दीपोत्सव पर 1100 कुंतल फूलों से सजेगी राम की नगरी:240 प्रकार के देशी-विदेशी फूलों से सजेगा राम मंदिर, प्राण प्रतिष्ठा के बाद सबसे भव्य सजावट
30 अक्टूबर को आठवें दीपोत्सव को दिव्य और भव्य बनाने के साथ विश्व कीर्तिमान बनाने में आला प्रशासन जुटा हुआ है। राम मंदिर में तैयारियां चल रही हैं। एक तरफ सरयू तट पर जहां 25 लाख दिए जलाकर विश्व के समान बनाया जाएगा, तो वहीं राम मंदिर में भी एक लाख दीये जलाए जाएंगे। यहां चार तरह के दीयों को जलाने की योजना बनाई गई है। इनमें तेल के दीपकों के साथ रंगीन मिट्टी, गाय के गोबर के दीयों के अलावा मोम के दीए भी शामिल किए जाएंगे। वहीं इस मौके पर राम नगरी को 1100 हजार कुंतल फूलों से सजाया जाएगा। इसमें 500 कुंतल और 240 प्रकार के देशी-विदेशी फूलों से राम मंदिर परिसर को सजाया जाएगा। राम मंदिर में जलेंगे चार प्रकार के दीए प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दीपोत्सव पर चार तरह के दीयों को जलाने की योजना बनाई गई है। इसके पहले रामलला के गर्भगृह से लेकर गूढ़ी मंडप में पीतल के स्टैंड वाले दीपकों का प्रयोग किया जाएगा। इन दीपकों में छोटे और बड़े दोनों तरह के दीपकों के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से आए अखंड दीपकों को भी शामिल किया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया “दीपोत्सव का आयोजन दो दिन होगा। अलग-अलग दिनों में सवा-सवा लाख दीये जलाए जाएंगे। यह दीये घाटों, दर्शन मार्ग सहित पूरे मंदिर परिसर में जलाए जाएंगें। राम मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षात्मक रीति से दीये लगाने की योजना है। लेकिन दीयों की संख्या का कोई अनुमान नहीं है। गर्भगृह के लिए विशेष लैंप का प्रयोग किया जाएगा, जबकि परिसर में चार तरह के दीये जलाए जाएंगे। इनमें गाय के गोबर और मिट्टी के दीयों के अलावा रंगीन मिट्टी और मोम के दीये शामिल होंगे। 500 कुंतल देशी-विदेशी फूलों से सजेगा राम मंदिर दीपोत्सव पर राम मंदिर परिसर को करीब 500 कुंतल देशी-विदेशी फूलों से सजाया जाएगा। फूलों को सजाने का ठेका लेने वाले मोहित उर्फ पिंटू ने दैनिक भास्कर को बताया “ दीपोत्सव पर राम मंदिर परिसर को 500 कुंतल फूलों से सजाया जाएगा। इसमें मुख्य तीन द्वार को सजाने की योजना है। इसके अलावा राम जन्मभूमि पथ पर 12 द्वार बनाए जाएंगे। जगह-जगह फूलों का सेल्फी प्वाइंट भी बनाया जाएगा। जन्मभूमि पाठ कॉरिडोर को पूरा फूलों से सजाया जाएगा। राम मंदिर को सजाने के लिए करीब 240 प्रकार के फूलों का उपयोग किया जाएगा। इसमें सवा सौ कुंतल फुल गंदे के होंगे, 75 कुंतल गुलाब और 325 कुंतल 22 अन्य प्रकार के देशी और विदेशी फुल राम मंदिर परिसर को सजाने में इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें कमल, चमेली, मोगरा, गुलमोहर, बेला, जुई, अपराजिता के फूल भी शामिल होंगे। राम मंदिर के गर्भगृह और मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाएगा। लता मंगेशकर समेत राम पथ को 600 कुंतल फूलों से सजाया जाएगा दीपोत्सव को ऐतिहासिक भव्य और दिव्य बनाने के लिए अयोध्या नगर निगम प्रशासन भी जुटा हुआ है। रामपथ पर स्थित भवनों पर लाइटिंग पोलों पर स्ट्रीट लाइटिंग, फुटपाथ और मीडियन की सफाई, धुलाई और रंगाई-पुताई का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। दीपोत्सव पर करीब 600 कुंतल फूलों से पूरे रामनगरी को भव्य बनाया जाएगा। लता मंगेशकर चौक समेत विभिन्न चौराहों को भी फूलों से सजाया जाएगा। रामपथ पर दोनों ओर स्थापित रेलिंग की फूलों से सजावट की जाएगी। चौराहों पर उद्यानीकरण किया जायेगा। मोहित उर्फ पिंटू ने बताया “ फूलों की सजावट का काम शुरू हो गया है। फ्रेमिंग का काम चल रहा है। 28 तारीख से फूलों को लगाने का काम भी शुरू हो जायेगा।
What's Your Reaction?