गडोली में भारी बारिश का कहर: एक दुकान पर मलबा गिरने से 4 से 5 लाख रुपये का नुकसान

गडोली। पहाड़ों में आफ़त की बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लॉक अंतर्गत राजगढ़-गढ़वाली मोटर मार्ग पर गढ़वाली बाजार में बीते दिन हुई भारी बारिश से एक दुकान पर मलबा गिर गया। इस हादसे में दुकान में रखा सारा सामान पूरी तरह बर्बाद हो गया। दुकान के स्वामी जगजीवन सिंह …

Jul 27, 2025 - 09:27
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गडोली में भारी बारिश का कहर: एक दुकान पर मलबा गिरने से 4 से 5 लाख रुपये का नुकसान
गडोली। पहाड़ों में आफ़त की बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लॉक अंतर्गत

गडोली में भारी बारिश का कहर: एक दुकान पर मलबा गिरने से 4 से 5 लाख रुपये का नुकसान

गडोली। पहाड़ों पर पिछले कई दिनों से हो रही कतरनाक बारिश ने स्थानीय लोगों की जिंदगी को प्रभावित कर दिया है। उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लॉक के राजगढ़-गढ़वाली मोटर मार्ग पर स्थित गढ़वाली बाजार में बीते दिन हुई मूसलधार बारिश के कारण एक दुकान पर मलबा गिर गया। इस भयानक घटना में दुकान के अंदर रखा सारा सामान पूरी तरह बर्बाद हो गया है, जिससे व्यवसायी को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। Breaking News, Daily Updates & Exclusive Stories - India Twoday

दुखद हादसा और नुकसान का आकलन

दुकान के मालिक, जगजीवन सिंह रावत ने बताया कि इस हादसे में उन्हें करीब पांच लाख रुपये का नुकसान हुआ है। जगजीवन के अनुसार, मलबे की चपेट में आकर उनके व्यवसाय का पूरा माल बर्बाद हो गया है और अब पुनर्निर्माण के लिए उनके पास कोई उपाय नहीं बचा है। इस घटना ने न केवल उनके व्यवसाय को बल्कि उनके जीवन के तरीके को भी संकट में डाल दिया है।

प्रशासनिक अनुत्तरदायित्व

जगजीवन ने सबसे पहले स्थानीय प्रशासन से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन जब उन्होंने पटवारी से संपर्क किया, तो उन्हें अत्यंत निराशा का सामना करना पड़ा। पटवारी ने उन्हें बताया कि केवल ₹5000 का मुआवजा ही प्रदान किया जा सकता है, जो कि उनके नुकसान की भरपाई करने से बहुत दूर है। यह राशि तो उन्हें व्यवसाय को फिर से स्थापित करने में भी मदद नहीं करेगी। पटवारी ने आश्वासन दिया कि वे अपनी रिपोर्ट सोमवार को एसडीएम को सौंपेंगे, लेकिन वास्तविक सहायता कब मिलेगी, यह स्पष्ट नहीं है।

पूर्व सैनिक का परिवार संकट में

यह महत्वपूर्ण है कि यह दुकान पूर्व सैनिक जबर सिंह रावत के नाम पर आवंटित थी, जो एक डीजल के पेटी ठेकेदार भी हैं। उन्हें यह दुकान पूर्व सैनिक कोटे के तहत दी गई थी। अब इस कठिनाइयों का सामना करने वाले परिवार के सामने रोज़गार और पुनर्निर्माण के लिए संकट मुंह बाए खड़ा है, जिससे उनके जीवन का सहारा भी खतरे में पड़ गया है।

भविष्य के लिए समाधान और प्रशासन की भूमिका

इस दुःखद घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब भी प्राकृतिक आपदाएं प्रभावित करती हैं, स्थानीय प्रशासन की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई आवश्यक है। यह केवल व्यक्तिगत नुकसान तक सीमित नहीं है, बल्कि सम्पूर्ण समुदाय की अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करता है। यदि संबंधित अधिकारी समय पर सही सहायता प्रदान करें, तो ऐसे नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

निष्कर्ष

गडोली में हुई इस घटना ने हमें फिर साबित किया है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सजग रहना कितना ज़रूरी है। यह समुदाय और प्रशासन दोनों के लिए सहयोग का समय है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो। यह हम सभी का कर्तव्य है कि हम एक-दूसरे का सहारा बनें, विशेषकर विपत्ति के समय में।

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