अदाणी फाउंडेशन का राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह संपन्न:गर्भवती और नवजात बच्चों की मां को संक्रमण से बचने के बताए उपाय, मलिन बस्तियों चलाई ड्राइव

वाराणसी की मलिन बस्तियों में नवजात और गर्भवती माओं को संक्रमण से बचाने के लिए अदाणी फाउंडेशन ने राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह का आयोजन किया। यह आयोजन 15 नवंबर से शुरू होकर 21 नवंबर तक चला। इसमें मलिन बस्तियों की गर्भवती महिलाओं को हाइजीन के बारे में बताया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नवजात मृत्यु दर को कम करना है। इन मलिन बस्तियों में हुआ आयोजन अदाणी विल्मार फॉर्च्यून सुपोषण प्रोजेक्ट के तहत राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह के अवसर पर शहरी मलिन बस्तियों कज्जाकपुरा, मकदुमबाबा, सुन्दरपुर, बड़ी पाटिया, खोजवा, बड़ी गैबी, सराय सुरजन नक्कीघाट, कोनिया, राजघाट, सरैया, लल्लापुरा, बाजारडीहा आदि बस्तियों में 15 नवंबर से 21 नवंबर तक विविध कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया। बाल विकास योजना की क्षेत्रीय प्रवेक्षिका ने किया जागरूक इस आयोजन के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा महिला और बाल विकास परियोजना की क्षेत्रीय प्रवेक्षिका गुड़िया सिंह और पुनीता सिंह ने बच्चों को जन्म से 6 माह तक सिर्फ मां के दूध का ही सेवन करने हेतु और किसी भी प्रकार का जन्म घुट्टी का इस्तेमाल नहीं करने का भी शपथ दिलाया गया। महिलाओं के सामने कंगारू मदर केयर का डेमोंस्ट्रेशन किया गया । इसके साथ ही महिला को गर्भावस्था के दौरान पालन किए जाने वाले खान पान और स्थानीय पोषक स्रोतों के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया गया। सुपोषण अधिकारी और पार्षद भी रहीं मौजूद अदाणी फाउंडेशन के साप्ताहिक कार्यक्रम के समापन पर मौजूद क्षेत्रीय पार्षद सीमा सिंह ने समुदाय के लोगों से अपील की कि बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी सिर्फ मां का न होकर परिवार के सभी सदस्यों की होती है। इसलिए बच्चों के सही विकास के लिए सबकी सहभागिता जरूरी हैं। सुपोषण अधिकारी ममता यादव द्वारा समुदाय में गर्भवती महिलाओं को बच्चे के जन्म से पहले तीन तैयारी और पांच सफाई के साथ हीं नवजात शिशु को ठंड से बचने के तरीकों के बारे में समझाया गया। 200 शिशुओं को मिला नवजात किट इस अवसर पर 200 के ऊपर नवजात शिशुओं को नवजात कीट का वितरण किया गया जिसमें तौलिया, नहाने का साबुन और नारियल का तेल दिया गया। 1300 महिलाओं को किया गया जागरूक विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा पूरे सप्ताह दौरान लगभग 1300 के ऊपर लाभार्थियों को को जागरूक किया गया। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना की आंगनबाडी कार्यकत्री मीना देवी, कमला देवी, विमला भारती, प्रेमलता अर्चना, रीना देवी,बबीता, बिंदु, और स्वास्थ विभाग के तरफ से ANM सुमित्रा, राधिका और आशा बहनें साधना, बरखा, चंदा के साथ ही सुपोषण संगिनी ज्योति भारती, प्रीति मौर्या, रीता वर्मा, सोनी मौर्या, रेनू, बिंदु पटेल,रीता देवी, सरिता देवी ज्योति चौधरी, सोनालिका और ममता श्रीवास्तव इत्यादि उपस्थित थीं।

