उत्तराखंड एंटी-ड्रग अभियान: सेलाकुई पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत खतरनाक ड्रग्स पेडलर को गिरफ्तार किया!
Uttarakhand Antidrug Campaign:धूलकोट जंगल से आरोपी प्रशांत गुप्ता की गिरफ्तारी, 7 जुलाई को बेच चुका था स्मैक। देहरादून: मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार के “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” विजन को साकार करने की दिशा में जनपद पुलिस लगातार सख्त कार्रवाई कर रही है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा सभी थाना प्रभारियों को मादक पदार्थों की तस्करी और […] The post Uttarakhand Antidrug Campaign: सेलाकुई पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत वांछित ड्रग्स पेडलर को किया गिरफ्तार! first appeared on Vision 2020 News.

उत्तराखंड एंटी-ड्रग अभियान: सेलाकुई पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत खतरनाक ड्रग्स पेडलर को गिरफ्तार किया!
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By Neha Sharma, Priya Mehta, and Riya Verma | Team India Twoday
एंटी-ड्रग पहल की संक्षिप्त जानकारी
उत्तराखंड पुलिस ने मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित “ड्रग्स फ्री देवभूमि 2025” दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाएं हैं। हाल ही में, सेलाकुई पुलिस ने एक सफल अभियान में धूलकोट जंगल के क्षेत्र से वांछित ड्रग पेडलर प्रशांत गुप्ता को गिरफ्तार किया। यह गिरफ्तारी राज्य की मादक पदार्थों की तस्करी और उपयोग के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मामले का पृष्ठभूमि
प्रशांत गुप्ता को नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत वांछित किया गया था, क्योंकि वह मादक पदार्थों की तस्करी में लिप्त था। रिपोर्ट्स के अनुसार, गुप्ता ने 7 जुलाई को ₹15,000 में स्मैक बेची थी, और इस पर पुलिस ने अपनी गहन जांच के बाद उसे गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी: एक क्रांतिकारी मोड़
सेलाकुई पुलिस ने प्रशांत गुप्ता को गिरफ्तार कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। गुप्ता को एनडीपीएस एक्ट की धाराओं 8, 21, और 29 के तहत केस संख्या 71/25 में सूचीबद्ध किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा किए गए सफल ऑपरेशन के चलते यह गिरफ्तारी मादक पदार्थों से जुड़ी अपराधों के खिलाफ अग्रणी कदम है।
पुलिस पूछताछ के दौरान, गुप्ता ने स्मैक बेचने की बात स्वीकारी और इससे जुड़े एक अन्य शख्स अईजान की गिरफ्तारी का रास्ता बताया, जो इस ड्रग लेन-देन में भी शामिल था। 31 जुलाई को जमानत पर रिहा होने के बाद, गुप्ता ने गिरफ्तारी से बचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे तुरंत पकड़ लिया।
सामाजिक और संगठनात्मक प्रतिक्रियाएं
गुप्ता की गिरफ्तारी पर लोगों की प्रतिक्रिया काफी सकारात्मक रही, स्थानीय समुदाय के कई सदस्यों ने कानून प्रवर्तन की मेहनत की सराहना की। पुलिस ने समाज के सभी सदस्यों से इस भावना को साझा करते हुए सामूहिक जिम्मेदारी के महत्व को समझाने की कोशिश की है और उन्हें सतर्क रहने का अनुरोध किया।
एंटी-ड्रग अभियान के भविष्य के कदम
उत्तराखंड पुलिस अपने मिशन में दृढ है। ड्रग डीलरों के खिलाफ निरंतर अभियान, मादक पदार्थों के दुरुपयोग के खतरों के प्रति जागरूकता अभियान, और समुदाय को जोड़ना उनकी दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। कानून प्रवर्तन और सामुदायिक संसाधनों के बीच सहयोग को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि सुरक्षित मोहल्ले सुनिश्चित किए जा सकें।
निष्कर्ष
गुप्ता की गिरफ्तारी उत्तराखंड पुलिस की दवाओं से संबंधित समस्याओं को खत्म करने के प्रति अडिग प्रतिबद्धता का प्रतीक है। बढ़ती सार्वजनिक सुरक्षा और ड्रग मुक्त वातावरण के प्रयासों के साथ, यह अभियान उत्तराखंड के समुदायों पर परिवर्तनकारी प्रभाव डालने के लिए तैयार है। स्थानीय नागरिकों की सतत भागीदारी और पुलिस पहलों के साथ मिलकर दवा संकट के खिलाफ इस संघर्ष को मजबूत बनाया जा रहा है।
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