'मेरे आंसुओं को झूठा कहने वालों पर भी यही गुजरे':नसीम बोलीं-तब उन्हें मेरी तकलीफ का एहसास होगा, मेरी भावनाओं की कदर होगी
महाराजगंज की जेल में बंद पति इरफान सोलंकी से मुलाकात करने उनकी पत्नी नसीम सोलंकी शनिवार 9 नवंबर को गईं। यहां उनकी क्या बात हुई, इरफान ने क्या कहा? सीसामऊ सीट को लेकर इरफान ने क्या कहा?, मंच से उनके आंसुओं पर राजनीति की जा रही है, इस बारे में नसीम का क्या कहना है? इन सभी सवालों पर उनसे दैनिक भास्कर रिपोर्टर की बात हुई। आंसुओं पर राजनीति करने वालों के लिए नसीम ने कहा-जो लोग कि हमारी भावनाओं की कदर नहीं कर रहे हैं, मेरे आंसुओं को झूठा कहते हैं, जब वह ऐसे वक्त से गुजरेंगे तो उन्हें भी पता चलेगा। हम दुआ करेंगे उनके साथ भी ऐसा हो, ताकि उन्हें एहसास हो। अब पढ़िए नसीम ने सवालों के जवाबों में क्या बोलीं... सवाल: जेल में मुलाकात के दौरान कितनी देर बात हुई और क्या कहा? जवाब: विधायक जी से मिलने का समय 30 मिनट का मिलता है। लेकिन 20 से 25 मिनट में ही मुलाकात खत्म हो जाती है। शनिवार को जेल में विधायक जी भावुक नजर आए और परेशान भी। भावुकता के साथ वो बोले कि मेरा लोगों को पैगाम देना और सलाम बोलना। यह मैसेज उन्होंने वहां से दिया है। सवाल: चुनाव को लेकर इरफान से क्या बात हुई? जवाब: चुनाव को लेकर भी पूछा, बोले-कैसा चुनाव चल रहा है? कौन-कौन लोग तुम्हारे साथ रहते हैं। अपने सभी पुराने लोगों को साथ लेकर चुनाव में उनसे मदद लेना। इसके साथ वह बोले, लोगों से कहना कि तकलीफ को देखते हुए मेरा साथ दें। वह बोलीं, अगर विधायक जी होते तो कोई दिक्कत नहीं थी। सवाल: मंच पर आप अचानक भावुक होकर रोने लगीं? जवाब: शनिवार को जब मिलकर मैं वापस आ रही थी तो मेरे बच्चे भी साथ थे, भावुक थे। पूरे रास्ते रोते हुए आए। यही सोच कर जब मंच पर मैं कुछ नहीं बोल पाई। भीड़ देखकर मैं भावुक हो गई, इसलिए कोई शब्द नहीं निकला, बस यही निकला कि विधायक जी को अब छुड़वा दो। सवाल: हाईकोर्ट में इरफान की याचिका मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया गया है, क्या उम्मीद दिख रही है आपको? जवाब: हाईकोर्ट से हमें उम्मीद है कि फैसला हक में आएगा। लेकिन चुनाव को देखते हुए फैसला क्या होगा, यह तो ऑर्डर आने के बाद ही पता चलेगा। सवाल: आपके आंसुओं को लेकर बीजेपी प्रत्याशी और योगी जी भी मंच बयान दे रहें हैं, आप क्या कहेंगी इस बारे में? जवाब: योगी जी सूबे के मुखिया हैं। हम उन्हें कुछ नहीं कह सकते हैं। लेकिन और लोगों से यह कहना है कि मेरे आंसू और तकलीफों को तौलना है तो उन्हें भी इस समय से गुजरना होगा। यह उन्हें तभी अहसास होगा जब उनके साथ भी ऐसा बीतेगा। उनके बच्चों के भी आंसू निकलेंगे। जो लोग कि हमारी भावनाओं की कदर नहीं कर रहे हैं, तो ना करें। लेकिन हम दुआ करेंगे कि वह भी इसी वक्त से गुजरें। जो लोग मेरे आंसुओं को झूठा कहते हैं, उनके साथ भी यही बीते। तब उन्हें एहसास होगा।
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