वकील बोले- हमारा आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ:गाजियाबाद में 29 अक्टूबर को हुए लाठीचार्ज को लेकर लगातार हड़ताल पर हैं वकील

गाजियाबाद में वकीलों का प्रदर्शन अभी जारी रहेगा, एक दिन पहले बार ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया। लेकिन वकील बार के खिलाफ आक्रोशित हो गए। जिसमें वकीलों ने कहा कि हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। जो भी हमारी मांग हैं जब तक वह पूरी नहीं होती हम अपने आंदोलन को लेकर आगे बढ़ाते रहेंगे। वकीलों की यह हैं मुख्य मांगें वकीलों ने कहा कि जब तक जिला जज अनिल कुमार नहीं हटाए जाएंगे हम धरना प्रदर्शन व आंदोलन करते रहेंगे। जिला जज के निलंबन की भी मां गकी। वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर बैनर लगा दिए। दूसरी मांग लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की मांग रखी।वकीलों पर दर्ज मुकदमे वापस करने की मांग रखी। घायल वकीलों के लिए उचित सहायता की मांग रखी। दोषी पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज की मांग रखी। यह पांच मांग महासम्मेलन में 3 दिन पहले भी रखी गईं। 29 अक्टूबर को हुआ था लाठीचार्ज जिला जज की कोर्ट में 31 अक्टूबर को वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया था। जिसमें कई सीनियर अधिवक्ताओं को चोट लगी थी। लाठीचार्ज के विरोध में चल रहे आंदोलन को धार देने के लिए आगे की रणनीति बनाई जा रही है। 4 नवंबर से वकील आंदोलन कर रहे हैं। वहीं बार ने आज मंगलवार को सीनियर अधिवक्ता धीरेंद्र त्यागी के निधन पर आज शौक प्रस्ताव घोषित करते हुए पूर्ण रूप से न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

Nov 26, 2024 - 13:55
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वकील बोले- हमारा आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ:गाजियाबाद में 29 अक्टूबर को हुए लाठीचार्ज को लेकर लगातार हड़ताल पर हैं वकील
गाजियाबाद में वकीलों का प्रदर्शन अभी जारी रहेगा, एक दिन पहले बार ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया। लेकिन वकील बार के खिलाफ आक्रोशित हो गए। जिसमें वकीलों ने कहा कि हमारी मांग जब तक पूरी नहीं होती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। जो भी हमारी मांग हैं जब तक वह पूरी नहीं होती हम अपने आंदोलन को लेकर आगे बढ़ाते रहेंगे। वकीलों की यह हैं मुख्य मांगें वकीलों ने कहा कि जब तक जिला जज अनिल कुमार नहीं हटाए जाएंगे हम धरना प्रदर्शन व आंदोलन करते रहेंगे। जिला जज के निलंबन की भी मां गकी। वकीलों ने अपनी मांगों को लेकर बैनर लगा दिए। दूसरी मांग लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई की मांग रखी।वकीलों पर दर्ज मुकदमे वापस करने की मांग रखी। घायल वकीलों के लिए उचित सहायता की मांग रखी। दोषी पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज की मांग रखी। यह पांच मांग महासम्मेलन में 3 दिन पहले भी रखी गईं। 29 अक्टूबर को हुआ था लाठीचार्ज जिला जज की कोर्ट में 31 अक्टूबर को वकीलों पर लाठीचार्ज किया गया था। जिसमें कई सीनियर अधिवक्ताओं को चोट लगी थी। लाठीचार्ज के विरोध में चल रहे आंदोलन को धार देने के लिए आगे की रणनीति बनाई जा रही है। 4 नवंबर से वकील आंदोलन कर रहे हैं। वहीं बार ने आज मंगलवार को सीनियर अधिवक्ता धीरेंद्र त्यागी के निधन पर आज शौक प्रस्ताव घोषित करते हुए पूर्ण रूप से न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे।

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