ढली मंडी का तीसरी बार शिलान्यास:विस्तारीकरण के नाम पर नहीं लगी एक भी ईंट; शहर में ट्रैफिक रोकने से लोगों को परेशानी
हिमाचल की सबसे बड़ी ढली सब्जी मंडी का तीसरी बार शिलान्यास किया गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने ढली मंडी परिसर में इसका फाउंडेशन स्टोन रखा। राज्य का मार्केटिंग बोर्ड और कृषि उपज विपणन समिति (APMC) शिमला-किन्नौर पहले दो बार शिलान्यास पर लाखों रुपए फूंक चुका है। आज यह तीसरा मौका है। सीएम के इस कार्यक्रम के दौरान पुलिस ने संजौली ढली में जगह जगह ट्रैफिक रोका। इससे लंबा ट्रेफिक जाम लग गया और स्कूली बच्चों आम लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ी। संजौली टनल के समीप ट्रैफिक रोकने के बाद सर्कुलर रोड़ पर लक्कड़ बाजार तक जाम लग गया। वीरभद्र और जयराम ठाकुर कर चुके शिलान्यास बता दें कि साल 2017 में सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने चुनावी साल 2017 में ढली सब्जी मंडी के विस्तारी करण का शिलान्यास किया। इसके बाद APMC शिमला-किन्नौर ने यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में डाल दिया। किसानों और आढ़तियों की बार-बार मांग के बावजूद APMC ने मंडी का विस्तार नहीं किया। विस्तारी करण के नाम पर एक ईंट भी नहीं लगाई प्रदेश में लगभग तीन महीने बाद सत्ता परिवर्तन हुई। तब जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बने। पूर्व बीजेपी सरकार के कार्यकाल में मार्केटिंग बोर्ड और APMC ने अगस्त 2020 में दोबारा शिलान्यास किया। मगर फाउंडेशन स्टोन लगाने के अलावा मंडी में विस्तारी करण के नाम पर एक ईंट नहीं लगाई गई, जबकि ढली सब्जी मंडी प्रदेश की सबसे ज्यादा राजस्व देने वाली मंडी है। 36 करोड़ से मंडी बनाने का दावा अब सूबे के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हैं। इनसे तीसरी बार शिलान्यास करवाया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि मंडी के विस्तारी करण का काम लगभग 36 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। ढली में आधुनिक सुविधाओं से लैस मंडी बनाई जाएगी। मंडी में नई दुकानें और पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। बजट होने के बावजूद मंडी का निर्माण नहीं हैरानी इस बात की है कि APMC शिमला-किन्नौर बजट होने के बावजूद मंडी का निर्माण नहीं किया जा रहा है। APMC का सबसे अहम जरिया सेब है। सेब पर APMC द्वारा एक फीसदी मार्केट फीस ली जाती है। इससे APMC को करोड़ों रुपए की इनकम होती है। इसी मंडी से एपीएमसी को सबसे ज्यादा इनकम होती है। अच्छी फसल होने पर यह 50 करोड़ से ज्यादा की हो जाती है। इसी तरह मंडियों से भी APMC करोड़ों रुपए कमाता है। मगर मंडी के विस्तारी करण के नाम पर बार बार किसानों और आढ़तियों को बेवकूफ बनाया जा रहा है। पूर्व दो मुख्यमंत्रियों द्वारा लगाई गई शिलान्यास पट्टिकाएं हटाकर तीसरी लगा दी गई है। प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी, इसलिए विस्तारी करण जरूरी: देवानंद APMC शिमला किन्नौर के चेयरमैन देवानंद वर्मा से जब इसे लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पहले दो बार शिलान्यास जरूर हुए है। मगर मंडी बनाने को पहल नहीं की गई, जबकि यह सबसे जरूरी मंडी है। इसलिए विस्तारी करण किया जा रहा है। ढली बस अड्डे का किया उद्घाटन सीएम सुक्खू आज ढली में नव निर्मित बस अड्डे का भी उद्घाटन किया। यहां से शिमला के लिए बसें चलाई जाएगी।
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