रेप पीड़िता ने मासूम बच्ची को दिया जन्म:परिजन बोले- बच्ची का भविष्य क्या होगा, यह सोचकर रोना आता है, हम कैसे जिएंगे

बुलंदशहर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास आश्रम के सेवादार ने दो नाबालिग किशोरियों से रेप किया था। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इनमें से एक किशारी गर्भवती थी। जिसने 13 नवंबर को बच्ची को जन्म दिया। बच्ची का डीएनए सुरक्षित रखा गया है। बच्ची को डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है। ऑपरेशन के जरिए नवजात पैदा हुई है। बिन ब्याही बेटी के मां बनने के बाद रेप पीड़िता के परिजनों ने अपना दर्द बयां किया। बताया इस नन्हीं जन्मी बच्ची का भविष्य क्या होगा, यह सोचकर रोना आ जाता है। उनकी बेटी को खुद ही मासूम है। उसका जीवन ही बर्बाद हो गया है। अपनी बेटी का दर्द तो हम भूल नहीं पा रहे, उसकी बच्ची को लेकर कैसे जिएंगे। परिजन बोले, उनकी बेटी को ही अभी इतनी समझ नहीं है। अब वह कैसे इस बच्ची को पाल पाएगी। ई–रिक्शा के सहारे होता है घर का भरण पोषण मासूम के चाचा ई रिक्शा चलाकर घर का पोषण करते हैं। किशोरी के पिता गांव में ही मेहनत मजदूरी करते हैं। परिजनों का कहना है कि अपना ही भरण पोषण करना एक बड़ी समस्या है। भविष्य में उस मासूम को कैसे संभाल पाएंगे। परिजन कहते हैं कि मासूम का जन्म होने के बाद से ही उनके जीवन में मुश्किलों का पहाड़ का टूटा हुआ है। बार-बार अपनी बेटी को देखकर रोना आता है। नशीली पदार्थ खिलाकर करता था रेप 75 साल का आरोपी मोहनलाल राधा स्वामी सत्संग ब्यास में सेवादार था। वह बच्चियों को कभी बिस्किट के बहाने, तो कभी साइकिल चलाने के बहाने आश्रम में बुलाता था। नशीली दवाइयां खिलाने के बाद आरोपी रेप करता था। आश्रम में दो कमरे बने हुए हैं। इन्हीं कमरों में से एक में आरोपी गंदे काम करता था।

Nov 18, 2024 - 16:35
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रेप पीड़िता ने मासूम बच्ची को दिया जन्म:परिजन बोले- बच्ची का भविष्य क्या होगा, यह सोचकर रोना आता है, हम कैसे जिएंगे
बुलंदशहर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास आश्रम के सेवादार ने दो नाबालिग किशोरियों से रेप किया था। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इनमें से एक किशारी गर्भवती थी। जिसने 13 नवंबर को बच्ची को जन्म दिया। बच्ची का डीएनए सुरक्षित रखा गया है। बच्ची को डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है। ऑपरेशन के जरिए नवजात पैदा हुई है। बिन ब्याही बेटी के मां बनने के बाद रेप पीड़िता के परिजनों ने अपना दर्द बयां किया। बताया इस नन्हीं जन्मी बच्ची का भविष्य क्या होगा, यह सोचकर रोना आ जाता है। उनकी बेटी को खुद ही मासूम है। उसका जीवन ही बर्बाद हो गया है। अपनी बेटी का दर्द तो हम भूल नहीं पा रहे, उसकी बच्ची को लेकर कैसे जिएंगे। परिजन बोले, उनकी बेटी को ही अभी इतनी समझ नहीं है। अब वह कैसे इस बच्ची को पाल पाएगी। ई–रिक्शा के सहारे होता है घर का भरण पोषण मासूम के चाचा ई रिक्शा चलाकर घर का पोषण करते हैं। किशोरी के पिता गांव में ही मेहनत मजदूरी करते हैं। परिजनों का कहना है कि अपना ही भरण पोषण करना एक बड़ी समस्या है। भविष्य में उस मासूम को कैसे संभाल पाएंगे। परिजन कहते हैं कि मासूम का जन्म होने के बाद से ही उनके जीवन में मुश्किलों का पहाड़ का टूटा हुआ है। बार-बार अपनी बेटी को देखकर रोना आता है। नशीली पदार्थ खिलाकर करता था रेप 75 साल का आरोपी मोहनलाल राधा स्वामी सत्संग ब्यास में सेवादार था। वह बच्चियों को कभी बिस्किट के बहाने, तो कभी साइकिल चलाने के बहाने आश्रम में बुलाता था। नशीली दवाइयां खिलाने के बाद आरोपी रेप करता था। आश्रम में दो कमरे बने हुए हैं। इन्हीं कमरों में से एक में आरोपी गंदे काम करता था।

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