लखनऊ में छठ की तैयारियां पूरी:आज डूबते सूर्य को दिया जाएगा प्रथम अर्घ्य; सीएम योगी आदित्यनाथ भी होंगे शामिल
लखनऊ में छठ महापर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। इस दौरान नगर निगम की टीम ने अपनी तैयारियां पूरी की ली है। लखनऊ में जिला प्रशासन की तरफ से 92 जगह पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। इस दौरान लक्ष्मण मेला मैदान, कूड़िया घाट, पिपरा घाट समेत कई जगहों पर सजावट की गई है। दैनिक भास्कर बुधवार रात लक्ष्मण मेला मैदान पहुंची। यहां नगर निगम और प्रशासन की तरफ से लगातार तैयारियां चल रही थी। पर्व को जीरो वेस्ट बनाने एवं घाटों को नो प्लास्टिक ज़ोन बनाने के लिए श्रद्धालुओं से प्रतिबंधित प्लास्टिक/पॉलिथीन का इस्तेमाल न किए जाने की अपील की गई। वहां ग्रीन और रेड दो तरह के डस्टबिन रखे जाएंगे। इसमें लिखा जाएगा किस डस्टबिन में कौन सा कूड़ा डालना है। घाटों पर मौजूद वेंडरों को अपने स्टॉल व ठेलों पर दोना पत्तल के बजाय स्टील के बर्तनों को इस्तेमाल किए जाने के सख्त निर्देश भी दिए गए हैं। 300 से ज्यादा लाइट लगाई गई छठ घाट और आस-पास की सड़कों पर 300 अतिरिक्त लाइट और हाई मास्क लगाया गया है। जिससे कि अंधेरा कहीं न हो पाए। दरअसल, 7 नवंबर की शाम को सूरजे डूबने और 8 की सुबह सूर्य उदय का महत्व है। दोनों ही परिस्थितियों में पूजा स्थल और आस-पास के लोकेशन पर पर्याप्त लाइट की जरूरत है। संगीतमय शाम के लिए पंडाल तैयार करीब 18 घंटे से ज्यादा समय तक लगातार लोकगीत बजेंगे। अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ राय का कहना है कि इस दौरान 100 से ज्यादा कलाकार मंच पर होंगे। इसमें भोजपुरी और अवधी के कलाकार शामिल है। सीएम खुद पहुचेंगे छठ घाट सीएम योगी आदित्यनाथ हर बार लक्ष्मण मेला मैदान स्थित छठ घाट पर पहुंचते हैं। इस दौरान वह लोगों को संबोधित भी करते हैं। इस बार भी शाम 5 बजे सीएम का कार्यक्रम तय हुआ है। उनके साथ नगर विकास मंत्री एके शर्मा और लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल भी मौजूद रहेंगी। स्विस कॉटेज बनाया गया व्रती महिलाओं के लिए स्विस कॉटेज बनाया गया है। पांच कॉटेज बनाने का मकसद व्रती महिलाओं के लिए कपड़े बदलने की सुविधा मिल सके। नगर निगम की ओर से पांच स्विच कॉटेज तैयार कर दिया गया है। कॉटेज हर तरह की सुख-सुविधा से लैस है। महिलाएं सूर्य को अर्ग देने के बाद कपड़े बदल सकें। कॉटेज की देखरेख का जिम्मा भी नगर निगम की महिला अफसरों को दिया जाएगा। पानी की सफाई के लिए फ्लश सिस्टम गोमती नदी के पानी को साफ करने के लिए फ्लश सिस्टम का सहारा लिया गया है। सिंचाई विभाग के एक्सईएन मुकेश गुप्ता ने बताया कि, गोमती नदी को साफ करने के लिए बैराज पर पानी रोका जाएगा। नदी को फ्लश करने के लिए पानी को रोका जाएगा। फ्लश करने के लिए बैराज को सुबह-शाम खोला जाएगा। फ्लश सिस्टम से यह लाभ होगा कि रुके हुए पानी में लहर आ जाएगा। पानी की धार न रुकने से उससे आ रही गंध कुछ हद तक दूर होगी। घाटों पर कचरा रोकने के लिए लगाया जाएगा नेट नगर निगम के चीफ इंजिनियर मनोज प्रभात ने बताया कि, छठ के दौरान लक्ष्मण मेला किनारे किसी भी कचरे को बह के आने से रोकने के लिए विशेष इंतजाम किया गया है। नगर निगम की ओर से कुड़िया घाट, पक्का पुल और हनुमान सेतु के पास कचरे को रोकने के लिए नेट लगाया जाएगा। इस दौरान घाट के किनारे बह रही गंदगी को साफ कर दिया गया है।
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