प्रयागराज में शिक्षक की हत्या पर आक्रोश:परिजनों ने रोड पर शव रखकर लगाया जाम, 10KM तक थमे वाहनों के पहिए

प्रयागराज में यमुनानगर के करछना थानांतर्गत कौवा गांव के शिक्षक सुनील गौड़ का शव शनिवार शाम पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा। यहां गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। लोग शिक्षक के परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। साथ ही आरोपियों पर भी कार्रवाई की मांग की। हंगामा के कारण सड़क पर करीब 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस ग्रामीणों को समझाने में जुटी रही, मगर लोग शांत नहीं हुए। करछना थाना क्षेत्र के कौवा गांव निवासी बच्चा गौड़ के दो पुत्रों में बड़े पुत्र सुनील गौड़ गुरुवार की शाम घर से निकले थे। उसके बाद वह वापस नहीं लौटे। परिजनों ने उनकी काफी तलाश की, लेकिन नाकामयाब रहे। शुक्रवार की शाम ललई का पूरा बसहरा, मेजा में उनका शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। ​​​​​​​बाबा आदिवासी पर लगाया हत्या का आरोप घरवालों को मुताबिक कोरांव थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी बाबा आदिवासी को सुनील गौड़ ने कई साल पहले दो से ढाई लाख रुपए एक जमीन के लिए दिए थे। उस समय जमीन का बैनामा नहीं हो पाया था। इधर सुनील को पता चला कि बाबा आदिवासी को जमीन को किसी और को बेच रहा है। जब सुनील गौड़ ने बाबा आदिवासी से अपने पैसे की डिमांड की या फिर जमीन का बैनामा करने को कहा तो बाबा आदिवासी ने पहले तो आनाकानी की, लेकिन बाद में उसने फोनकर गुरुवार को अपने घर बुलाया था। बोला-आ जाओ हिसाब किताब कर लेते हैं। एक घंटे में हो गया था फोन बंद परिजनों के मुताबिक, सुनील गौड़ मोटरसाइकिल से बाबा आदिवासी से मिलने उसके गांव के लिए निकले थे। करीब 1 घंटे बाद ही उनका फोन स्विच ऑफ हो गया। पत्नी रागिनी ने उन्हें कई बार फोन मिलाया, मगर फोन बंद ही मिला। उसने घर वालों को इस बारे में बताया। सुनील गौड़ के भाई सुशील गौड़ ने करछना थाने में शुक्रवार को सुबह सुनील गौड़ की गुमशुदगी की तहरीर दी। परिजनों का आरोप है कि करछना थाने की पुलिस ने लिखित शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। बताया कि कुछ वर्ष पूर्व ही सुनील कुमार गौड़ शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने थे। ब्लॉक संशाधन केंद्र कौंधियारा के प्राथमिक विद्यालय सेमरी B में शिक्षण कार्य कर रहे थे। ​​​​​​​दो घंटे में लग गया 10 किमी लंबा जाम शनिवार दोपहर में सुनील गौड़ का शव पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा। यहां ​​​​​​​कोहड़ार मार्ग पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिम्मेदार पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करने, परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी दिलाने के साथ-साथ आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। 50 लाख का मुआवजा दिया जाए ग्रामीणों ने कहा, सुनील गौड़ की हत्या करने वाले का एनकाउंटर हो और परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। दो घंटे में करीब 10 से 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया। मगर देर शाम तक ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हुए थे। इस पर पुलिस ने रूट डाइवर्ट कर दिया।

Nov 9, 2024 - 20:20
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प्रयागराज में शिक्षक की हत्या पर आक्रोश:परिजनों ने रोड पर शव रखकर लगाया जाम, 10KM तक थमे वाहनों के पहिए
प्रयागराज में यमुनानगर के करछना थानांतर्गत कौवा गांव के शिक्षक सुनील गौड़ का शव शनिवार शाम पोस्टमार्टम के बाद गांव पहुंचा। यहां गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया। लोग शिक्षक के परिवार को मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। साथ ही आरोपियों पर भी कार्रवाई की मांग की। हंगामा के कारण सड़क पर करीब 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस ग्रामीणों को समझाने में जुटी रही, मगर लोग शांत नहीं हुए। करछना थाना क्षेत्र के कौवा गांव निवासी बच्चा गौड़ के दो पुत्रों में बड़े पुत्र सुनील गौड़ गुरुवार की शाम घर से निकले थे। उसके बाद वह वापस नहीं लौटे। परिजनों ने उनकी काफी तलाश की, लेकिन नाकामयाब रहे। शुक्रवार की शाम ललई का पूरा बसहरा, मेजा में उनका शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। ​​​​​​​बाबा आदिवासी पर लगाया हत्या का आरोप घरवालों को मुताबिक कोरांव थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव निवासी बाबा आदिवासी को सुनील गौड़ ने कई साल पहले दो से ढाई लाख रुपए एक जमीन के लिए दिए थे। उस समय जमीन का बैनामा नहीं हो पाया था। इधर सुनील को पता चला कि बाबा आदिवासी को जमीन को किसी और को बेच रहा है। जब सुनील गौड़ ने बाबा आदिवासी से अपने पैसे की डिमांड की या फिर जमीन का बैनामा करने को कहा तो बाबा आदिवासी ने पहले तो आनाकानी की, लेकिन बाद में उसने फोनकर गुरुवार को अपने घर बुलाया था। बोला-आ जाओ हिसाब किताब कर लेते हैं। एक घंटे में हो गया था फोन बंद परिजनों के मुताबिक, सुनील गौड़ मोटरसाइकिल से बाबा आदिवासी से मिलने उसके गांव के लिए निकले थे। करीब 1 घंटे बाद ही उनका फोन स्विच ऑफ हो गया। पत्नी रागिनी ने उन्हें कई बार फोन मिलाया, मगर फोन बंद ही मिला। उसने घर वालों को इस बारे में बताया। सुनील गौड़ के भाई सुशील गौड़ ने करछना थाने में शुक्रवार को सुबह सुनील गौड़ की गुमशुदगी की तहरीर दी। परिजनों का आरोप है कि करछना थाने की पुलिस ने लिखित शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की। बताया कि कुछ वर्ष पूर्व ही सुनील कुमार गौड़ शिक्षामित्र से सहायक अध्यापक बने थे। ब्लॉक संशाधन केंद्र कौंधियारा के प्राथमिक विद्यालय सेमरी B में शिक्षण कार्य कर रहे थे। ​​​​​​​दो घंटे में लग गया 10 किमी लंबा जाम शनिवार दोपहर में सुनील गौड़ का शव पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा। यहां ​​​​​​​कोहड़ार मार्ग पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिम्मेदार पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करने, परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी दिलाने के साथ-साथ आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। 50 लाख का मुआवजा दिया जाए ग्रामीणों ने कहा, सुनील गौड़ की हत्या करने वाले का एनकाउंटर हो और परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिया जाए। घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले। दो घंटे में करीब 10 से 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया। मगर देर शाम तक ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हुए थे। इस पर पुलिस ने रूट डाइवर्ट कर दिया।

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