सीएम से बोले शहीद के पिता-दूसरा बेटा भी बनाएंगे सिपाही:सचिन राठी को याद कर भावुक हुईं मंगेतर; रोहित को भूल नहीं पा रहे परिजन

सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित 'पुलिस स्मृति कार्यक्रम-2024' में शहीद पुलिसकर्मियों, रिटायर्ड पुलिसकर्मियों और मृतक आश्रित परिवारों के लिए भी राहत की घोषणाएं कीं। सीएम योगी यूपी के शहीद पुलिसकर्मी रोहित कुमार और सचिन राठी के परिवार से मिले और उन्हें सम्मानित किया। उनसे मिलकर सचिन राठी के परिवार ने अपने दूसरे बेटे को भी सिपाही बनाने की बात कही। वहीं, उसकी मंगेतर इस दौरान भावुक हो गईं। सचिन राठी की फरवरी 2024 में शादी होनी थी और वह पुलिस ड्यूटी के दौरान दिसंबर 2023 में शहीद हो गए थे। सचिन की शादी की तैयारी के बीच आई उसकी मौत की खबर मुजफ्फरनगर के शाहडब्बर गांव निवासी वेदपाल राठी अपने बेटे सचिन के देश के लिए कुर्बान होने पर गर्व महसूस करते हैं। पिता वेदपाल राठी का कहना है कि हम लोग उसकी शादी की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच उसकी मौत की खबर आ गई। उसकी मंगेतर भी शादी की खरीदारी कर रही थीं, उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसको यह दिन देखना पड़ेगा। परिजन के मुताबिक उसकी मौत की खबर पर वह मौके पर भी गई थी और उसका शव देख बदहवास हो गई थी। हालांकि, सम्मान समारोह में उसने अपनी पहचान सार्वजनिक नहीं की, पर परिवार के साथ मौजूद रही। पिता ने बेटे की याद करते हुए कहते है कि उन्होंने एक बेटा यूपी पुलिस में इसलिए भर्ती कराया था कि लोगों को न्याय दिलाने में मदद करें। उसने एक हिस्ट्रीशीटर को पकड़ते हुए अपनी जान की भी परवाह नहीं की। ऐसे बेटे पर उन्हें और पूरे परिवार को गर्व है। उन्होंने कहा कि अपने छोटे बेटे जतिन को पुलिस में उसकी जगह भर्ती करा रहे हैं। जिससे वह भी देश की सेवा कर सके। बेटे के बलिदान को याद करते हुए सचिन की मां किरन कुछ बोलतीं, उससे पहले ही उनका गला भर आया। सिपाही सचिन को दबिश के दौरान लगी थी गोली 25 दिसंबर 2023 को कन्नौज के छिबरा मऊ थाने में तैनात सिपाही सचिन राठी फोर्स के साथ तस्कर के घर दबिश देने गए थे। इस दौरान तस्कर अशोक कुमार उर्फ मुनुआ, उसके बेटे टिंकू उर्फ अभयराज, पत्नी श्यामा देवी ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी थी। जिसमें एक गोली आरक्षी सचिन राठी की जांघ में लगी थी। उन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी अगले दिन मौत हो गई थी। दोनों बेटे पुलिस के जवान, एक हो गया शहीद बिजनौर चांदपुर निवासी जसवंत सिंह के बेटे रोहित पर खनन माफिया ने गाड़ी चढ़ा दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। जसवंत सिंह बताते हैं कि उनके दोनों बेटे यूपी पुलिस में सिपाही हैं। छोटे बेटे की मौत की खबर बेटा सचिन के मोबाइल पर आई थी। उसने ही परिवार को यह जानकारी दी। बेटे की मौत की खबर सुनकर उसकी मां आशा गश खाकर गिर गई थी। बेटी अंजू अपनी सुसराल में थी। अगर और बेटा होता तो उसका भी पुलिस में भेज देता था रोहित पर खनन माफिया ने चढ़ा दिया था ट्रैक्टर देश में एक सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक कुल 214 पुलिस कर्मी शहीद हुए। जिसमें दो यूपी के पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। आठ जून 2024 को फतेहगढ़ के नवाबगंज थाने में तैनात सिपाही रोहित कुमार चौकी इंचार्ज संतोष कुमार और साथी विजय सिंह के साथ खनन की सूचना पर पहुंचे थे। यहां ट्रैक्टर ट्राली से मिट्टी ढोही जा रही थी। इस बीच बाइक सवार ट्रैक्टर ट्राली को रास्ता दिखा रहा था। सिपाही रोहित ने उनका पीछा किया, बदमाशों ने अपनी बाइक से रोहित की बाइक में टक्कर मारी। जिससे वह ट्रैक्टर की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। 21 अक्टूबर को मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस ड्यूटी के दौरान संवेदनशीलता, समर्पण और त्याग का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत करने वाले शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृति में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। इस दिन हम उन वीर शहीद पुलिसजनों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने राष्ट्र व समाज की रक्षा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते प्राणों की आहुति दी। 21 अक्टूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा लद्दाख के हिमाच्छादित जनहीन क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 जवान नियमित गश्त पर निकले थे। जिन पर रायफल और मोर्टार से लैस चीनी सैनिकों ने छलपूर्वक एम्बुश लगाकर अचानक हमला कर दिया। चीनी सैनिकों से मुकाबला करने के दौरान सभी बहादुर जवान शहीद हो गए थे। इन्हीं वीर जवानों के बलिदान को याद करते हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।

Oct 22, 2024 - 08:05
