बांदा में RAF ने शुरू किया डाटा कलेक्शन:कमांडर बोले-आंदोलनों के नेचर पर की जा रही स्टडी
हर साल की तरह इस बार भी रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) ने संभावित दंगों और तनावपूर्ण स्थितियों को नियंत्रित करने के लिए बांदा में डेटा कलेक्शन का कार्य शुरू कर दिया है। प्रयागराज के फाफामऊ से आई RAF की टुकड़ी ने दंगा नियंत्रण वाहन के साथ बांदा पहुंचकर क्षेत्रीय स्थितियों का अध्ययन किया। बदलती डेमोग्राफी और आंदोलन पर फोकस RAF के कमांडर ने बताया कि इस अभियान के तहत क्षेत्र की बदलती जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी), छात्रों के आंदोलनों और अन्य तनावपूर्ण गतिविधियों की प्रकृति का विश्लेषण किया जा रहा है। यह स्टडी भविष्य में किसी भी आपात स्थिति को संभालने में मदद करेगी। प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत बांदा में पहुंचकर RAF अधिकारियों ने पुलिस विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय परिस्थितियों और संभावित तनाव के कारकों पर डेटा जुटाया। अधिकारियों ने बताया कि इस डेटा का उपयोग वैज्ञानिक और प्रभावी तरीके से दंगा नियंत्रण के लिए किया जाएगा। प्रभावी कदम उठाने की तैयारी RAF कमांडर ने कहा, "हम अपने नियंत्रण क्षेत्रों की बदलती परिस्थितियों का डेटा एकत्र कर रहे हैं। इसमें छात्रों के आंदोलनों, सामूहिक विरोध, और भीड़ के मनोविज्ञान का अध्ययन शामिल है। यह डेटा हमें आपात स्थितियों में तेजी और सटीकता से कार्य करने में मदद करेगा।" आपात स्थिति से निपटने की मजबूत योजना यह अभियान RAF की हर साल की नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य किसी भी प्रकार की हिंसक गतिविधियों को रोकने के लिए तैयार रहना है। बांदा में इस डेटा कलेक्शन से क्षेत्रीय प्रशासन को भी सहयोग मिलेगा, ताकि शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखा जा सके।
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