उत्तराखंड पंचायत चुनाव: प्रधान प्रत्याशी ने स्टांप पेपर पर दिया अप्रत्याशित वादा
रैबार डेस्क: उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की गहमागहमी चरम पर है। सभी प्रत्याशी अपने... The post प्रधान प्रत्याशी का स्टांप पेपर पर लिख कर ग्रामीणों से वादा, काम नहीं किए तो प्रधानी से हटा देना appeared first on Uttarakhand Raibar.
उत्तराखंड पंचायत चुनाव: प्रधान प्रत्याशी ने स्टांप पेपर पर दिया अप्रत्याशित वादा
Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - India Twoday
By Kavita Singh - Team India Twoday
पंचायत चुनावों का माहौल और अनोखे वादे
कम शब्दों में कहें तो, उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में प्रत्याशियों के बीच वादों का खेल तेज हो गया है। इस चुनावी सीज़न में एक महिला प्रधान प्रत्याशी द्वारा स्टांप पेपर पर दिए गए वादे ने सभी का ध्यान खींचा है। रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक स्थित स्यूर ग्राम पंचायत की महिला प्रत्याशी माहेश्वरी नेगी ने ग्रामीणों को यह वादा किया है कि यदि वे अपने कार्यों में असफल रहीं तो उन्हें प्रधानी से हटा दिया जा सकता है।
माहेश्वरी नेगी का साहसिक कदम
महिला प्रत्याशी माहेश्वरी नेगी ने अपनी चुनावी रणनीति के तहत एक साहसिक कदम उठाया है। उन्होंने संकल्प किया है कि वे हमेशा ग्रामीणों के बीच रहेंगी और उनकी आवश्यकताओं को प्राथमिकता देंगी। माहेश्वरी ने कहा, "मैंने स्टांप पेपर पर लिखवा लिया है कि यदि मैं अपने वादे पूरे नहीं कर पाई, तो आप मुझे पद से हटा सकते हैं।" इस प्रकार का वादा न केवल उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है बल्कि यह एक नई सोच को भी उजागर करता है।
समुदाय की बेहतरी के लिए जिम्मेदारी का अहसास
महिला प्रत्याशी का यह अनोखा कदम वास्तव में राजनीतिक पारदर्शिता और जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करता है। माहेश्वरी ने यह बताया कि उनका शपथ पत्र हर ग्रामीण के फोन में मौजूद है, जिससे गांव के लोग उनकी प्रतिबद्धताएँ लगातार देख सकते हैं। यह कदम वोटरों में विश्वास निर्माण में सहायक साबित हो सकता है और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने में मदद करेगा।
चुनावों में प्रभाव और प्रतिक्रिया
इस प्रक्रिया में माहेश्वरी का कदम अन्य पंचायत प्रत्याशियों के लिए प्रेरणास्रोत बन सकता है। कई अन्य प्रत्याशी केवल वादो पर निर्भर मुस्कराते हुए दिखते हैं, जबकि माहेश्वरी के इस ठोस कदम ने उन्हें एक अनूठी पहचान दी है। इस प्रकार का स्टांप पेपर अनुबंध ग्रामीणों को उनकी सच्ची शक्ति के प्रति सजग करता है, जिससे उन्हें अपने वोट का सही इस्तेमाल करने की प्राथमिकता मिलेगी।
निष्कर्ष
महिला प्रधान प्रत्याशी माहेश्वरी नेगी का यह अनोखा वादा उन्हें न केवल चुनावी प्रक्रिया में एक उभरती हुई उम्मीदवार बनाता है बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि नेताओं को अपने कार्यों के प्रति जवाबदेह रहना चाहिए। यह कदम निश्चित रूप से पंचायत चुनावों में नई दिशा देने की क्षमता रखता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या अन्य उम्मीदवार भी इस तरह की पहल करेंगे और अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगें।
अधिक सूचनाओं और अपडेट के लिए, कृपया यहाँ क्लिक करें.
What's Your Reaction?






