अखिलेश से मिलने लखनऊ आ रहे 35 सपाई हिरासत में:मुरादाबाद में वोटिंग से रोकने की शिकायत थी, सीतापुर पुलिस ने पकड़ा

उपचुनाव के दौरान मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा से लखनऊ जा रहे 35 सपा समर्थकों को सीतापुर पुलिस ने संदिग्ध मानकर हिरासत में ले लिया है। ये सभी चुनाव में धांधली और वोट डालने से रोकने की पीड़ा बताने लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने जा रहे थे। पुलिस ने पांच कारों में सवार इन सभी सपा समर्थकों को हिरासत में लि लिया। आइए जानते हैं पूरा मामला... मामला शहर कोतवाली इलाके का है। यहां पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने पुलिस मीडिया सेल पर बयान जारी करते हुए बताया है कि अपराधियों के रोकथाम के लिए प्रत्येक रात सघन अभियान चेकिंग चलाया जाता है। इसी कड़ी में देर रात बैरियर लगाकर करीब पांच गाड़ियों समेत 35 संदिग्ध व्यक्तियों को रोका गया। एसपी का कहना है कि व्यक्तियों द्वारा गाड़ियों के दस्तावेज और आरसी न दिखा पाने पर सभी को कोतवाली लाकर चालान सहित अन्य कार्रवाई की जा रही है। बताया था कि मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर हुए उपचुनाव में धांधली और वोट डालने से रोके जाने की बात को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मुरादाबाद से लखनऊ जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने जा रहे थे। कार्यकर्ताओं के रोके जाने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले की जानकारी ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा है। अखिलेश ने किया ट्वीट, भाजपा पर साधा निशाना अखिलेश यादव ने इस मामले को ट्वीट कर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा, ''कुंदरकी में जिन लोगों को सरेआम वोट डालने से रोका गया या जिनके वोट किसी और ने डाल दिये वो सब लोग अपनी व्यथा बताने के लिए लखनऊ आ रहे थे, क्योंकि वहाँ स्थानीय स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इससे भाजपा के चुनावी घपले का भंडाफोड़ हो जाता, इसीलिए बीच रास्ते में उनको सीतापुर में उप्र पुलिस द्वारा निरुद्ध किया गया है। हम महामना राष्ट्रपति महोदय, माननीय सर्वोच्च न्यायालय, चुनाव आयोग, मानवाधिकार आयोग, माननीय राज्यपाल व देश के सभी समाचार पत्रों और न्यूज़ चैनलों से आग्रह करते हैं कि इस मामले का तुंरत संज्ञान लें और ये सुनिश्चित करें कि अपने वोट के अधिकार के लिए जो आवाज़ उठाना चाहते हैं, उनके साथ उप्र की भाजपा सरकार कोई अन्याय या अत्याचार न कर सके।'' नहीं दिखा सके गाड़ियों के कागज वहीं मामले में सीतापुर एसपी चक्रेश मिश्र ने इसे रूटीन चेकिंग में कार्रवाई बताई है। उन्होंने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि अपराध की रोकथाम के लिए थाना कोतवाली नगर और खैराबाद पुलिस बैरियर लगाकर वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान गैर जनपद की पांच कारों को रोका गया। कारों में 35 लोग सवार थे। गाड़ियों के चालक न तो कारों की आरसी दिखा सके, ना ही अन्य दस्तावेज। इसलिए सभी का चालान किया गया है। कोतवाली में उमड़े सपाई, कार्यकर्ताओं से मिलने से रोका इधर घटना की जानकारी मिलते ही जिले के कई सपाई शहर कोतवाली पहुंचे। पर उन्हें अधिकारियों ने पकड़े गए कार्यकर्ताओं से मिलने से रोक दिया। सूचना पर कोतवाली पहुंचे राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक अनूप गुप्ता ने पुलिस पर मुलाकात ना कराने के साथ ही उन्हें चाय पानी और नित्य क्रिया पर भी रोक लगाने का आरोप लगाया।

Nov 24, 2024 - 12:15
 0  3.1k
