किसान के हत्यारों का नहीं मिला सुराग:मेरठ में 3 दिन पहले खेतों में चाकू से गोदकर की थी कविंद्र की हत्या

मेरठ में 3 दिन पहले हुई किसान कविंद्र की हत्या मामले में पुलिस अभी भी खाली हाथ है। हत्या के 3 दिन बाद भी पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। आखिर किसने दिनदहाड़े खेत में ही कविंद्र को चाकूओं से गोदकर मार डाला। पुलिस आसपास के सीसीटीवी खंगाल रही है लेकिन अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। पुलिस परिवारजन और रिश्तेदारों से लेकर कविंद्र के दोस्तों तक से पूछताछ कर रही है। कहीं ऐसा तो नहीं किसी ने संपत्ति या किसी और विवाद के कारण कविंद्र को मार डाला हो। खेत में पानी लगाने गया था मेरठ में नलकूप से स्टार्टर चोरी कर खेत में छिपे बदमाशों ने किसान कविंद्र की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। डेढ़ घंटे तक पोस्टमॉर्टम के लिए शव नहीं ले जाने दिया। पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत किया। सूचना मिलते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। परीक्षित गढ़ के गांव में बढ़ला निवासी कविंद्र की उसी के खेत में चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गई। घटना बुधवार शाम की है। मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम पहुंची थी। बढ़ला का रहने वाला था दरअसल बढ़ला निवासी कविंद्र उम्र 36 साल पुत्र कृपाल का परीक्षितगढ़ में खेत है। कविंद्र के पिता कृपाल की काफी समय पहले मृत्यु हो चुकी है। कविंद्र परिवार का इकलौता बेटा था। परिवार में कविंद्र,उसकी मां, पत्नी और तीन बच्चे रहते हैं। परिजनों ने पुलिस को बताया कि बुधवार को कविंद्र दोपहर 1 बजे बाइक से बढ़ला से परीक्षितगढ़ खेतों को देखने निकला था। 20 दिन बाद बुधवार को कविंद्र खेत पर पानी देने गया। लेकिन शाम तक भी घर नहीं लौटा। बीच में एकाध बार पत्नी ने कविंद्र के फोन पर कॉल मिलाया तो बात नहीं हो सकी। शाम तक भी कविंद्र घर नहीं लौटा और उससे बात नहीं हुई तो घरवालों को चिंता हुई। इसके बाद देर शाम कविंद्र का चचेरा भाई रॉबिन बढ़ला से परीक्षित-गढ़ खेत में कविंद्र को खोजने आया। खेत में पड़ी थी कविंद्र की लाश जब रॉबिन खेत में पहुंचा तो देखा वहां कविंद्र की लाश पड़ी है। कविंद्र के शरीर पर जगह जगह चाकू से मारने के घाव थे। ऐसा लग रहा है किसी ने पीठ और सीने में चाकू मारा है। कपड़े लहूलुहान हालत में था। तब रॉबिन ने कविंद्र के घरवालों को इसकी जानकारी दी। साथ ही स्थानीय पुलिस को भी बताया। इसके बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। सूचना पर सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला, एसपी क्राइम, स्थानीय पुलिस और फोरेंसिक टीम भी पहुंची। अज्ञात में लिखाया गया मुकदमा टीम ने घटनास्थल से नमूने लिए हैं। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घरवालों ने किसी पर शक नहीं जताया है न ही परिवार ने अब तक किसी से दुश्मनी बताई है। पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर अज्ञात में हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस आसपास के इलाके में पूछताछ कर रही है साथ ही उस रास्ते पर जाने वाले कैमरे भी देख रही है। एसपी क्राइम अवनीश कुमार का कहना है कि घटना के खुलासे के लिए कई टीमें लगाई गई हैं। बदमाशों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Nov 24, 2024 - 06:05
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किसान के हत्यारों का नहीं मिला सुराग:मेरठ में 3 दिन पहले खेतों में चाकू से गोदकर की थी कविंद्र की हत्या
मेरठ में 3 दिन पहले हुई किसान कविंद्र की हत्या मामले में पुलिस अभी भी खाली हाथ है। हत्या के 3 दिन बाद भी पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। आखिर किसने दिनदहाड़े खेत में ही कविंद्र को चाकूओं से गोदकर मार डाला। पुलिस आसपास के सीसीटीवी खंगाल रही है लेकिन अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है। पुलिस परिवारजन और रिश्तेदारों से लेकर कविंद्र के दोस्तों तक से पूछताछ कर रही है। कहीं ऐसा तो नहीं किसी ने संपत्ति या किसी और विवाद के कारण कविंद्र को मार डाला हो। खेत में पानी लगाने गया था मेरठ में नलकूप से स्टार्टर चोरी कर खेत में छिपे बदमाशों ने किसान कविंद्र की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। डेढ़ घंटे तक पोस्टमॉर्टम के लिए शव नहीं ले जाने दिया। पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन देकर ग्रामीणों को शांत किया। सूचना मिलते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी। परीक्षित गढ़ के गांव में बढ़ला निवासी कविंद्र की उसी के खेत में चाकूओं से गोदकर हत्या कर दी गई। घटना बुधवार शाम की है। मौके पर पुलिस और फोरेंसिक टीम पहुंची थी। बढ़ला का रहने वाला था दरअसल बढ़ला निवासी कविंद्र उम्र 36 साल पुत्र कृपाल का परीक्षितगढ़ में खेत है। कविंद्र के पिता कृपाल की काफी समय पहले मृत्यु हो चुकी है। कविंद्र परिवार का इकलौता बेटा था। परिवार में कविंद्र,उसकी मां, पत्नी और तीन बच्चे रहते हैं। परिजनों ने पुलिस को बताया कि बुधवार को कविंद्र दोपहर 1 बजे बाइक से बढ़ला से परीक्षितगढ़ खेतों को देखने निकला था। 20 दिन बाद बुधवार को कविंद्र खेत पर पानी देने गया। लेकिन शाम तक भी घर नहीं लौटा। बीच में एकाध बार पत्नी ने कविंद्र के फोन पर कॉल मिलाया तो बात नहीं हो सकी। शाम तक भी कविंद्र घर नहीं लौटा और उससे बात नहीं हुई तो घरवालों को चिंता हुई। इसके बाद देर शाम कविंद्र का चचेरा भाई रॉबिन बढ़ला से परीक्षित-गढ़ खेत में कविंद्र को खोजने आया। खेत में पड़ी थी कविंद्र की लाश जब रॉबिन खेत में पहुंचा तो देखा वहां कविंद्र की लाश पड़ी है। कविंद्र के शरीर पर जगह जगह चाकू से मारने के घाव थे। ऐसा लग रहा है किसी ने पीठ और सीने में चाकू मारा है। कपड़े लहूलुहान हालत में था। तब रॉबिन ने कविंद्र के घरवालों को इसकी जानकारी दी। साथ ही स्थानीय पुलिस को भी बताया। इसके बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। सूचना पर सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला, एसपी क्राइम, स्थानीय पुलिस और फोरेंसिक टीम भी पहुंची। अज्ञात में लिखाया गया मुकदमा टीम ने घटनास्थल से नमूने लिए हैं। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घरवालों ने किसी पर शक नहीं जताया है न ही परिवार ने अब तक किसी से दुश्मनी बताई है। पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर अज्ञात में हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस आसपास के इलाके में पूछताछ कर रही है साथ ही उस रास्ते पर जाने वाले कैमरे भी देख रही है। एसपी क्राइम अवनीश कुमार का कहना है कि घटना के खुलासे के लिए कई टीमें लगाई गई हैं। बदमाशों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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