नैनीताल में उपराष्ट्रपति और राज्यपाल ने युवाओं को राष्ट्रनिर्माण का मार्ग बताया

अपने लक्ष्य को संकीर्ण मत बनाइए, आत्मकेंद्रित मत बनाइए। समाज के लिए, मानवता के लिए, राष्ट्र के लिए लक्ष्य रखिए – उप राष्ट्रपति मातृत्व-पितृत्व-पूरी मानवता के प्रति सबसे बड़ी जिम्मेदारी; बच्चों को अपनी राह स्वयं चुनने दीजिए- उप राष्ट्रपति भारत के लिए पिछला दशक विकास और प्रगति का दशक रहा है; वैश्विक व्यवस्था में एक […] The post नैनीताल से युवाओं को राष्ट्रनिर्माण का संदेश – उपराष्ट्रपति और राज्यपाल गुरमीत सिंह ने छात्रों को बताया भविष्य का मार्ग first appeared on Vision 2020 News.

Jun 28, 2025 - 00:27
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नैनीताल में उपराष्ट्रपति और राज्यपाल ने युवाओं को राष्ट्रनिर्माण का मार्ग बताया
अपने लक्ष्य को संकीर्ण मत बनाइए, आत्मकेंद्रित मत बनाइए। समाज के लिए, मानवता के लिए, राष्ट्र के लिए

नैनीताल में उपराष्ट्रपति और राज्यपाल ने युवाओं को राष्ट्रनिर्माण का मार्ग बताया

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कम शब्दों में कहें तो, आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक और राष्ट्रीय जिम्मेदारियों को समझना अत्यंत आवश्यक है। हाल ही में, उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नैनीताल के प्रतिष्ठित शेरवुड कॉलेज के 156वें स्थापना दिवस समारोह में युवाओं को संबोधित करते हुए एक प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे आत्मकेंद्रित लक्ष्यों को छोड़कर व्यापक दृष्टिकोण अपनाएं, जिससे समाज और राष्ट्र का विकास हो सके।

उपराष्ट्रपति का प्रेरणादायक संदेश

उपराष्ट्रपति धनखड़ ने युवा छात्रों से स्पष्ट शब्दों में कहा, "अपने लक्ष्य को संकीर्ण मत बनाइए, आत्मकेंद्रित मत बनाइए। समाज के लिए, मानवता के लिए, राष्ट्र के लिए लक्ष्य रखिए।" यह संदेश इस बात को रेखांकित करता है कि जो व्यक्ति स्वयं से आगे बढ़कर समाज और राष्ट्र की भलाई के लिए कार्य करता है, वही अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

शिक्षा और असमानता का मुद्दा

धनखड़ ने शिक्षा को "ईश्वर का वरदान" बताते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा असमानता और अन्याय को समाप्त करने का सबसे प्रभावी साधन है। उन्होंने अभिभावकों से निवेदन किया कि वे अपने बच्चों को अपनी इच्छाओं के अनुसार अपने जीवन का मार्ग चुनने का स्वतंत्रता दें, ताकि वे विज्ञान और कला में नए क्रांतिकारी परिवर्तनों को लाए।

भारत का विकास और युवाओं की भूमिका

उपराष्ट्रपति ने पिछले दशक को भारत के विकास का एक महत्वपूर्ण चरण बताते हुए कहा कि भारत अब संभावनाओं का देश नहीं रहा, बल्कि वह एक उभरता हुआ राष्ट्र है। उन्होंने युवाओं को अपने वैश्विक दायित्वों के प्रति सजग रहने की सलाह दी, ताकि वे भारत की स्थिति को और बेहतर कर सकें।

राज्यपाल गुरमीत सिंह का दृष्टिकोण

इस कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने भी छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि "शेरवुड कॉलेज न केवल शिक्षा का केंद्र है, बल्कि यह चरित्र निर्माण का एक प्रयोगशाला भी है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्येक छात्र की सफलता केवल उसकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र की संपत्ति भी है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, उप राष्ट्रपति और राज्यपाल ने युवा पीढ़ी को प्रेरित किया और उन्हें राष्ट्र के भविष्य का मार्गदर्शक बनने का आह्वान किया। यह संदेश न केवल व्यक्तिगत सफलता के महत्व को चित्रित करता है, बल्कि सामूहिक विकास को भी ध्यान में रखता है। यह पहल युवाओं को समझने में मदद करती है कि वे न केवल अपने लिए, बल्कि सम्पूर्ण मानवता के लिए भी अपना योगदान दें। साथ ही, शेरवुड कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की भूमिका को भी उजागर किया गया है।

इस तरह के कार्यक्रमों से प्राप्त प्रेरणा निश्चित रूप से युवाओं के विकास और राष्ट्रनिर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने में सहायक साबित होगी।

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Written by: Team India Twoday - Priya Sharma

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