अखिलेश से मिलने लखनऊ आ रहे 35 सपाई हिरासत में:मुरादाबाद में वोटिंग से रोकने की शिकायत थी, सीतापुर पुलिस ने पकड़ा
उपचुनाव के दौरान मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा से लखनऊ जा रहे 35 सपा समर्थकों को सीतापुर पुलिस ने संदिग्ध मानकर हिरासत में ले लिया है। ये सभी चुनाव में धांधली और वोट डालने से रोकने की पीड़ा बताने लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने जा रहे थे। पुलिस ने पांच कारों में सवार इन सभी सपा समर्थकों को हिरासत में लि लिया। आइए जानते हैं पूरा मामला... मामला शहर कोतवाली इलाके का है। यहां पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने पुलिस मीडिया सेल पर बयान जारी करते हुए बताया है कि अपराधियों के रोकथाम के लिए प्रत्येक रात सघन अभियान चेकिंग चलाया जाता है। इसी कड़ी में देर रात बैरियर लगाकर करीब पांच गाड़ियों समेत 35 संदिग्ध व्यक्तियों को रोका गया। एसपी का कहना है कि व्यक्तियों द्वारा गाड़ियों के दस्तावेज और आरसी न दिखा पाने पर सभी को कोतवाली लाकर चालान सहित अन्य कार्रवाई की जा रही है। बताया था कि मुरादाबाद की कुंदरकी सीट पर हुए उपचुनाव में धांधली और वोट डालने से रोके जाने की बात को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मुरादाबाद से लखनऊ जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने जा रहे थे। कार्यकर्ताओं के रोके जाने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मामले की जानकारी ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधा है। अखिलेश ने किया ट्वीट, भाजपा पर साधा निशाना अखिलेश यादव ने इस मामले को ट्वीट कर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा, ''कुंदरकी में जिन लोगों को सरेआम वोट डालने से रोका गया या जिनके वोट किसी और ने डाल दिये वो सब लोग अपनी व्यथा बताने के लिए लखनऊ आ रहे थे, क्योंकि वहाँ स्थानीय स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। इससे भाजपा के चुनावी घपले का भंडाफोड़ हो जाता, इसीलिए बीच रास्ते में उनको सीतापुर में उप्र पुलिस द्वारा निरुद्ध किया गया है। हम महामना राष्ट्रपति महोदय, माननीय सर्वोच्च न्यायालय, चुनाव आयोग, मानवाधिकार आयोग, माननीय राज्यपाल व देश के सभी समाचार पत्रों और न्यूज़ चैनलों से आग्रह करते हैं कि इस मामले का तुंरत संज्ञान लें और ये सुनिश्चित करें कि अपने वोट के अधिकार के लिए जो आवाज़ उठाना चाहते हैं, उनके साथ उप्र की भाजपा सरकार कोई अन्याय या अत्याचार न कर सके।'' नहीं दिखा सके गाड़ियों के कागज वहीं मामले में सीतापुर एसपी चक्रेश मिश्र ने इसे रूटीन चेकिंग में कार्रवाई बताई है। उन्होंने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि अपराध की रोकथाम के लिए थाना कोतवाली नगर और खैराबाद पुलिस बैरियर लगाकर वाहन चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान गैर जनपद की पांच कारों को रोका गया। कारों में 35 लोग सवार थे। गाड़ियों के चालक न तो कारों की आरसी दिखा सके, ना ही अन्य दस्तावेज। इसलिए सभी का चालान किया गया है। कोतवाली में उमड़े सपाई, कार्यकर्ताओं से मिलने से रोका इधर घटना की जानकारी मिलते ही जिले के कई सपाई शहर कोतवाली पहुंचे। पर उन्हें अधिकारियों ने पकड़े गए कार्यकर्ताओं से मिलने से रोक दिया। सूचना पर कोतवाली पहुंचे राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक अनूप गुप्ता ने पुलिस पर मुलाकात ना कराने के साथ ही उन्हें चाय पानी और नित्य क्रिया पर भी रोक लगाने का आरोप लगाया।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow