिससे उसे कुछ ही देर में उसे होश आ गया। धन्यवाद देते हुए दर्शन को रवाना जीआरपी इंचार्ज ने बताया- अजय को होश आये तो उसका स्वास्थ्य परिक्षण रेलवे के डॉक्टर त्रिनेत्र शर्मा ने किया। उसे आवश्यक दवाई दी गई। स्वास्थ्य ठीक होने के बाद दोनों दोस्त दर्शन के लिए रवाना हुए।

हाल ही में, कैंट रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के जवानों ने एक यात्री की जान बचाकर सबको हैरान कर दिया। सर्कुलेटिंग एरिया में एक यात्री को अचानक हार्ट अटैक आया, जिससे स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई। इस घटना ने पूरे स्टेशन पर हड़कंप मचा दिया।
जीआरपी के जवानों की तत्परता
जीआरपी के जवानों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तत्काल यात्री की सहायता की। सीपीआर (कार्डियो पुलमोनरी रिससिटेशन) का उपयोग करके, उन्होंने यात्री के दिल की धड़कन को फिर से शुरू करने में मदद की। इस प्रकार की फुर्ती और समझदारी ने न केवल यात्री की जान बचाई, बल्कि उन सभी को एक सबक भी दिया कि संकट के समय में कैसे सही निर्णय लेना चाहिए।
सीपीआर की महत्वपूर्णता
सीपीआर एक जीवनदायी प्रक्रिया है, जो हार्ट अटैक या अन्य गंभीर स्थितियों में महत्वपूर्ण होती है। यदि यह समय पर किया जाए, तो यह पीड़ित को बचाने में सहायक साबित हो सकता है। जीआरपी के जवानों की इस साहसिकता ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी व्यक्ति को सहायता देने के लिए आवश्यक जानकारी होनी चाहिए।
यात्री की स्वास्थ्य स्थिति
यात्री को अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसकी स्थिति स्थिर बताई गई। डॉक्टरों का कहना है कि यदि जीआरपी के जवान समय पर न पहुंचते, तो परिणाम गंभीर हो सकते थे।
यह घटना सभी को याद दिलाती है कि जीवन अप्रत्याशित हो सकता है, और ऐसे समय में मदद करने के लिए तैयार रहना चाहिए। रेलवे स्टेशनों जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर, प्राथमिक चिकित्सा और सीपीआर का ज्ञान बेहद आवश्यक है।
ऐसी घटनाएँ हमें यह समझने में मदद करती हैं कि स्वयं की सुरक्षा और दूसरों की सहायता दोनों ही हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण हैं।
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