इंजीनियर से 84 लाख की ठगी: डिजिटल अरेस्ट से सीक्रेट मिशन का खुलासा, पत्नी से कहा- दिखाऊंगा डर! भारत टुडे।

लखनऊ में मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर मरीन इंजीनियर को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 84 लाख ठग लिए। साइबर जालसाजों ने गिरफ्तारी से बचाने के एवज में बैंक एकाउंट चेक करने की बात कही। इसके बाद अलग-अलग 11 खातों 84 लाख निकाल लिए। साइबर जालसाजों ने इतना डरा दिया कि इंजीनियर ने परिवार को भी कुछ नहीं बताया। हजरतगंज के रहने वाले एके सिंह मरीन इंजीनियर हैं। 27 सितंबर को एक सेमिनार में शामिल होने दिल्ली गए थे। यहां पर होटल में रुके थे तभी उनके पास एक फोन आया। फोन उठाने पर आरोपी ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया। इसके बाद आरोपी ने कहा कि तुम्हारे नंबर से विवादित मैसेज भेजे गए हैं। इस वजह से यह नंबर बंद किया जा रहा है। अगर नंबर बंद नहीं करवाना है, तो अंधेरी ईस्ट पुलिस थाने में सब इंस्पेक्टर प्रदीप सावंत से बात कर लो। पीछे से आवाज आई गिरफ्तारी का वारंट जारी हो गया पीड़ित ने जब उस नंबर पर बात की तो बताया कि तुम्हारे आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल हुआ है। तभी पीछे से गिरफ्तारी का वारंट जारी होने की आवाज सुनाई दी। इस पर इंजीनियर घबरा गए और रिक्वेस्ट करने लगे। डर का फायदा उठाकर फर्जी दरोगा ने एके सिंह से कहा कि अगर कार्रवाई से बचना है, तो सीबीआई अफसर राजेश मिश्रा से बात करनी होगी। फर्जी सीबीआई अफसर वीडियो कॉल अपने सामने बैठा लिया। इंजीनियर से कहा कि तुम जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल के मनी लांड्रिंग मामले में आरोपी हो तुम्हारे आधार कार्ड से फर्जी खाता खुला है। सारे एकाउंट चेक किए आरोपियों ने पीड़ित को कार्रवाई से बचाने के लिए रुपयों की मांग की। इसके बाद उनके बैंक के सारे खाते ले लिए। करीब 11 बैंक एकाउंट से 84 लाख ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी आरोपी रुपयों की मांग करते रहे। घटना के वक्त इंजीनियर किसी से कुछ बात नहीं किए। पत्नी ने कॉल किया तो बोलने लगे कि सीक्रेट मिशन पर है। घटना के दो दिन बाद उसने अपने दोस्त सारी बात बताई। तब ठगी का खुलासा हुआ।

Oct 20, 2024 - 12:15
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इंजीनियर से 84 लाख की ठगी: डिजिटल अरेस्ट से सीक्रेट मिशन का खुलासा, पत्नी से कहा- दिखाऊंगा डर! भारत टुडे।
लखनऊ में मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर मरीन इंजीनियर को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 84 लाख ठग लिए। साइबर जालसाजों ने गिरफ्तारी से बचाने के एवज में बैंक एकाउंट चेक करने की बात कही। इसके बाद अलग-अलग 11 खातों 84 लाख निकाल लिए। साइबर जालसाजों ने इतना डरा दिया कि इंजीनियर ने परिवार को भी कुछ नहीं बताया। हजरतगंज के रहने वाले एके सिंह मरीन इंजीनियर हैं। 27 सितंबर को एक सेमिनार में शामिल होने दिल्ली गए थे। यहां पर होटल में रुके थे तभी उनके पास एक फोन आया। फोन उठाने पर आरोपी ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया। इसके बाद आरोपी ने कहा कि तुम्हारे नंबर से विवादित मैसेज भेजे गए हैं। इस वजह से यह नंबर बंद किया जा रहा है। अगर नंबर बंद नहीं करवाना है, तो अंधेरी ईस्ट पुलिस थाने में सब इंस्पेक्टर प्रदीप सावंत से बात कर लो। पीछे से आवाज आई गिरफ्तारी का वारंट जारी हो गया पीड़ित ने जब उस नंबर पर बात की तो बताया कि तुम्हारे आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल हुआ है। तभी पीछे से गिरफ्तारी का वारंट जारी होने की आवाज सुनाई दी। इस पर इंजीनियर घबरा गए और रिक्वेस्ट करने लगे। डर का फायदा उठाकर फर्जी दरोगा ने एके सिंह से कहा कि अगर कार्रवाई से बचना है, तो सीबीआई अफसर राजेश मिश्रा से बात करनी होगी। फर्जी सीबीआई अफसर वीडियो कॉल अपने सामने बैठा लिया। इंजीनियर से कहा कि तुम जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल के मनी लांड्रिंग मामले में आरोपी हो तुम्हारे आधार कार्ड से फर्जी खाता खुला है। सारे एकाउंट चेक किए आरोपियों ने पीड़ित को कार्रवाई से बचाने के लिए रुपयों की मांग की। इसके बाद उनके बैंक के सारे खाते ले लिए। करीब 11 बैंक एकाउंट से 84 लाख ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी आरोपी रुपयों की मांग करते रहे। घटना के वक्त इंजीनियर किसी से कुछ बात नहीं किए। पत्नी ने कॉल किया तो बोलने लगे कि सीक्रेट मिशन पर है। घटना के दो दिन बाद उसने अपने दोस्त सारी बात बताई। तब ठगी का खुलासा हुआ।

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