गाजियाबाद बार एसोसिएशन में ही होने लगी गुटबाजी:अध्यक्ष व सचिव हड़ताल खत्म के पक्ष में, दूसरे गुट ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष शबनम खान का चुना अध्यक्ष

गाजियाबाद में वकीलों का प्रदर्शन अब गुटबाजी में बंटने लगा है। एक माह से जहां वकील जिजा जज के खिलाफ आंदोलन कर हड़ताल पर हैं। मौजूदा बार अध्यक्ष व सचिव हड़ताल खत्म करना चाहते हैं। लेकिन दूसरे गुट के वकील इनके खिलाफ हो गए हैं। जहां कुछ वकीलों का कहना है कि हमने वरिष्ठ उपाध्यक्ष शबनम खान को अध्यक्ष चुना है। जिसको लेकर वकीलों की राजनीति गरमा गई है। 29 अक्टूबर को लाठीचार्ज के बाद शुरू हुआ बवाल जिला जज की कोर्ट में 29 अक्टूबर को वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया था। जिसमें कई सीनियर अधिवक्ताओं को चोट लगी थी। 4 नवंबर से वकीलों ने हड़ताल की और आंदाेलन शुरू कर दिया। 25 नवंबर को बार ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया। लेकिन वकील बार के खिलाफ आक्रोशित हो गए। जिसमें वकीलों ने कहा कि हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। जो भी हमारी मांग हैं जब तक वह पूरी नहीं होती हम अपने आंदोलन को लेकर आगे बढ़ाते रहेंगे। यह हैं वकीलों की प्रमुख मांग वकीलों की सबसे मुख्य मांग है कि जब तक जिला जज अनिल कुमार नहीं हटाए जाएंगे हम धरना प्रदर्शन व आंदोलन करते रहेंगे। जिला जज के निलंबन की भी मांग वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर बैनर पूर्व में लगाया था। दूसरी मांग लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की मांग है। वकीलों पर दर्ज मुकदमे वापस करने की मांग, घायल वकीलों के लिए उचित सहायता की मांग रखी। दोषी पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज की मांग रखी। यह पांच मांग महासम्मेलन में 3 दिन पहले भी रखी गईं। इन्हीं मांगों पर वकील अड़े हुए हैं। सोमवार से वकीलों में खींचतान सामने आई बार के अध्यक्ष दीपक शर्मा और सचिव अमित नेहरा चाहते हैं कि अब हड़ताल खत्म हो। सोमवार को इस पर निर्णय भी हुआ। लेकिन सोमवार रात में ही वकीलों के दूसरे गुट ने विरोध जताया। मंगलवार को बार के कार्यालय के बाहर सैकड़ों वकील जुट गए और कार्यालय बंद करा दिया। अब शबनम खान को बिना चुनाव के दूसरे गुट के वकील अध्यक्ष मान रहे हैं। ऐसे में वकीलों में तकरार और भी बढ़ने लगी है।

Nov 28, 2024 - 11:10
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गाजियाबाद बार एसोसिएशन में ही होने लगी गुटबाजी:अध्यक्ष व सचिव हड़ताल खत्म के पक्ष में, दूसरे गुट ने वरिष्ठ उपाध्यक्ष शबनम खान का चुना अध्यक्ष
गाजियाबाद में वकीलों का प्रदर्शन अब गुटबाजी में बंटने लगा है। एक माह से जहां वकील जिजा जज के खिलाफ आंदोलन कर हड़ताल पर हैं। मौजूदा बार अध्यक्ष व सचिव हड़ताल खत्म करना चाहते हैं। लेकिन दूसरे गुट के वकील इनके खिलाफ हो गए हैं। जहां कुछ वकीलों का कहना है कि हमने वरिष्ठ उपाध्यक्ष शबनम खान को अध्यक्ष चुना है। जिसको लेकर वकीलों की राजनीति गरमा गई है। 29 अक्टूबर को लाठीचार्ज के बाद शुरू हुआ बवाल जिला जज की कोर्ट में 29 अक्टूबर को वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया था। जिसमें कई सीनियर अधिवक्ताओं को चोट लगी थी। 4 नवंबर से वकीलों ने हड़ताल की और आंदाेलन शुरू कर दिया। 25 नवंबर को बार ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया। लेकिन वकील बार के खिलाफ आक्रोशित हो गए। जिसमें वकीलों ने कहा कि हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। जो भी हमारी मांग हैं जब तक वह पूरी नहीं होती हम अपने आंदोलन को लेकर आगे बढ़ाते रहेंगे। यह हैं वकीलों की प्रमुख मांग वकीलों की सबसे मुख्य मांग है कि जब तक जिला जज अनिल कुमार नहीं हटाए जाएंगे हम धरना प्रदर्शन व आंदोलन करते रहेंगे। जिला जज के निलंबन की भी मांग वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर बैनर पूर्व में लगाया था। दूसरी मांग लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की मांग है। वकीलों पर दर्ज मुकदमे वापस करने की मांग, घायल वकीलों के लिए उचित सहायता की मांग रखी। दोषी पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज की मांग रखी। यह पांच मांग महासम्मेलन में 3 दिन पहले भी रखी गईं। इन्हीं मांगों पर वकील अड़े हुए हैं। सोमवार से वकीलों में खींचतान सामने आई बार के अध्यक्ष दीपक शर्मा और सचिव अमित नेहरा चाहते हैं कि अब हड़ताल खत्म हो। सोमवार को इस पर निर्णय भी हुआ। लेकिन सोमवार रात में ही वकीलों के दूसरे गुट ने विरोध जताया। मंगलवार को बार के कार्यालय के बाहर सैकड़ों वकील जुट गए और कार्यालय बंद करा दिया। अब शबनम खान को बिना चुनाव के दूसरे गुट के वकील अध्यक्ष मान रहे हैं। ऐसे में वकीलों में तकरार और भी बढ़ने लगी है।

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