गोंडा में अतिसंवेदनशील इलाकों की देर रात विसर्जित हुई प्रतिमाएं:जमकर नाचे श्रद्धालु, ADM-SP ने संभाली सुरक्षा की कमान

गोंडा के विभिन्न अतिसंवेदनशील इलाकों में स्थापित सैकड़ों मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमाओं का सोमवार देर रात तक शांति और सुरक्षा के बीच सकुशल विसर्जन किया गया। सुरक्षा के व्यापक इंतजामों के तहत प्रशासन ने ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी और संवेदनशील क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया। रात करीब 2 बजे तक सभी प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। इस दौरान गोंडा पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल स्वयं सड़कों पर नजर आए और उन्होंने प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था का निरीक्षण किया। स्थानीय श्रद्धालुओं ने भक्ति गानों के साथ नाचते-गाते हुए आतिशबाजी के बीच उल्लासपूर्वक प्रतिमाओं का विसर्जन किया। देखें 4 तस्वीरें... सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रमुख नदी-घाटों और पोखरों पर तैनात की गई थीं, ताकि विसर्जन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। साथ ही, अफवाहों पर नजर रखने के लिए पुलिस की सोशल मीडिया सेल 24 घंटे सक्रिय रही, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को समय रहते रोका जा सके। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि गोंडा जिले में हर साल बड़ी संख्या में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना कर पूजा-अर्चना की जाती है, और इस बार भी विसर्जन के दौरान सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी की गई थी।

Nov 5, 2024 - 10:45
 65  501.8k
गोंडा में अतिसंवेदनशील इलाकों की देर रात विसर्जित हुई प्रतिमाएं:जमकर नाचे श्रद्धालु, ADM-SP ने संभाली सुरक्षा की कमान
गोंडा के विभिन्न अतिसंवेदनशील इलाकों में स्थापित सैकड़ों मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमाओं का सोमवार देर रात तक शांति और सुरक्षा के बीच सकुशल विसर्जन किया गया। सुरक्षा के व्यापक इंतजामों के तहत प्रशासन ने ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी और संवेदनशील क्षेत्रों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया। रात करीब 2 बजे तक सभी प्रतिमाओं का विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। इस दौरान गोंडा पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल स्वयं सड़कों पर नजर आए और उन्होंने प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था का निरीक्षण किया। स्थानीय श्रद्धालुओं ने भक्ति गानों के साथ नाचते-गाते हुए आतिशबाजी के बीच उल्लासपूर्वक प्रतिमाओं का विसर्जन किया। देखें 4 तस्वीरें... सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रमुख नदी-घाटों और पोखरों पर तैनात की गई थीं, ताकि विसर्जन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। साथ ही, अफवाहों पर नजर रखने के लिए पुलिस की सोशल मीडिया सेल 24 घंटे सक्रिय रही, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को समय रहते रोका जा सके। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि गोंडा जिले में हर साल बड़ी संख्या में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमाओं की स्थापना कर पूजा-अर्चना की जाती है, और इस बार भी विसर्जन के दौरान सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी की गई थी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow