750KM दूर झांसी आए…20 मिनट में चोरी कर भागे:कार की नंबर प्लेट बदली, उसी कार से हरियाणा में चोरी की, ऐसे पकड़े गए 4 शातिर चोर

झांसी पुलिस ने पंजाब के 4 शातिर बदमाशों को अरेस्ट किया है। जो पूरे देश में क्राइम करते हैं। वे इतने शातिर है कि 17 दिन पहले चोरी करने के लिए 750 किलोमीटर का सफर तय करके झांसी पहुंचे। यहां महज 20 मिनट में ही DRM ऑफिस की महिला कर्मचारी के घर में बड़ी चोरी की। न चेहरे पर नकाब लगाया न कोई खौफ। दिनदहाड़े चोरी करके वापस भाग गए। पकड़े न जाए, इसलिए अपनी कार की नंबर प्लेट तक बदल दी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाले तो बदमाशों की साफ फुटेज मिल गए। इन्हीं फुटेज के आधार पर पुलिस की जांच आगे बड़ी और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने मंगलवार को चारों बदमाशों को अरेस्ट कर लिया। उनकी उम्र 42 से 55 साल है। इन्हीं बदमाशों ने 14 माह पहले भी झांसी आकर एक और चोरी की थी। उनसे 9 लाख रुपए के गहने व चोरी में इस्तेमाल कार बरामद हुई हैं। अब पढ़िए चोरी से लेकर पकड़ने तक की कहानी घर के बाहर ताला देख चोरी की थी एसएसपी सुधा सिंह ने बताया कि चोरी के मामले में पंजाब के लुधियाना निवासी वीरेंद्र उर्फ भोला (42), जसवीर उर्फ जस्सा (55), पंजाब के मोगा निवासी राजेश (54) और हरियाणा के कुरुक्षेत्र निवासी राजू को अरेस्ट किया है। चारों बहुत शातिर चोर हैं। लुधियाना से चारों कार में सवार होकर 14 नवंबर को झांसी पहुंचे। यानी लगभग 750 किलोमीटर का सफर तय किया। यहां कोतवाली थाना क्षेत्र के शिव परिवार कॉलोनी निवासी प्रतिभा राय के घर के बाहर ताला लगा था। प्रतिभा डीआरएम ऑफिस में काम करती है। वे उस दिन ड्यूटी गई थी। ताला देख बदमाश घर के अंदर घुसे और चोरी की। 20 मिनट में ही तकिया के खोल में माल भरकर कार से भाग गए। केस दर्ज कर कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम तलाश में जुट गई। इसी कार से सोनीपत में चोरी की थी चोरी के बाद पुलिस ने जांच की तो सीसीटीवी कैमरे में चाेरों के चेहरे और उनकी आई-10 कार कैद हो गई। कार पर यूपी16एडी7505 नंबर था। जोकि नोएडा के आई-10 कार मालिक का था। पुलिस नोएडा पहुंची तो मालिक ने बताया कि कार घर पर है। दोनों के कलर अलग थे। इससे स्पष्ट हो गया कि चोरों ने कार पर फर्जी नंबर लगा रखा था। मालिक ने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले मेरी कार का नंबर चोरी में सोनीपत में इस्तेमाल हुआ था। पता किया तो चोरों ने सोनीपत में भी उसी कार से चोरी की थी। चोर कार का नंबर कुछ दिनों में बदलते रहते थे। मुखबिर और सर्विलांश ने चोरों तक पहुंचाया कार नंबर से सफलता हाथ नहीं लगी तो पुलिस ने मुखबिर और सर्विलांश टीम को एक्टिव कर दिया। सर्विलांश की मदद से उनकी पहचान कर ली गई। मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर स्वाट टीम प्रभारी जितेंद्र सिंह ने अपनी टीम व कोतवाली पुलिस के साथ घेराबंदी करके कोतवाली के नगरिया कुआं बाइपास के पास से चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि अगस्त 2023 में भी वे झांसी आकर चोरी कर चुके हैं। तब सीपरी बाजार के अयोध्यापुरी कॉलोनी निवासी रमेश चंद्र साहू के घर में बड़ी चोरी की थी। उनसे चोरी हुए 9 लाख के गहने व चोरी में इस्तेमाल कार बरामद हुई हैं। वे टोल वाली सड़कों का इस्तेमाल नहीं करते थे और अपनी कार का नंबर बदलते रहते थे। ताकि पकड़े न जाएं। जेल में बनाया गैंग, करने लगे चोरी पुलिस के अनुसार, आरोपी जसवीर और राजू पहले राजस्थान से अफीम लाकर पंजाब में बेचते थे। अंबाला में पकड़े जाने पर जेल गए। वहां चोरी केस में बंद भोला और राजेश से मुलाकात हो गई। चारों ने मिलकर गैंग बना लिया और फिर जेल से छूटने के बाद चोरी करने लगे। उनके खिलाफ राजस्थान के दौसा में भी चोरी के दो केस दर्ज हैं। झांसी पुलिस अन्य प्रदेशों में भी आपराधिक इतिहास का पता लगा रही है।

Dec 4, 2024 - 02:10
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750KM दूर झांसी आए…20 मिनट में चोरी कर भागे:कार की नंबर प्लेट बदली, उसी कार से हरियाणा में चोरी की, ऐसे पकड़े गए 4 शातिर चोर
झांसी पुलिस ने पंजाब के 4 शातिर बदमाशों को अरेस्ट किया है। जो पूरे देश में क्राइम करते हैं। वे इतने शातिर है कि 17 दिन पहले चोरी करने के लिए 750 किलोमीटर का सफर तय करके झांसी पहुंचे। यहां महज 20 मिनट में ही DRM ऑफिस की महिला कर्मचारी के घर में बड़ी चोरी की। न चेहरे पर नकाब लगाया न कोई खौफ। दिनदहाड़े चोरी करके वापस भाग गए। पकड़े न जाए, इसलिए अपनी कार की नंबर प्लेट तक बदल दी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाले तो बदमाशों की साफ फुटेज मिल गए। इन्हीं फुटेज के आधार पर पुलिस की जांच आगे बड़ी और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने मंगलवार को चारों बदमाशों को अरेस्ट कर लिया। उनकी उम्र 42 से 55 साल है। इन्हीं बदमाशों ने 14 माह पहले भी झांसी आकर एक और चोरी की थी। उनसे 9 लाख रुपए के गहने व चोरी में इस्तेमाल कार बरामद हुई हैं। अब पढ़िए चोरी से लेकर पकड़ने तक की कहानी घर के बाहर ताला देख चोरी की थी एसएसपी सुधा सिंह ने बताया कि चोरी के मामले में पंजाब के लुधियाना निवासी वीरेंद्र उर्फ भोला (42), जसवीर उर्फ जस्सा (55), पंजाब के मोगा निवासी राजेश (54) और हरियाणा के कुरुक्षेत्र निवासी राजू को अरेस्ट किया है। चारों बहुत शातिर चोर हैं। लुधियाना से चारों कार में सवार होकर 14 नवंबर को झांसी पहुंचे। यानी लगभग 750 किलोमीटर का सफर तय किया। यहां कोतवाली थाना क्षेत्र के शिव परिवार कॉलोनी निवासी प्रतिभा राय के घर के बाहर ताला लगा था। प्रतिभा डीआरएम ऑफिस में काम करती है। वे उस दिन ड्यूटी गई थी। ताला देख बदमाश घर के अंदर घुसे और चोरी की। 20 मिनट में ही तकिया के खोल में माल भरकर कार से भाग गए। केस दर्ज कर कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम तलाश में जुट गई। इसी कार से सोनीपत में चोरी की थी चोरी के बाद पुलिस ने जांच की तो सीसीटीवी कैमरे में चाेरों के चेहरे और उनकी आई-10 कार कैद हो गई। कार पर यूपी16एडी7505 नंबर था। जोकि नोएडा के आई-10 कार मालिक का था। पुलिस नोएडा पहुंची तो मालिक ने बताया कि कार घर पर है। दोनों के कलर अलग थे। इससे स्पष्ट हो गया कि चोरों ने कार पर फर्जी नंबर लगा रखा था। मालिक ने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले मेरी कार का नंबर चोरी में सोनीपत में इस्तेमाल हुआ था। पता किया तो चोरों ने सोनीपत में भी उसी कार से चोरी की थी। चोर कार का नंबर कुछ दिनों में बदलते रहते थे। मुखबिर और सर्विलांश ने चोरों तक पहुंचाया कार नंबर से सफलता हाथ नहीं लगी तो पुलिस ने मुखबिर और सर्विलांश टीम को एक्टिव कर दिया। सर्विलांश की मदद से उनकी पहचान कर ली गई। मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर स्वाट टीम प्रभारी जितेंद्र सिंह ने अपनी टीम व कोतवाली पुलिस के साथ घेराबंदी करके कोतवाली के नगरिया कुआं बाइपास के पास से चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि अगस्त 2023 में भी वे झांसी आकर चोरी कर चुके हैं। तब सीपरी बाजार के अयोध्यापुरी कॉलोनी निवासी रमेश चंद्र साहू के घर में बड़ी चोरी की थी। उनसे चोरी हुए 9 लाख के गहने व चोरी में इस्तेमाल कार बरामद हुई हैं। वे टोल वाली सड़कों का इस्तेमाल नहीं करते थे और अपनी कार का नंबर बदलते रहते थे। ताकि पकड़े न जाएं। जेल में बनाया गैंग, करने लगे चोरी पुलिस के अनुसार, आरोपी जसवीर और राजू पहले राजस्थान से अफीम लाकर पंजाब में बेचते थे। अंबाला में पकड़े जाने पर जेल गए। वहां चोरी केस में बंद भोला और राजेश से मुलाकात हो गई। चारों ने मिलकर गैंग बना लिया और फिर जेल से छूटने के बाद चोरी करने लगे। उनके खिलाफ राजस्थान के दौसा में भी चोरी के दो केस दर्ज हैं। झांसी पुलिस अन्य प्रदेशों में भी आपराधिक इतिहास का पता लगा रही है।

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