'महिला आयोग के आदेश का महिलाएं कर रहीं स्वागत':अर्चना पटेल बोलीं-  टेलर महिला का नाप लेता है, तो उसकी बॉडी को टच करता है

ललितपुर में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल ने बुधवार को जनसुनवाई की। इस दौरान उन्होंने कहा- महिला आयोग द्वारा जो पत्र सरकार को भेजा गया है। जिसमें पुरूष टेलर महिलाओं का नाप नहीं ले सकेगें। इस आदेश का सभी महिलाएं स्वागत कर रही हैं। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल ने कहा- अपराध छोटे स्तर से होते हैं। टेलर महिला का नाप लेता है तो उसकी बॉडी को टच करता है। इस आदेश से विवादों पर रोक लगेगी। वहीं, अगर महिलाएं पार्लर पर जाती हैं तो जेंट्स तैयार करता है। इससे कहीं न कहीं बॉडी को टच करता है। इन सभी पर रोक लगाने के लिए डिसीजन महिला आयोग ने लिया है वह स्वागत योग्य है। महिलाओं का उत्पीड़न किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं होगा। इस दौरान अनेक महिलाएं अपनी समस्या लेकर पहुंची। किसी ने चिकित्सक पर छेड़खानी के आरोप लगाये, तो किसी ने इंजीनियर पर गंभीर आरोप लगाए। इन सभी मामलों को महिला आयोग की सदस्य ने गंभीरता से लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जनसुनवाई के दौरान 31 शिकायतें आई। जिनमें महिलाओं द्वारा घरेलू हिंसा, शोषण, लैंगिक उत्पीड़न, कार्य स्थल पर भेदभाव और प्रकृति रक्षक निधि कम्पनी द्वारा धनराशि का गमन आदि की शिकायतें आई है। पुलिस सम्बन्धी मामलों को डीआईजी के पास भेजा गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्सों के कार्य स्थल पर उत्पीड़न के मामले को उच्च स्तरीय जांच समिति गठित कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने जिला कारागार में महिला बैरक का निरीक्षण किया औरमहिला बंदियों की समस्याओं, भोजन की गुणवत्ता, दैनिक आवश्यकताओं को जाना और महिला बंदियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण के निर्देश दिए।

Nov 13, 2024 - 21:25
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'महिला आयोग के आदेश का महिलाएं कर रहीं स्वागत':अर्चना पटेल बोलीं-  टेलर महिला का नाप लेता है, तो उसकी बॉडी को टच करता है
ललितपुर में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल ने बुधवार को जनसुनवाई की। इस दौरान उन्होंने कहा- महिला आयोग द्वारा जो पत्र सरकार को भेजा गया है। जिसमें पुरूष टेलर महिलाओं का नाप नहीं ले सकेगें। इस आदेश का सभी महिलाएं स्वागत कर रही हैं। उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य अर्चना पटेल ने कहा- अपराध छोटे स्तर से होते हैं। टेलर महिला का नाप लेता है तो उसकी बॉडी को टच करता है। इस आदेश से विवादों पर रोक लगेगी। वहीं, अगर महिलाएं पार्लर पर जाती हैं तो जेंट्स तैयार करता है। इससे कहीं न कहीं बॉडी को टच करता है। इन सभी पर रोक लगाने के लिए डिसीजन महिला आयोग ने लिया है वह स्वागत योग्य है। महिलाओं का उत्पीड़न किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं होगा। इस दौरान अनेक महिलाएं अपनी समस्या लेकर पहुंची। किसी ने चिकित्सक पर छेड़खानी के आरोप लगाये, तो किसी ने इंजीनियर पर गंभीर आरोप लगाए। इन सभी मामलों को महिला आयोग की सदस्य ने गंभीरता से लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जनसुनवाई के दौरान 31 शिकायतें आई। जिनमें महिलाओं द्वारा घरेलू हिंसा, शोषण, लैंगिक उत्पीड़न, कार्य स्थल पर भेदभाव और प्रकृति रक्षक निधि कम्पनी द्वारा धनराशि का गमन आदि की शिकायतें आई है। पुलिस सम्बन्धी मामलों को डीआईजी के पास भेजा गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ नर्सों के कार्य स्थल पर उत्पीड़न के मामले को उच्च स्तरीय जांच समिति गठित कर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने जिला कारागार में महिला बैरक का निरीक्षण किया औरमहिला बंदियों की समस्याओं, भोजन की गुणवत्ता, दैनिक आवश्यकताओं को जाना और महिला बंदियों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण के निर्देश दिए।

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