नगर निगम ने कब्जा मुक्त कराई जमीन:दबंगों ने जबरन किया था कब्जा, मंडलायुक्त ने कब्जा हटाने के दिए थे निर्देश
नगर निगम की टीम ने बुधवार को बिजनौर में सरकारी जमीन पर हुए अवैध कब्जे को ध्वस्त कर दिया। मंडलायुक्त के निर्देश पर की गई कार्रवाई में 0.294 हेक्टेयर बेशकीमती भूमि को मुक्त कराया गया। अभिलेखों में दर्ज हैं ऊसर भूमि नगर निगम के दस्ते ने बुधवार को बिजनौर में सरकारी जमीन पर हुआ कब्जा ध्वस्त करा दिया। इसको लेकर विरोध हुआ। मंडलायुक्त ने इसे हटाने का निर्देश दिया था। बिजनौर के गाटा संख्या 219 मि (क्षेत्रफल 0.193 हेक्टेयर) एवं 103 (क्षेत्रफल 0.101 हेक्टेयर) राजस्व अभिलेखों में ऊसर दर्ज हैं। नगर निगम के स्वामित्व की संपत्ति हैं। इस पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया था। नगर निगम की टीम ने पूर्व में भी तीन बार इसे हटाया था। कार्रवाई के दौरान कुछ स्थानीय निवासियों द्वारा विरोध प्रदर्शन भी किया गया। कुल 0.294 हेक्टेयर बेशकीमती सरकारी भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया।

नगर निगम ने कब्जा मुक्त कराई जमीन
हाल ही में नगर निगम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए दबंगों द्वारा जबरन कब्जा की गई जमीन को मुक्त कराया। मंडलायुक्त ने इस मामले में सख्त निर्देश दिए थे, जिसके परिणामस्वरूप यह सफल मुहिम चलाई गई। यह कदम न केवल स्थानीय निवासियों के अधिकारों की रक्षा करता है, बल्कि नगर निगम की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
कब्जे की पहचान और स्थानीय प्रशासन की भूमिका
जब नगर निगम ने देखा कि स्थानीय दबंगों ने अवैध तरीके से भूमि पर कब्जा कर लिया है, तो उन्होंने उचित कदम उठाने का निर्णय लिया। मंडलायुक्त के निर्देश के बाद, नगर निगम ने अपनी टीम बनाई, जिसने स्थिति का निरीक्षण किया और कब्जा हटाने की योजना बनाई। यह कार्रवाई उस समय की गई जब स्थानीय निवासियों ने अपनी समस्याओं को प्रशासन के सामने रखा।
कब्जा हटाने की प्रक्रिया
नगर निगम की टीम ने पहले पूरे क्षेत्र का सर्वेक्षण किया, फिर आवश्यक कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करते हुए कार्रवाई को शुरू किया। स्थानीय पुलिस की मदद के साथ, निगम ने दबंगों द्वारा अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन को मुक्त कराया। यह कार्रवाई स्थानीय लोगों में एक नए विश्वास का संचार करती है कि प्रशासन उनके अधिकारों की रक्षा कर रहा है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
कब्जा हटाए जाने की इस कार्रवाई पर स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह कदम उनके जीवन को बेहतर बनाने में सहायक साबित होगा। लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि नगर निगम भविष्य में भी ऐसी और कार्रवाई करेगा, जिससे उनके अधिकार सुरक्षित रहें।
निष्कर्ष
नगर निगम द्वारा यह कब्जा मुक्ति ऑपरेशन एक महत्वपूर्ण घटना है, जो न केवल प्रशासनिक उपायों का प्रदर्शन करता है, बल्कि स्थानीय समितियों और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा में भी महत्वपूर्ण है। सभी को इस तरह की कार्रवाई का समर्थन करना चाहिए ताकि समाज में अव्यवस्था को समाप्त किया जा सके।
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