कानपुर में 48 घंटे में बढ़ेगा कोहरा और धुंध:सीजन में सबसे ठंडा रहा दिन; रात का पारा 12.8 डिग्री तक आया, खतरनाक स्तर पर प्रदूषण
कानपुर में पश्चिमी हवाएं चलते ही तापमान में गिरावट शुरू हो गई है। नवंबर माह में शुक्रवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन-रात रहा। सुबह से दोपहर तक कई स्थानों पर धुंध संग कोहरा भी रहा। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 48 घंटों तक इसी तरह कोहरा और धुंध बनी रहेगी। सुबह की शुरुआत कोहरे से हुई। कई जगहों पर आसपास के लोगों को भी देखना मुश्किल था। इसके साथ धुंध भी आ गई। सुबह नौ बजे के बाद इसके तेवर कुछ कमजोर पड़ गए, लेकिन शाम होते ही धुंध और कोहरा फिर पड़ने लगा। 30.6 डिग्री दर्ज हुआ अधिकतम तापमान कानपुर में अधिकतम पारा 32.5 डिग्री से गिरकर 30.6 डिग्री सेल्सियस हो गया। इसके बावजूद यह सामान्य से अधिक रहा। इसी तरह न्यूनतम पारा 13.2 से गिरकर 12.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। यह सामान्य से कम रहा। यह दूसरा अवसर पर है जब न्यूनतम पारा सामान्य से नीचे आया है। अधिकतम पारा अब तक सीजन में सामान्य से नीचे नहीं आया है। 12 नवंबर से लगातार गिर रहा पारा नवंबर में पश्चिमी या उत्तर पश्चिमी हवाएं न चलने से सर्दी नहीं पड़ी। जैसे ही पश्चिमी और उत्तर पश्चिमी हवाएं चलनी शुरू हुईं। 12 नवंबर से रात का पारा लगातार नीचे आ रहा है। इस दौरान कुल 4.6 डिग्री पारा गिरा। दिन का तापमान भी 12 नवंबर से गिर गया लेकिन तेजी से कमी नहीं आई। इस दौरान मिश्रित हवाएं चलीं। तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोहरा घना होने लगा है लेकिन पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी कोहरा घना होने लगा है। अगले 48 घंटों में कोहरा बढ़ सकता है। धुंध में वृद्धि होगी। पश्चिमी हवाएं चलने से सर्दी बढ़ेगी। तापमान में अधिक गिरावट नहीं आएगी। रातें दिन की अपेक्षा अधिक सर्द हैं। ठंड शुरू होने के साथ ही बढ़ा प्रदूषण मौसम में बदलाव आते ही धूल-धुआं के कण खतरनाक स्तर पर पहुंचने लगे हैं। शुक्रवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 229 हो गया। गुरुवार को यह इंडेक्स 202 था। पश्चिमी हवाएं चलने और नमी का प्रतिशत अधिक होने से धूल-धुएं के कणों की संख्या अधिक हो गई। नेहरू नगर सेंटर का एक्यूआई 264, किदवई नगर का 224 और एएसआई का 206 रहा। हवा में धूल-धुएं के कण कई गुना नेहरू नगर सेंटर में धूल-धुएं के कणों की अधिकतम संख्या 353 माइक्रोन प्रति घनमीटर (मानक 60) पहुंच गई। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी हवाएं चलने से धुंध बढ़ेगी। धूल-धुआं के कण नमी अधिक होने से नीचे की ओर हैं। डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि मरीजों को बिना मास्क बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए।
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