देव-दीपावली पर गंगाघाट प्रभारी होंगे IPS, DSP-SO संभालेंगे भीड़:मैदागिन-गोदौलिया और अस्सी-लंका मार्ग VVIP रूट, आदिकेशव-गढ़वा घाट पर रुकेगी नौकाएं
काशी में देव दीपावली पर वीआईपी से लेकर पर्यटक और श्रद्धालु त्रिस्तरीय सुरक्षा में रहेंगे। सुरक्षा दस्ता थल, जल और नभ (ड्रोन) से निगरानी करेगा। सड़क से लेकर चौराहों और गंगा घाटों तक चारो ओर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद होगी। DCP-ADCP समेत 20 आईपीएस अधिकारी गंगा घाटों पर पर सुरक्षा की कमान संभालेंगे। नमो घाट, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट समेत प्रमुख घाटों पर एक आईपीएस अधिकारी प्रभारी होगा, जो ड्यूटी निर्धारण करेगा। घाट पर डिप्टी एसपी, इंस्पेक्टर और दरोगा भीड़ संभालेंगे। ACP को पब्लिक एड्रेस की जिम्मेदारी दी गई है। विभागों के मुखिया आईएएस अधिकारी नमो घाट पर रहेंगे, इसके अलावा पीसीएस अफसर भी अलग अलग घाटों पर तैनात होंगे। उधर, नगर आयुक्त समेत 8 IAS अफसर और नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी भी घाटों पर रहेंगे। कमिश्नरेट के अलावा आसपास के जनपदों और कई जोन से पुलिसकर्मी ड्यूटी में लगाएं गए हैं, आज ये कर्मी पुलिस लाइन में आमद कराकर अपनी ड्यूटी संभालेंगे। बुधवार को पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने उप-राष्ट्रपति भारत के आगमन और देव-दीपावली के चलते अधिकारियों के साथ ब्रीफिंग की। देव दीपावली पर घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और फाइनल टच पर मंथन किया। सीपी ने गंगा जाने वाले रास्तों पर डायवर्जन तय किया और पुलिस डयूटी पर आवश्यक दिशा- निर्देश दिया। सीपी ने बताया कि घाटों पर एक-एक अफसर प्रभारी होगा जिसके साथ डीएसपी और पर्याप्त संख्या में पुलिस बल होगा। प्रभारी अधिकारी ड्यूटी प्वाइंट पर पुलिसकर्मियों को ब्रीफ करेंगे। ड्यूटी के दौरान सतर्क रहेंगे। पर्यटकों के साथ पुलिस कर्मी अतिथियों जैसा व्यवहार करेंगे। भीड़ प्रबन्ध के लिए ड्यूटी प्वाइंट पर ड्यूटियों के साथ 10-10 पुलिसकर्मियों की टोली रहेंगी। टीम भीड़ नियंत्रण के लिए रस्सा, ड्रैगन लाइट, फ्लड लाइट, पब्लिक एड्रेस सिस्टम के साथ भ्रमणशील रहेगी, कर्मी व्हिसल (सीटी) का प्रयोग करेंगे। गंगा नदी में जल पुलिस की टीम निरंतर पेट्रोलिंग करती रहेगी। नौका के आवागमन व संचालन पर नजर रखेंगे। डायवर्जन का सख्ती से पालन करेंगे ड्यूटी प्वाइंट प्रभारी पुलिस कमिश्नर ने सबसे पहले रूट डायवर्जन पर चर्चा की। तय किया कि देव-दीपावली पर्व पर मैदागिन से गोदौलिया चौराहा तक नो व्हीकल जोन रहेगा। इस रूट से वीआईपी वाहन गुजरेंगे। वहीं, अस्सी और बैंक आफ बड़ौदा लंका मार्ग पर वाहनों का आवागमन प्रतिबन्धित रहेगा। देव-दीपावली पर गंगा नदी में अन्य जनपद से आने वाले नौकाऔं का आदिकेशव घाट एवं गढ़वा घाट के आगे परिवहन पूर्णतयः प्रतिबंधित