चोरी हुए भैंसे को ढूंढने में इंस्टाग्राम ने दिखाया रास्ता:एक साल पहले चोरी हुए भैंसे तक पहुंचा पीड़ित किसान, पुलिस अब तक चुप
बुलंदशहर जिले के गुलावठी क्षेत्र में एक किसान ने इंस्टाग्राम के जरिए चोरी हुए अपने भैंसे की पहचान की है, जबकि पुलिस इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई थी। मामला गांव कैथाला का है, जहां के किसान मोहित उर्फ राहुल ने अपनी चोरी हुई भैंसे को ढूंढने के लिए काफी समय तक पुलिस और स्थानीय जानकारों से मदद मांगी, लेकिन एक साल तक कोई सफलता नहीं मिली। चोरी की घटना किसान मोहित के अनुसार, 18 नवंबर 2023 की रात को उसका भैंसा घर से चोरी हो गया था। उसने 19 नवंबर 2023 को पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से कोई कदम नहीं उठाया। इस दौरान मोहित और उसके जानकार भैंसे की तलाश करते रहे, लेकिन उनका भैंसा नहीं मिला। इंस्टाग्राम पर मिली उम्मीद 10 सितंबर 2024 को मोहित को इंस्टाग्राम पर अपने भैंसे की एक फोटो नजर आई, जिसमें उसके भैंसे की पहचान हो गई। यह फोटो मवाना क्षेत्र के गांव खेड़ी मनिहार के एक व्यक्ति के पास दिखाई दी। मोहित ने तुरंत उस गांव में जाकर पूछताछ की और वहां से जानकारी मिली कि भैंसा अब मुजफ्फरनगर के गांव गोयला में एक व्यक्ति के पास है। मोहित ने वहां पहुंचकर अपनी पहचान की पुष्टि की और भैंसे को पहचान लिया। पुलिस की निष्क्रियता मोहित ने तुरंत पुलिस चौकी को सूचित किया, लेकिन जब पुलिस ने मामले में कार्रवाई की, तो वह पूरी तरह से नाकाम रही। मोहित ने 21 अक्टूबर 2024 को तीन आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें दो नामजद और एक अज्ञात आरोपी था। पुलिस ने अब तक भैंसा वापस नहीं किया है, और मोहित के मुताबिक, जिन लोगों के पास भैंसा है, वे 11 नवंबर 2024 तक पुलिस को यह जानकारी देने के लिए कह रहे हैं कि भैंसा किस व्यक्ति ने उन्हें बेचा था। कोतवाली प्रभारी की प्रतिक्रिया गुलावठी कोतवाली प्रभारी सुनीता मलिक ने इस मामले में प्रतिक्रिया दी और कहा कि पुलिस भैंसा बरामद करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिन में उस व्यक्ति का नाम-पता सामने आ जाएगा, जिसने भैंसा खरीदा था। इस मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब आम लोगों का पशु चोरी हो जाता है, तो पुलिस क्यों नहीं सक्रिय रूप से उसका पता लगाती? हालांकि, इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने अब इस मामले को उजागर कर दिया है, जहां भैंसे की फोटो और लोकेशन मिलने से पुलिस को भी काम करना पड़ा। अब यह देखना होगा कि क्या 11 नवंबर 2024 तक किसान मोहित को उसका भैंसा वापस मिल पाता है, या फिर पुलिस और आरोपियों के बीच की साजिश के चलते मामला लटका रहेगा।
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