निर्माणाधीन अटल पथ पर लगे भारतरत्न की प्रतिमा:इटावा में भाजपा नेता शरद वाजपेई ने उठाई मांग, ईओ से की मुलाकात
इटावा में अटल पथ पर भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की दोनों हाथ जोड़कर स्थापित की गई मूर्ति को लेकर विवाद गहरा गया है। भाजपा नेता शरद बाजपेई ने नगरपालिका अधिशासी अधिकारी विनय मणि त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपकर इस मूर्ति में संशोधन की मांग की है। निर्माणाधीन अटल पथ का मामला अटल पथ का निर्माण सिविल लाइन क्षेत्र में किया जा रहा है, जो लगभग 800 मीटर लंबे दायरे में फैला है। यहां पर अटल जी की मूर्ति डीएम चौराहे पर स्थापित की गई है, लेकिन अभी इसका अनावरण नहीं हुआ है। मूर्ति को कपड़े से ढका गया है, जबकि भाजपा नेता शरद बाजपेई का दावा है कि मूर्ति के हाथ जोड़े हुए हैं, जो अटल जी के सम्मान को ठेस पहुंचाता है। ज्ञापन में शरद बाजपेई ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी एक सम्मानित और सर्वमान्य नेता हैं, और इस तरह हाथ जोड़कर उनकी मूर्ति लगाना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे अटल जी चुनाव में खड़े हों। उनका कहना है कि मूर्ति की स्थापना करते समय उसे पूरी तरह से ढका नहीं गया, और जब आपत्ति हुई, तभी इसे ढका गया। मूर्ति की ऊंचाई पर सवाल वाजपेई ने यह भी आरोप लगाया कि मूर्ति का प्लेटफार्म बहुत कम ऊंचाई पर है। उन्होंने सुझाव दिया कि अटल जी की मूर्ति को हाथ उठाकर अभिवादन करते हुए या सामान्य स्थिति में स्थापित किया जाना चाहिए। उनका मानना है कि अटल जी के कद के अनुसार मूर्ति को ऊंचा करने की आवश्यकता है। नगरपालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी विनय मणि त्रिपाठी ने बताया कि ज्ञापन को डीएम और राज्य स्तर के अधिकारियों के समक्ष अग्रिम आदेशों के लिए भेजा जा रहा है।
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