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सीएम से बोले शहीद के पिता-दूसरा बेटा भी बनाएंगे सिपाही:सचिन राठी को याद कर भावुक हुईं मंगेतर; रोहित को भूल नहीं पा रहे परिजन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित 'पुलिस स्मृति कार्यक्रम-2024' में शहीद पुलिसकर्मियों, रिटायर्ड पुलिसकर्मियों और मृतक आश्रित परिवारों के लिए भी राहत की घोषणाएं कीं। सीएम योगी यूपी के शहीद पुलिसकर्मी रोहित कुमार और सचिन राठी के परिवार से मिले और उन्हें सम्मानित किया। उनसे मिलकर सचिन राठी के परिवार ने अपने दूसरे बेटे को भी सिपाही बनाने की बात कही। वहीं, उसकी मंगेतर इस दौरान भावुक हो गईं। सचिन राठी की फरवरी 2024 में शादी होनी थी और वह पुलिस ड्यूटी के दौरान दिसंबर 2023 में शहीद हो गए थे। सचिन की शादी की तैयारी के बीच आई उसकी मौत की खबर मुजफ्फरनगर के शाहडब्बर गांव निवासी वेदपाल राठी अपने बेटे सचिन के देश के लिए कुर्बान होने पर गर्व महसूस करते हैं। पिता वेदपाल राठी का कहना है कि हम लोग उसकी शादी की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच उसकी मौत की खबर आ गई। उसकी मंगेतर भी शादी की खरीदारी कर रही थीं, उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसको यह दिन देखना पड़ेगा। परिजन के मुताबिक उसकी मौत की खबर पर वह मौके पर भी गई थी और उसका शव देख बदहवास हो गई थी। हालांकि, सम्मान समारोह में उसने अपनी पहचान सार्वजनिक नहीं की, पर परिवार के साथ मौजूद रही। पिता ने बेटे की याद करते हुए कहते है कि उन्होंने एक बेटा यूपी पुलिस में इसलिए भर्ती कराया था कि लोगों को न्याय दिलाने में मदद करें। उसने एक हिस्ट्रीशीटर को पकड़ते हुए अपनी जान की भी परवाह नहीं की। ऐसे बेटे पर उन्हें और पूरे परिवार को गर्व है। उन्होंने कहा कि अपने छोटे बेटे जतिन को पुलिस में उसकी जगह भर्ती करा रहे हैं। जिससे वह भी देश की सेवा कर सके। बेटे के बलिदान को याद करते हुए सचिन की मां किरन कुछ बोलतीं, उससे पहले ही उनका गला भर आया। सिपाही सचिन को दबिश के दौरान लगी थी गोली 25 दिसंबर 2023 को कन्नौज के छिबरा मऊ थाने में तैनात सिपाही सचिन राठी फोर्स के साथ तस्कर के घर दबिश देने गए थे। इस दौरान तस्कर अशोक कुमार उर्फ मुनुआ, उसके बेटे टिंकू उर्फ अभयराज, पत्नी श्यामा देवी ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी थी। जिसमें एक गोली आरक्षी सचिन राठी की जांघ में लगी थी। उन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी अगले दिन मौत हो गई थी। दोनों बेटे पुलिस के जवान, एक हो गया शहीद बिजनौर चांदपुर निवासी जसवंत सिंह के बेटे रोहित पर खनन माफिया ने गाड़ी चढ़ा दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी। जसवंत सिंह बताते हैं कि उनके दोनों बेटे यूपी पुलिस में सिपाही हैं। छोटे बेटे की मौत की खबर बेटा सचिन के मोबाइल पर आई थी। उसने ही परिवार को यह जानकारी दी। बेटे की मौत की खबर सुनकर उसकी मां आशा गश खाकर गिर गई थी। बेटी अंजू अपनी सुसराल में थी। अगर और बेटा होता तो उसका भी पुलिस में भेज देता था रोहित पर खनन माफिया ने चढ़ा दिया था ट्रैक्टर देश में एक सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024 तक कुल 214 पुलिस कर्मी शहीद हुए। जिसमें दो यूपी के पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। आठ जून 2024 को फतेहगढ़ के नवाबगंज थाने में तैनात सिपाही रोहित कुमार चौकी इंचार्ज संतोष कुमार और साथी विजय सिंह के साथ खनन की सूचना पर पहुंचे थे। यहां ट्रैक्टर ट्राली से मिट्टी ढोही जा रही थी। इस बीच बाइक सवार ट्रैक्टर ट्राली को रास्ता दिखा रहा था। सिपाही रोहित ने उनका पीछा किया, बदमाशों ने अपनी बाइक से रोहित की बाइक में टक्कर मारी। जिससे वह ट्रैक्टर की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गई। 21 अक्टूबर को मनाया जाता है पुलिस स्मृति दिवस ड्यूटी के दौरान संवेदनशीलता, समर्पण और त्याग का अप्रतिम उदाहरण प्रस्तुत करने वाले शहीद पुलिसकर्मियों की स्मृति में प्रतिवर्ष 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। इस दिन हम उन वीर शहीद पुलिसजनों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने राष्ट्र व समाज की रक्षा में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते प्राणों की आहुति दी। 21 अक्टूबर 1959 को भारत की उत्तरी सीमा लद्दाख के हिमाच्छादित जनहीन क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 जवान नियमित गश्त पर निकले थे। जिन पर रायफल और मोर्टार से लैस चीनी सैनिकों ने छलपूर्वक एम्बुश लगाकर अचानक हमला कर दिया। चीनी सैनिकों से मुकाबला करने के दौरान सभी बहादुर जवान शहीद हो गए थे। इन्हीं वीर जवानों के बलिदान को याद करते हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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