रहेगा, उन नावों को वही रोक दिया जाएगा। काशी के घाटों पर नौका संचालन में शतप्रतिशत सुरक्षा निर्देशों का अनुपालन किया जाएगा। पर्यटकों को लेकर जाने वाली नाव पर कोई बिना लाइफ जैकेट सवार नहीं होगा। पतवार वाली नाव का संचालन पूर्णतय: प्रतिबंधित रहेगा और इसकी अलग से निगरानी की जाएगी। घाटों पर ड्रोन और अतिशबाजी प्रतिबंधित, सख्त कार्रवाई करें विश्वप्रसिद्ध देव दीपावली पर्व पर पुलिस कमिश्नर ने शहर को ‘नो फ्लाई जोन घोषित किया है। आज रात से प्रतिबंध 16 नवंबर मध्यरात्रि तक प्रभावी रहेगा। लाखों श्रद्धालुओं, स्थानीय निवासियों और विभिन्न विशिष्ट अतिथियों के आगमन के कारण फैसला लिया गया। बिना अनुमति के ड्रोन, पतंग, गुब्बारा, रिमोट संचालित माइक्रो लाइट्स एयरक्राफ्ट और पैराग्लाइडर के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि घाटों पर ड्रोन और व्यक्तिगत आतिशबाजी पर अभियोग पंजीकृत कर कठोर कार्रवाई की जाएगी। घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजकों को कान-फोडू (तेज ध्वनि) एवं अश्लील संगीत न बजाने का निर्देश दिया गया है। अफसर भी सर्च लाईट, ड्रैगन लाइट, पीए. सिस्टम व रस्से साथ रखें। ब्रीफिंग में संयुक्त पुलिस आयुक्त के. एजिलरसन, अपर पुलिस आयुक्त एस. चन्नप्पा, डीसीपी वरुणा चंद्रकांत मीणा, डीसीपी काशी गौरव बंसवाल, डीसीपी गोमती प्रमोद कुमार, डीसीपी सुरक्षा काशी विश्वनाथ सूर्यकांत त्रिपाठी, डीसीपी ट्रैफिक ह्रदेश कुमार, एडीसीपी काशी नीतू कादयान, एडीसीपी गोमती आकाश पटेल, एडीसीपी महिला सुरक्षा ममता रानी समेत सभी एसीपी अफसर शामिल रहे। सीएम के अलावा उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम पर भी मंथन पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने उप राष्ट्रपति के आगमन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और वीआईपी मूवमेंट पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उप राष्ट्रपति का कार्यक्रम 15 नवंबर को प्रस्तावित है। देव-दीपवाली के दौरान उनकी सुरक्षा, यातायात एवं अन्य व्यवस्थाओं पर बिंदुवार चर्चा की गई। पुलिस आयुक्त ने बताया कि प्रस्तावित स्थलों, मार्गों पर VIP के मूवमेंट के दौरान आम जनता को कोई दिक्कत न हो। यातायात बाधित न किया जाए। इसके साथ मूवमेंट पर वैकल्पिक मार्गों का निर्धारण कर लिया जाए। भीड़ नियंत्रण के लिए मार्ग की गलियों में पुलिसकर्मी रस्से का उपयोग करेंगें। वीआईपी के कार्यक्रम स्थल एवं भ्रमण मार्ग पर सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। वीआईपी कार्यक्रम स्थल पर सघन चेकिंग के उपरान्त ही प्रवेश दिया जाये। ड्यूटी में लगे पुलिस कर्मचारीगण की उपस्थिति चेक कर मौके पर ही प्रभारी अधिकारी ब्रीफ कर दें। वहीं फोन का प्रयोग आवश्यकता पर करने का निर्देश दिया।
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