प्रतापगढ़ में शिक्षक संघ का विरोध:प्रवेश पत्र न मिलने पर छात्र ने किया था सुसाइड, प्रधानाचार्य की रिहाई की मांग

जेठवारा के साधुरी शिरोमणि इंटर कॉलेज के एक छात्र की आत्महत्या मामले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने विरोध जताया है। संघ ने डीएम, एसपी और डीआईओएस को ज्ञापन सौंपकर प्रधानाचार्य पर की गई कार्रवाई को रोकने की मांग की है। मामला 12वीं के छात्र शिवम सिंह का है। फीस न जमा होने के कारण प्रवेश पत्र नहीं मिलने पर उसने आम के पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। छात्र के पिता की शिकायत पर पुलिस ने प्रधानाचार्य कृष्णमूर्ति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सरकार से नहीं मिलती मदद शिक्षक संघ का कहना है कि स्ववित्तपोषित संस्थाओं को सरकार से कोई आर्थिक मदद नहीं मिलती है। शिक्षकों और कर्मचारियों का वेतन छात्रों की फीस से ही चलता है। कॉलेज में कई छात्र हजारों रुपये की फीस बकाया होने के बावजूद परीक्षा दे रहे हैं। ज्ञापन देने वालों में यह रहे शामिल ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष आलोक कुमार शुक्ल, जिला मंत्री शैलेंद्र प्रताप सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रामचंद्र सिंह समेत कई पदाधिकारी शामिल थे। संघ ने मामले की गहन जांच कराने और तब तक कार्रवाई रोकने की मांग की है।

Feb 28, 2025 - 11:00
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प्रतापगढ़ में शिक्षक संघ का विरोध:प्रवेश पत्र न मिलने पर छात्र ने किया था सुसाइड, प्रधानाचार्य की रिहाई की मांग
जेठवारा के साधुरी शिरोमणि इंटर कॉलेज के एक छात्र की आत्महत्या मामले में उत्तर प्रदेश माध्यमिक श

प्रतापगढ़ में शिक्षक संघ का विरोध: प्रवेश पत्र न मिलने पर छात्र ने किया था सुसाइड, प्रधानाचार्य की रिहाई की मांग

प्रतापगढ़ जिले में हाल ही में एक दुखद घटना के बाद शिक्षक संघ ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का कारण एक छात्र का आत्महत्या करना है, जिसने प्रवेश पत्र न मिलने के कारण तनाव में आकर यह कदम उठाया। इस घटना ने न केवल छात्रों में बल्कि समस्त समुदाय में चिंता और आक्रोश का माहौल बना दिया है। शिक्षक संघ ने प्रधानाचार्य की रिहाई की मांग करते हुए सड़कों पर उतरा है।

पृष्ठभूमि

इस घटनाक्रम ने बताया है कि कैसे प्रशासनिक लापरवाही से छात्रों की जिंदगी पर गंभीर असर पड़ सकता है। युवक ने बताया था कि उसे समय पर प्रवेश पत्र नहीं मिला, जिससे वह परीक्षा में शामिल नहीं हो सका। इसके चलते वह मानसिक तनाव से गुजर रहा था और अपने भविष्य को लेकर चिंतित था। यह घटना ना केवल छात्रों के लिए एक चेतावनी है बल्कि शिक्षा प्रणाली की खामियों को भी उजागर करती है।

शिक्षक संघ का प्रदर्शन

शिक्षक संघ ने प्रधानाचार्य की रिहाई की मांग करते हुए पंचायत भवन के सामने एक विशाल प्रदर्शन आयोजित किया। संघ के अध्यक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह एक अत्यंत दुखद घटना है और इसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों को लेनी चाहिए। छात्रों के कल्याण का ध्यान रखने के लिए नियमित रूप से संवाद होना आवश्यक है ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति ना हो सके।

समुदाय की प्रतिक्रिया

घटनास्थल पर उपस्थित स्थानीय लोगों ने भी अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि अब समय है कि शिक्षा प्रणाली में सुधार लाया जाए और छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाए। संबंधित अधिकारी और शिक्षण संस्थानों को मिलकर एक ऐसा वातावरण बनाना चाहिए जो छात्रों को प्रोत्साहित करे, ना कि मनोबल तोड़े।

निष्कर्ष

प्रतापगढ़ की यह घटना हमें बताती है कि शिक्षा सिर्फ पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह छात्रों की मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखनी चाहिए। शिक्षक संघ का यह विरोध एक बड़े बदलाव की शुरुआत हो सकता है, जिससे आने वाले समय में ऐसी घटनाएं नहीं हो।

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