धनोल्टी में भयानक हादसा: स्कूल से लौटते समय पेड़ गिरने से दो बच्चों की जान गई
धनोल्टी (टिहरी): उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश और तेज़ हवाओं ने शनिवार को एक दर्दनाक हादसे का रूप ले लिया। टिहरी जिले की घनसाली तहसील के नेल गांव के पास स्कूल से लौट रहे दो मासूम छात्र-छात्राओं की अचानक पेड़ गिरने से मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में […] The post धनोल्टी में दर्दनाक हादसा: स्कूल से लौटते वक्त पेड़ गिरने से दो बच्चों की मौत first appeared on Vision 2020 News.

धनोल्टी में भयानक हादसा: स्कूल से लौटते समय पेड़ गिरने से दो बच्चों की जान गई
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धनोल्टी (टिहरी): उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलधार बारिश और तेज़ हवाओं ने शनिवार को एक दुखद घटनाक्रम का रूप ले लिया। घनसाली तहसील के नेल गांव के पास स्कूल से लौट रहे दो मासूम बच्चे पेड़ के गिरने से अपनी जान गंवा बैठे। इस दुखद घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है, और परिवारों में हाहाकार मचा हुआ है।
दुर्घटना की सच्चाई
मिली जानकारी के अनुसार, आरभ बिष्ट (16 वर्ष) और मानसी (14 वर्ष) जीआईसी घुमेटीधार में पढ़ाई कर रहे थे, और शनिवार को स्कूल से पैदल अपने घर लौट रहे थे। रास्ते में अचानक आए तेज तूफान और बारिश के कारण एक विशाल पेड़ उन पर गिर गया। यह घटना ऐसी थी कि इससे न केवल बच्चों के परिवारों में बल्कि पूरे गांव में केहर मच गया।
स्थानीय प्रशासन का अभिव्यक्ति
पूर्व ग्राम प्रधान दुर्गा प्रसाद नौटियाल ने कहा कि इस भीषण हादसे में दोनों बच्चों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। अन्य बच्चों ने दौड़कर गांव में इस घटना की सूचना दी। इसके बाद परिजन और ग्रामीण तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम भी सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
परिवारों पर गहरा प्रभाव
आरभ अपने परिवार में दो भाइयों का बड़ा भाई था, और मानसी चार भाई-बहनों में तीसरी थी। इस भयानक घटना ने दोनों परिवारों को पूरी तरह से तोड़ डाला है। माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से बच्चों की सुरक्षा के लिए प्रभावी तैयारी और चेतावनी तंत्र विकसित किया जाए।
प्राकृतिक आपदाएँ और बच्चों की सुरक्षा
यह केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है बल्कि यह एक बड़ा मुद्दा है कि कैसे पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए। जलवायु परिवर्तन और निरंतर हो रही बारिश के चलते इस तरह की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। प्रशासन को इसे ध्यान में रखते हुए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में कोई और असीमित दुख न सहना पड़े।
निष्कर्ष
इस दुखद घटना ने समस्त गांव को झकझोर कर रख दिया है। बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को तत्काल उपाय करने चाहिए। एक तंत्र की आवश्यकता है जो बच्चों को सुरक्षित वातावरण मुहैया करा सके।
कम शब्दों में कहें तो, यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि हमें बच्चों की सुरक्षा के लिए ज्यादा संवेदनशील और सक्रियता से कदम उठाने की आवश्यकता है।
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सादर,
टिम इंडिया टुडे - सुषमा शर्मा
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