कोटद्वार भूस्खलन घटना: बारिश ने किया बर्बाद, सिद्धबली मंदिर के पास बोलेरो पर गिरा बोल्डर, दो की मौत, कई घायल!
कोटद्वार/देहरादून। उत्तराखंड में भारी बारिश कहर बनकर बरस रही है। लगातार हो रही वर्षा के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। इसी क्रम में सोमवार को कोटद्वार के प्रसिद्ध सिद्धबली मंदिर के पास एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब एक बोलेरो वाहन पर अचानक पहाड़ी से विशाल बोल्डर आ […] The post Kotdwar Landslide Incident: बारिश का कहर-सिद्धबली मंदिर के पास बोलेरो पर गिरा बोल्डर, दो की मौत, कई घायल! first appeared on Vision 2020 News.

कोटद्वार भूस्खलन घटना: बारिश ने किया बर्बाद, सिद्धबली मंदिर के पास बोलेरो पर गिरा बोल्डर, दो की मौत, कई घायल!
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कोटद्वार/देहरादून। उत्तराखंड में निरंतर हो रही बारिश ने भयंकर तबाही मचाई है। इसके परिणामस्वरूप पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं तेजी से बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को, कोटद्वार के प्रसिद्ध सिद्धबली मंदिर के निकट एक गंभीर हादसा हुआ, जब बर्फीली पहाड़ी से एक विशाल बोल्डर एक बोलेरो वाहन पर गिर पड़ा। इस दर्दनाक घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच अन्य यात्रियों को गंभीर चोटें आई हैं।
हादसे की जानकारी
जानकारी के अनुसार, किल्बोखाल से कोटद्वार की ओर यात्रा कर रही बोलेरो में कुल नौ लोग सवार थे। जैसे ही वाहन सिद्धबली मंदिर के पास स्थित बैरियर के समीप पहुंचा, अचानक पहाड़ी से भारी चट्टान और मलबा गिर गया। यह पत्थर इतनी तेज़ी से गिरा कि वाहन पूरी तरह से नष्ट हो गया और वहां अफरातफरी मच गई।
आपातकालीन राहत और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य आरंभ किया। इस दुर्घटना में मृतकों की पहचान सतबीर (20) पुत्र राजेंद्र लाल निवासी लेकूली पट्टी, तहसील रिखणीखाल और रविंद्र उर्फ मोटा (30) पुत्र लक्ष्मण निवासी ग्राम बगल्यू, तहसील रिखणीखाल के रूप में हुई है।
घायल यात्रियों की पहचान मीनाक्षी, पंकज, सिमरन, देवेंद्र, और दिनेश के रूप में हुई है। सभी को तुरंत बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती कराया गया है, जहां देवेंद्र सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
भूस्खलन की वजह
बरसात के कारण भूस्खलन की घटनाएं आम हो गई हैं, जिसके कारण पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा करना अत्यंत जोखिम भरा हो गया है। प्रशासन ने पहाड़ी क्षेत्रों में निवासियों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें। देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश की स्थिति बेहद विकट बनी हुई है।
भविष्य के लिए संज्ञान
यह दुर्घटना बारिश के खतरों को स्पष्ट करती है और एक महत्वपूर्ण चेतावनी देती है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। हमें सुरक्षित यात्रा के उपायों को अपनाना चाहिए और जोखिम वाली यात्रा करने से बचना चाहिए।
अंत में, हमें याद रखना चाहिए कि कठिन समय में एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति और सहायता की आवश्यकता होती है। हमें पूछना चाहिए कि हम अपने समुदाय को इस संकट के समय में कैसे सहयोग कर सकते हैं।
इस भयानक घटना के बारे में और जानकारी के लिए, कृपया हमारे अद्यतन पढ़ते रहें। अधिक जानकारी हेतु यहां जाएं: India Twoday
सादर,
टीम इंडिया टुडे - राधिका शर्मा
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