अम्बेडकरनगर में LIC के बीमा अभिकर्ताओं का प्रदर्शन:बोले- क्लो बैक नियम वापस ले सरकार, मांगे न मानने पर आंदोलन की चेतावनी

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के अभिकर्ताओं ने आईआरडीए द्वारा लाए गए क्लो बैक नियम को हटाने की मांग को लेकर एलआईसी कार्यालय पर धरना दिया। उन्होंने नए नियम को वापस लेने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन करेंगे। अभिकर्ताओं ने कहा कि यह नियम उनके हितों के खिलाफ है। यदि कोई बीमाधारक निर्धारित समय से पहले बीमा सरेंडर करता है तो अभिकर्ताओं को मिलने वाला कमीशन वापस ले लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीमा सरेंडर करना बीमाधारक का अधिकार है और कोई अभिकर्ता उन्हें ऐसा करने से नहीं रोक सकता। एक अक्टूबर से लागू इस नियम के खिलाफ 14 लाख अभिकर्ता आक्रोशित हैं। उन्होंने बताया कि न तो उनके कमीशन में कोई बढ़ोतरी हुई है और न ही उन्हें सुविधाएं दी गई हैं। जबकि अन्य क्षेत्रों में बदलाव आया है।एलआईसी अभिकर्ताओं को 1956 में जो कमीशन मिला था वही आज भी जारी है। इसके अलावा, कमीशन भी घटा दिया गया है। आदेश को देंगे चुनौती अभिकर्ताओं का कहना है कि आईआरडीए और प्रबंधन असंगठित क्षेत्र के अभिकर्ताओं की स्थिति पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वे एकजुट हैं और चेतावनी दी है कि यदि एलआईसी ने कमीशन कम किया है, तो वे इसे चुनौती देंगे। धरने में शामिल प्रमुख अभिकर्ताओं में राजन सिंह, सुनील, शेष कुमार, घनश्याम मौर्य, अखलेन्द्र प्रताप सिंह, और मनमोहन शामिल थे।

Oct 28, 2024 - 17:25
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अम्बेडकरनगर में LIC के बीमा अभिकर्ताओं का प्रदर्शन:बोले- क्लो बैक नियम वापस ले सरकार, मांगे न मानने पर आंदोलन की चेतावनी
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के अभिकर्ताओं ने आईआरडीए द्वारा लाए गए क्लो बैक नियम को हटाने की मांग को लेकर एलआईसी कार्यालय पर धरना दिया। उन्होंने नए नियम को वापस लेने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन करेंगे। अभिकर्ताओं ने कहा कि यह नियम उनके हितों के खिलाफ है। यदि कोई बीमाधारक निर्धारित समय से पहले बीमा सरेंडर करता है तो अभिकर्ताओं को मिलने वाला कमीशन वापस ले लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीमा सरेंडर करना बीमाधारक का अधिकार है और कोई अभिकर्ता उन्हें ऐसा करने से नहीं रोक सकता। एक अक्टूबर से लागू इस नियम के खिलाफ 14 लाख अभिकर्ता आक्रोशित हैं। उन्होंने बताया कि न तो उनके कमीशन में कोई बढ़ोतरी हुई है और न ही उन्हें सुविधाएं दी गई हैं। जबकि अन्य क्षेत्रों में बदलाव आया है।एलआईसी अभिकर्ताओं को 1956 में जो कमीशन मिला था वही आज भी जारी है। इसके अलावा, कमीशन भी घटा दिया गया है। आदेश को देंगे चुनौती अभिकर्ताओं का कहना है कि आईआरडीए और प्रबंधन असंगठित क्षेत्र के अभिकर्ताओं की स्थिति पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वे एकजुट हैं और चेतावनी दी है कि यदि एलआईसी ने कमीशन कम किया है, तो वे इसे चुनौती देंगे। धरने में शामिल प्रमुख अभिकर्ताओं में राजन सिंह, सुनील, शेष कुमार, घनश्याम मौर्य, अखलेन्द्र प्रताप सिंह, और मनमोहन शामिल थे।

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