Nov 22, 2024 - 19:05
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अदाणी फाउंडेशन का राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह संपन्न:गर्भवती और नवजात बच्चों की मां को संक्रमण से बचने के बताए उपाय, मलिन बस्तियों चलाई ड्राइव
वाराणसी की मलिन बस्तियों में नवजात और गर्भवती माओं को संक्रमण से बचाने के लिए अदाणी फाउंडेशन ने राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह का आयोजन किया। यह आयोजन 15 नवंबर से शुरू होकर 21 नवंबर तक चला। इसमें मलिन बस्तियों की गर्भवती महिलाओं को हाइजीन के बारे में बताया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नवजात मृत्यु दर को कम करना है। इन मलिन बस्तियों में हुआ आयोजन अदाणी विल्मार फॉर्च्यून सुपोषण प्रोजेक्ट के तहत राष्ट्रीय नवजात शिशु देखभाल सप्ताह के अवसर पर शहरी मलिन बस्तियों कज्जाकपुरा, मकदुमबाबा, सुन्दरपुर, बड़ी पाटिया, खोजवा, बड़ी गैबी, सराय सुरजन नक्कीघाट, कोनिया, राजघाट, सरैया, लल्लापुरा, बाजारडीहा आदि बस्तियों में 15 नवंबर से 21 नवंबर तक विविध कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया गया। बाल विकास योजना की क्षेत्रीय प्रवेक्षिका ने किया जागरूक इस आयोजन के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा महिला और बाल विकास परियोजना की क्षेत्रीय प्रवेक्षिका गुड़िया सिंह और पुनीता सिंह ने बच्चों को जन्म से 6 माह तक सिर्फ मां के दूध का ही सेवन करने हेतु और किसी भी प्रकार का जन्म घुट्टी का इस्तेमाल नहीं करने का भी शपथ दिलाया गया। महिलाओं के सामने कंगारू मदर केयर का डेमोंस्ट्रेशन किया गया । इसके साथ ही महिला को गर्भावस्था के दौरान पालन किए जाने वाले खान पान और स्थानीय पोषक स्रोतों के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया गया। सुपोषण अधिकारी और पार्षद भी रहीं मौजूद अदाणी फाउंडेशन के साप्ताहिक कार्यक्रम के समापन पर मौजूद क्षेत्रीय पार्षद सीमा सिंह ने समुदाय के लोगों से अपील की कि बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी सिर्फ मां का न होकर परिवार के सभी सदस्यों की होती है। इसलिए बच्चों के सही विकास के लिए सबकी सहभागिता जरूरी हैं। सुपोषण अधिकारी ममता यादव द्वारा समुदाय में गर्भवती महिलाओं को बच्चे के जन्म से पहले तीन तैयारी और पांच सफाई के साथ हीं नवजात शिशु को ठंड से बचने के तरीकों के बारे में समझाया गया। 200 शिशुओं को मिला नवजात किट इस अवसर पर 200 के ऊपर नवजात शिशुओं को नवजात कीट का वितरण किया गया जिसमें तौलिया, नहाने का साबुन और नारियल का तेल दिया गया। 1300 महिलाओं को किया गया जागरूक विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा पूरे सप्ताह दौरान लगभग 1300 के ऊपर लाभार्थियों को को जागरूक किया गया। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना की आंगनबाडी कार्यकत्री मीना देवी, कमला देवी, विमला भारती, प्रेमलता अर्चना, रीना देवी,बबीता, बिंदु, और स्वास्थ विभाग के तरफ से ANM सुमित्रा, राधिका और आशा बहनें साधना, बरखा, चंदा के साथ ही सुपोषण संगिनी ज्योति भारती, प्रीति मौर्या, रीता वर्मा, सोनी मौर्या, रेनू, बिंदु पटेल,रीता देवी, सरिता देवी ज्योति चौधरी, सोनालिका और ममता श्रीवास्तव इत्यादि उपस्थित थीं।

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