जयशंकर तीन दिवसीय दौरे पर इटली जाएंगे:G7 के विदेश मंत्रियों की आउटरीच बैठक में हिस्सा लेंगे; जून में PM मोदी ने किया था दौरा

विदेश मंत्री एस जयशंकर आज तीन दिवसीय दौरे के लिए इटली रवाना होंगे । 24 से 26 नवंबर तक चलने वाले इस दौरे में वे G7 देशों के विदेश मंत्रियों की आउटरीच बैठक का हिस्सा बनेंगे। इटली ने इस बैठक के लिए भारत को गेस्ट कंट्री (मेहमान देश) के तौर पर न्योता भेजा है। विदेश मंत्रियों की ये बैठक इटली के फिउग्गी में होगी। इस दौरान जयशंकर इटली समेत तमाम दूसरे देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात और द्विपक्षीय बैठक करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान वे रोम में भारतीय दूतावास के नए परिसर का उद्घाटन भी करेंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक अध्ययन संस्थान (ISPI) द्वारा आयोजित 'मेडिटेरेनियन डायलॉग' के 10वें संस्करण में भी हिस्सा लेंगे। रोम में हर साल मेडिटेरेनियन डायलॉग का आयोजन होता है। इसे आमतौर पर मैड डायलॉग के तौर पर जाना जाता है। इस बार इसका आयोजन 25 से 27 नवंबर को होगा। जून में PM मोदी G7 की बैठक शामिल हुए थे इस साल 14 जून को इटली में G7 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की आउटरीच बैठक का आयोजन हुआ था। इस बैठक के लिए इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया था। इस समिट के दौरान उन्होंने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के अलावा, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक और वैटिकन सिटी के प्रमुख पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी। समिट में मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच भी मुलाकात हुई थी। इसके अलावा जयशंकर ने भी 2 और 3 नवंबर को इटली का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी के साथ बातचीत की थी। इस बातचीत में दोनों देशों के बीच 2023-27 के लिए सांस्कृतिक साझेदारी को बढ़ाने पर सहमति बनी थी। क्या है G7 संगठन 1975 में बना ये संगठन दुनिया के सबसे अमीर देशों का समूह है। इसमें अमेरिका, जापान, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और कनाडा शामिल हैं। ये देश हर साल एक समिट में दुनिया के अहम मुद्दों पर चर्चा करते हैं। पिछली बार G7 समिट जापान में हुआ था। इसमें चीन के कर्ज जाल और इंडो-पैसिफिक में बढ़ते दबदबे पर चर्चा की गई थी। भारत अब तक 11 बार इस समिट में शामिल हो चुका है। सबसे पहले 2003 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इस समिट के लिए फ्रांस ने बुलाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 से लगातार इस समिट की बैठकों में शामिल हो रहे हैं। ----------------------------------- G7 से जुड़ी ये खबर भी जरूर पढ़ें.... क्या है G7, जिसमें मेलोनी ने मोदी को बुलाया:अमीर देशों के इस क्लब को मनमोहन ने धमकाया; सऊदी-अमेरिका के भिड़ने से बना ये संगठन आज यानी 14 मई को सफेद घरों और मेहराबों के लिए मशहूर इटली के फसानो शहर में दुनिया के 7 सबसे ताकतवर देशों के नेता इकट्ठे हुए हैं। यहां अमीर देशों के सबसे बड़े संगठन ‘G7’ की बैठक हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस संगठन की मीटिंग में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें....

Nov 24, 2024 - 13:10
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जयशंकर तीन दिवसीय दौरे पर इटली जाएंगे:G7 के विदेश मंत्रियों की आउटरीच बैठक में हिस्सा लेंगे; जून में PM मोदी ने किया था दौरा
विदेश मंत्री एस जयशंकर आज तीन दिवसीय दौरे के लिए इटली रवाना होंगे । 24 से 26 नवंबर तक चलने वाले इस दौरे में वे G7 देशों के विदेश मंत्रियों की आउटरीच बैठक का हिस्सा बनेंगे। इटली ने इस बैठक के लिए भारत को गेस्ट कंट्री (मेहमान देश) के तौर पर न्योता भेजा है। विदेश मंत्रियों की ये बैठक इटली के फिउग्गी में होगी। इस दौरान जयशंकर इटली समेत तमाम दूसरे देशों के विदेश मंत्रियों से मुलाकात और द्विपक्षीय बैठक करेंगे। अपनी यात्रा के दौरान वे रोम में भारतीय दूतावास के नए परिसर का उद्घाटन भी करेंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक अध्ययन संस्थान (ISPI) द्वारा आयोजित 'मेडिटेरेनियन डायलॉग' के 10वें संस्करण में भी हिस्सा लेंगे। रोम में हर साल मेडिटेरेनियन डायलॉग का आयोजन होता है। इसे आमतौर पर मैड डायलॉग के तौर पर जाना जाता है। इस बार इसका आयोजन 25 से 27 नवंबर को होगा। जून में PM मोदी G7 की बैठक शामिल हुए थे इस साल 14 जून को इटली में G7 देशों के राष्ट्राध्यक्षों की आउटरीच बैठक का आयोजन हुआ था। इस बैठक के लिए इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया था। इस समिट के दौरान उन्होंने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के अलावा, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक और वैटिकन सिटी के प्रमुख पोप फ्रांसिस से मुलाकात की थी। समिट में मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच भी मुलाकात हुई थी। इसके अलावा जयशंकर ने भी 2 और 3 नवंबर को इटली का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने इटली के विदेश मंत्री एंटोनियो ताजानी के साथ बातचीत की थी। इस बातचीत में दोनों देशों के बीच 2023-27 के लिए सांस्कृतिक साझेदारी को बढ़ाने पर सहमति बनी थी। क्या है G7 संगठन 1975 में बना ये संगठन दुनिया के सबसे अमीर देशों का समूह है। इसमें अमेरिका, जापान, जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और कनाडा शामिल हैं। ये देश हर साल एक समिट में दुनिया के अहम मुद्दों पर चर्चा करते हैं। पिछली बार G7 समिट जापान में हुआ था। इसमें चीन के कर्ज जाल और इंडो-पैसिफिक में बढ़ते दबदबे पर चर्चा की गई थी। भारत अब तक 11 बार इस समिट में शामिल हो चुका है। सबसे पहले 2003 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इस समिट के लिए फ्रांस ने बुलाया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 से लगातार इस समिट की बैठकों में शामिल हो रहे हैं। ----------------------------------- G7 से जुड़ी ये खबर भी जरूर पढ़ें.... क्या है G7, जिसमें मेलोनी ने मोदी को बुलाया:अमीर देशों के इस क्लब को मनमोहन ने धमकाया; सऊदी-अमेरिका के भिड़ने से बना ये संगठन आज यानी 14 मई को सफेद घरों और मेहराबों के लिए मशहूर इटली के फसानो शहर में दुनिया के 7 सबसे ताकतवर देशों के नेता इकट्ठे हुए हैं। यहां अमीर देशों के सबसे बड़े संगठन ‘G7’ की बैठक हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस संगठन की मीटिंग में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें....

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