सांसद अवधेश प्रसाद ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए:बोले-भाजपा कार्यकर्ता जबरन वोट डलवाने की कोशिश में, सपा नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता जबरन वोट डलवाने की कोशिश कर रहे हैं और सपा के स्थानीय नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। दो दर्जन से अधिक प्रधानों को हिरासत में लिया गया है उन्होंने कहा कि तरौली, रानीकपुर और मिर्जापुर खजूरी सहित विभिन्न क्षेत्रों के दो दर्जन से अधिक प्रधानों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने दावा किया कि जनता ने भाजपा को हराने का मन बना लिया है और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार अजीत प्रसाद को बड़े अंतर से जिताने का निर्णय किया है। 84 कोसी परिक्रमा के नाम पर बिना मुआवजा जमीन अधिग्रहण का मुद्दा उठाया अवधेश प्रसाद ने कहा कि अखिलेश यादव और डिंपल यादव की रैलियों में दो से ढाई लाख लोगों की भीड़ उमड़ी, जो जनता के समर्थन को दर्शाती है। उन्होंने योगी सरकार पर महंगाई, गुंडागर्दी और किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। विशेष रूप से 84 कोसी परिक्रमा के नाम पर बिना मुआवजा जमीन अधिग्रहण का मुद्दा उठाया। भाजपा शहर में रहने वालों के फर्जी वोट डलवाने की कोशिश कर रही सांसद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा और कहा कि एक उपचुनाव में मुख्यमंत्री का 9 बार आना, 16 मंत्रियों और 84 विधायकों का प्रचार में लगाया जाना अभूतपूर्व है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शहर में रहने वालों के फर्जी वोट डलवाने की कोशिश कर रही है।लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाने को कहा जा रहा है। कितने भी मरे जरे लोगो का वोट डलवाएंगे त बभी लाखों वोट से हम जीतेंगे। चुनाव आयोग और पर्यवेक्षक से मिलकर शिकायत करेंगे सासंद अवधेश प्रसाद ने आरोप लगाया कि मतदान में जो भी कर्मचारी लगाए गए हैं उसमें भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं उनके सगे संबंधियों को लगाया गया है। यहां के पुलिस के लोगों को भी बीजेपी नेताओं के रिश्तेदार हैं। उन्ही को छांट-छांट कर लगाया गया है। चुनाव को प्रभावित करने के लिए समाजवादी पार्टी के वोटरों को रोकने के लिए यह सब कर रहे हैं। इसकी शिकायत हम आईजी और चुनाव के पर्यवेक्षक चुनाव अधिकारी से मिलेंगे। और चुनाव आयोग दिल्ली को फैक्स भी करेंगे। इस तरीके से लोकतंत्र की हत्या हो रही है। मतदाताओं को रोका जा रहा है प्रधान बंद किया जाए रहे हैं। इस हरकत को रोका जाए हमें उम्मीद है। हमारी बातों पर लोग ध्यान देंगे। और निष्पक्ष मतदान कराएंगे

क्या हैं सांसद अवधेश प्रसाद के आरोप?
हाल ही में सांसद अवधेश प्रसाद ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता जबरन वोट डलवाने की कोशिश कर रहे हैं। इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि सपा (समाजवादी पार्टी) के नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है, जिससे लोकतंत्र की बुनियादी सिद्धांतों को खतरा उत्पन्न हो रहा है। उनका यह बयान चुनावी प्रक्रिया में निष्पक्षता की कमी को उजागर करता है।
भाजपा का पक्ष
वहीं भाजपा ने सांसद अवधेश प्रसाद के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि यह केवल राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है। भाजपा नेता आरोपों को नकारते हैं और दावा करते हैं कि उनकी पार्टी लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करती है। इस संदर्भ में भाजपा के प्रवक्ता ने कहा कि विपक्ष जब कमजोर होता है, ऐसे समय में ऐसा आरोप लगाना आम बात है।
चुनाव में धांधली के आरोप
वोटिंग प्रक्रिया को लेकर देश में लगातार विवाद होते आए हैं। अक्सर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर धांधली के आरोप लगाते रहे हैं। इन सभी परिस्थितियों में, सांसद अवधेश प्रसाद के आरोप ताज़ा चर्चा का विषय बन गए हैं। यह स्थिति उम्मीदवारों और मतदाताओं के लिए चिंता का विषय बन गई है।
समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि भाजपा सरकार की यह सभी कार्रवाई लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह चुनावी प्रक्रिया में बाधा डालना चाहती है जिससे सत्ता में बने रहने के लिए तानाशाही प्रवृत्ति को बढ़ावा मिल रहा है।
निष्कर्ष
यह आरोप भारतीय राजनीति में एक नई बहस का आरंभ कर सकते हैं। समाज में लोकतंत्र, स्वतंत्रता और निष्पक्षता जैसे मूलभूत सिद्धांतों की रक्षा के महत्व को देखते हुए यह आवश्यक है कि सभी दल इस दिशा में सक्रियता से काम करें। इसके लिए आवश्यक है कि वोटिंग प्रक्रिया के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए और राजनीतिक मतभेदों को पीछे छोड़कर एक साथ काम किया जाए। Keywords: सांसद अवधेश प्रसाद भाजपा गंभीर आरोप, भाजपा कार्यकर्ता वोट डलवाने की कोशिश, सपा नेताओं गिरफ्तार, चुनावी धांधली, भारतीय राजनीति विवाद, लोकतंत्र में निष्पक्षता, समाजवादी पार्टी प्रतिक्रिया, राजनीतिक दलों के आरोप, चुनावी प्रक्रिया की रक्षा, भाजपा का पक्ष.
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