धर्मशाला में टैक्सी ड्राइवर से बरामद किए 40 लाख:वॉल्वो बस में था सवार, पुलिस ने कोर्ट से मांगी अनुमति
हिमाचल प्रदेश में दिल्ली से धर्मशाला पहुंची वॉल्वो बस में सवार टैक्सी ड्राइवर से 40 लाख रुपए नकद कैश और ड्रग्स मामले में 14 दिन बाद भी धर्मशाला पुलिस इस बात का पता लगाने में असफल रही कि यह ब्लैक मनी किसकी है और किस काम के लिए धर्मशाला लाई गई। धर्मशाला पुलिस को सूचना थी कि वार्ड नंबर पांच का रहने वाला टैक्सी ड्राइवर राकेश कुमार पिछले लंबे समय से ड्रग्स बेच रहा है। पुलिस इस पर कड़ी नजर रहे हुए थी। धर्मशाला से दिल्ली गया था आरोपी आरोपी राकेश कुमार 5 अक्टूबर को ट्रिप तारा वॉल्वो बस से धर्मशाला से दिल्ली गया था। पुलिस को सूचना थी कि वह 7 अक्टूबर को दिल्ली से धर्मशाला आ रहा है। पुलिस ने तो आरोपी राकेश को ड्रग्स की तलाशी के लिए डिटेन किया था। उस समय पुलिस भी हैरान हो गई, जब उसके बैग से 40 लाख रुपए कैश बरामद हुआ। तिब्बत निर्वासित सरकार मुख्यालय और 9वीं कोर सेना मुख्यालय होने के चलते दिल्ली से धर्मशाला पहुंची। बार-बार कंपनी से सामान लेने जाता था इतनी बड़ी रकम को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा होने के चलते गहनता से जांच की जा रही है। आरोपी राकेश बार-बार दिल्ली कंपनी का सामान लेने जाता था। मामले की जांच विभिन्न एजेंसियां कर रही हैं। 5 दिन बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि राकेश कुमार के पास से जो 40 लाख रुपए नकद कैश पकड़ा गया, उसका असली मालिक कौन है। विभाग और आरटीओ बन रहे अनजान धर्मशाला से दिल्ली हर रोज 20 के लगभग वॉल्वो बस पहुंचती हैं। इन बसों के मालिक कौन हैं और इनको खरीदने के लिए धन कहां से आया। इन बसों में बिना बिल और जीएसटी के होटलों और दुकानदारों का सामान धर्मशाला पहुंच रहा है। धर्मशाला पुलिस तो इन बस की चेकिंग कर रही है, लेकिन आबकारी एवं कराधान विभाग और आरटीओ इन बस की कोई चेकिंग नहीं कर रहे हैं। राकेश कुमार जिस ट्रिप तारा वॉल्वो बस से दिल्ली से धर्मशाला आया था। हेरोइन और अफीम भी की जा चुकी बरामद उस बस से भी पुलिस ने मैक्लोडगंज के एक होटल के लाखों रुपए बिजली उपकरण और साज सजावट का सामान बरामद किया था। जिसे लेने तेंजिन थाई तिब्बती आया था। एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पुलिस ने आरोपी राकेश कुमार के बैग से 40 लाख रुपए, नौ ग्राम हेरोइन और एक ग्राम अफीम के अतिरिक्त धर्मकोट स्थित कंपनी के होटल का साज सजावट का बिना बिल का बिजली सामान भी पकड़ा था। राजस्व विभाग ने तहसीलदार को लिखा पत्र आरोपी राकेश की चल-अचल सम्पति की जानकारी के लिए राजस्व विभाग ने तहसीलदार धर्मशाला को पत्र लिखा है। आरोपी राकेश से बरामद कैश को डिस्ट्रिक्ट ट्रैज़री में जमा करवाने के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि राकेश ने मैक्लोडगंज में यह राशि किस को देनी थी।
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