उन्नाव में तहसील बार एसोसिएशन का प्रदर्शन:भ्रष्टाचार और धन उगाही का आरोप, आंदोलन की चेतावनी
उन्नाव के बांगरमऊ तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने तहसील कार्यालय के समक्ष राजस्व न्यायालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार और अवैध धन उगाही के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने प्रदेश शासन के भू राजस्व सचिव को एक 11 सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित कर भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की मांग की है। बांगरमऊ तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं का आरोप है कि तहसील न्यायालय के पेशकार समेत विभिन्न महत्वपूर्ण पटलों पर तैनात प्राइवेट कर्मी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इन कर्मियों द्वारा मुकदमे और अन्य राजस्व कार्यों से जुड़े दस्तावेजों की अवैध वसूली की जा रही है। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि राजस्व अदालतों में कंप्यूटराइज्ड काज लिस्ट चस्पा नहीं की जाती और मुकदमे ऑनलाइन भी नहीं किए जा रहे हैं, जिससे न्याय व्यवस्था में पारदर्शिता की कमी हो रही है। इसके अलावा अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि तहसीलदार की अदालत में विचाराधीन मुकदमों की केश डायरी पर कोई अंकन नहीं किया जाता। जिससे मामले की स्थिति का सही पता नहीं चलता। इन आरोपों के मुताबिक तहसील कार्यालय में दलाल भी सक्रिय हैं, जो विभिन्न प्रकार के मामलों में पैसा वसूलने का काम करते हैं। अवधारणाओं के साथ वसूली की शिकायत ज्ञापन में यह भी कहा गया कि उपजिलाधिकारी न्यायालय में तैनात अहेलमद द्वारा प्राइवेट कर्मियों के जरिए मुचलका पत्रावली की अवैध वसूली की जाती है। इसके अलावा, पेशी के लिए 20 रुपये प्रति व्यक्ति की वसूली की जा रही है, जो पूरी तरह से अवैध और भ्रष्टाचार से भरा हुआ है। अधिवक्ताओं की चेतावनी तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि तहसील कार्यालय में भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाया जाता और उनके आरोपों की जांच नहीं की जाती, तो वे अनशन पर बैठने के लिए मजबूर होंगे। इस प्रदर्शन का उद्देश्य सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करना था, ताकि न्यायालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त किया जा सके और न्यायिक प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया जा सके। अन्य अधिवक्ताओं का समर्थन बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष चंद्र शुक्ला, मंत्री राजमणि हंस, उपाध्यक्ष प्रतीक कटियार, अजीत द्विवेदी, मुजम्मिल अहमद, रामपाल यादव, मनोज गौतम, श्रीकांत द्विवेदी, कृष्णकांत कनौजिया, आदित्य तिवारी, शादाब खान, दिनेश गोयल, सुरेंद्र बाबू, मनोज सेंगर, छोटेलाल गौतम, सुरभ श्रीवास्तव समेत कई अन्य अधिवक्ता इस धरना प्रदर्शन में शामिल हुए और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने विरोध का इजहार किया।
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