जौनपुर में करोड़ों रुपए की मूर्ति चोरी:लक्ष्मी और विष्णुजी की अष्टधातु की थी मूर्ति, लोगों ने चंदा करके बनवाया था मंदिर

जौनपुर के जफराबाद थाना क्षेत्र स्थित जमैथा गांव के प्राचीन ठाकुरबाड़ी मंदिर से बुधवार रात चोरों ने भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर लीं। इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। गुरुवार सुबह जब मंदिर पहुंचे एक युवक ने मूर्तियों को गायब पाया, तो उसने तुरंत पुजारी और ग्रामीणों को सूचना दी। देखते ही देखते गांव के लोग मंदिर पर इकट्ठा हो गए और आक्रोशित हो उठे। ग्रामीणों के अनुसार, यह मंदिर आदिगंगा गोमती के तट पर स्थित है और जमदग्नि ऋषि की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध है। इस मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। प्रधान अमरसेन यादव ने बताया कि मंदिर काफी जर्जर अवस्था में था। 1995 में भी यहां से मूर्तियां चोरी हुई थीं, लेकिन बाद में खेत में बरामद हो गई थीं। पुजारी की नियुक्ति के बाद भी सुरक्षा में चूक हाल ही में गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था और मजबूत दरवाजे भी लगवाए थे। दस दिन पहले ही दिवाकर तिवारी को पुजारी नियुक्त किया गया था, जो मंदिर के पास ही स्थित एक कमरे में सो रहे थे। चोर रात में गेट का ताला तोड़कर मूर्तियों को रात को चोर आकर गेट का ताला तोड़कर मूर्तियों को जगह से उखाड़ कर ले गए। सुबह युवक मंदिर पहुंचा सुबह गांव का एक युवक मंदिर पर पहुंचा। वहां पर मंदिर से मूर्तियां गायब देख कर पुजारी को जगाया। उसके बाद बस्ती के लोग मंदिर पर आ गए। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दिया। इस विषय पर थानाप्रभारी जफराबाद जयप्रकाश यादव मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

Nov 28, 2024 - 10:50
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जौनपुर में करोड़ों रुपए की मूर्ति चोरी:लक्ष्मी और विष्णुजी की अष्टधातु की थी मूर्ति, लोगों ने चंदा करके बनवाया था मंदिर
जौनपुर के जफराबाद थाना क्षेत्र स्थित जमैथा गांव के प्राचीन ठाकुरबाड़ी मंदिर से बुधवार रात चोरों ने भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की अष्टधातु की मूर्तियां चोरी कर लीं। इस घटना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। गुरुवार सुबह जब मंदिर पहुंचे एक युवक ने मूर्तियों को गायब पाया, तो उसने तुरंत पुजारी और ग्रामीणों को सूचना दी। देखते ही देखते गांव के लोग मंदिर पर इकट्ठा हो गए और आक्रोशित हो उठे। ग्रामीणों के अनुसार, यह मंदिर आदिगंगा गोमती के तट पर स्थित है और जमदग्नि ऋषि की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध है। इस मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। प्रधान अमरसेन यादव ने बताया कि मंदिर काफी जर्जर अवस्था में था। 1995 में भी यहां से मूर्तियां चोरी हुई थीं, लेकिन बाद में खेत में बरामद हो गई थीं। पुजारी की नियुक्ति के बाद भी सुरक्षा में चूक हाल ही में गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा कर मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था और मजबूत दरवाजे भी लगवाए थे। दस दिन पहले ही दिवाकर तिवारी को पुजारी नियुक्त किया गया था, जो मंदिर के पास ही स्थित एक कमरे में सो रहे थे। चोर रात में गेट का ताला तोड़कर मूर्तियों को रात को चोर आकर गेट का ताला तोड़कर मूर्तियों को जगह से उखाड़ कर ले गए। सुबह युवक मंदिर पहुंचा सुबह गांव का एक युवक मंदिर पर पहुंचा। वहां पर मंदिर से मूर्तियां गायब देख कर पुजारी को जगाया। उसके बाद बस्ती के लोग मंदिर पर आ गए। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दिया। इस विषय पर थानाप्रभारी जफराबाद जयप्रकाश यादव मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना को लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

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