फतेहपुर में ठगी पीड़ितों ने रोड जाम किया:बैंक और कंपनियों में फंसा करोड़ों रुपए वापस दिलाने की मांग, जुलूस निकालकर नारेबाजी

नहर कालोनी परिसर में पिछले 51 दिनों से विभिन्न कंपनियों और प्राइवेट बैंकों में फंसे करोड़ों रुपए की वापसी की मांग को लेकर ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार ने आज एक बड़ा प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष अमृतलाल के नेतृत्व में सैकड़ों पीड़ितों ने जुलूस निकालकर पटेल नगर चौराहे पर सड़कों को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी 9 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं की जा रही हैं और जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं वे सड़क पर डटे रहेंगे। जिलाध्यक्ष अमृतलाल ने कहा, “हमारी प्रमुख मांगों में बीयूडीएस एवं 2019 अनियमित जमा योजना के तहत पूर्व की तरह भुगतान पटल को चालू करना शामिल है। इसके साथ ही, प्रत्येक जमाकर्ता को दावा फॉर्म जमा करने के बाद रिसीविंग दी जाए। धरना स्थल पर साफ-सफाई, पानी, शौचालय और स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था भी की जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि धरना स्थल पर प्रतिदिन अधिकारी आकर ज्ञापन लेकर सरकार को भेजें। पूर्व में जमा भुगतान आवेदनों की स्थिति और उन पर हुई कार्रवाई की जानकारी भी संगठन को दी जाए। प्रताड़ना से परेशान होकर कर चुके सुसाइड प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से अपील की कि निर्दोष अभिकर्ताओं को प्रताड़ित न किया जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, क्योंकि कई लोग प्रताड़ना से आहत होकर आत्महत्या कर चुके हैं। अमृतलाल ने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर में कुछ दिन पहले ज्ञापन दिया गया था, जहां एडीएम प्रशासन ने उन्हें आज, 21 अक्टूबर तक का भरोसा दिया था कि उनकी मांगें पूरी की जाएंगी। प्रदर्शन करने वालों में यह रहे शामिल सड़क जाम करने वालों में विजय पाल, संतोष कुमार, लवकुश कुमार, उर्मिला, विनोद कुमार मौर्य, नरेंद्र कुमार, राम प्रकाश, गंगा प्रसाद, जनक दुलारी, हरी ओम, ओम प्रकाश, श्यामबाबू सहित कई अन्य लोग शामिल थे। यह मामला अब प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है, क्योंकि प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर दृढ़ हैं और तब तक सड़क पर डटे रहने का इरादा रखते हैं जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता।

Oct 21, 2024 - 15:20
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फतेहपुर में ठगी पीड़ितों ने रोड जाम किया:बैंक और कंपनियों में फंसा करोड़ों रुपए वापस दिलाने की मांग, जुलूस निकालकर नारेबाजी
नहर कालोनी परिसर में पिछले 51 दिनों से विभिन्न कंपनियों और प्राइवेट बैंकों में फंसे करोड़ों रुपए की वापसी की मांग को लेकर ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार ने आज एक बड़ा प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष अमृतलाल के नेतृत्व में सैकड़ों पीड़ितों ने जुलूस निकालकर पटेल नगर चौराहे पर सड़कों को जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी 9 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं की जा रही हैं और जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं वे सड़क पर डटे रहेंगे। जिलाध्यक्ष अमृतलाल ने कहा, “हमारी प्रमुख मांगों में बीयूडीएस एवं 2019 अनियमित जमा योजना के तहत पूर्व की तरह भुगतान पटल को चालू करना शामिल है। इसके साथ ही, प्रत्येक जमाकर्ता को दावा फॉर्म जमा करने के बाद रिसीविंग दी जाए। धरना स्थल पर साफ-सफाई, पानी, शौचालय और स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था भी की जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि धरना स्थल पर प्रतिदिन अधिकारी आकर ज्ञापन लेकर सरकार को भेजें। पूर्व में जमा भुगतान आवेदनों की स्थिति और उन पर हुई कार्रवाई की जानकारी भी संगठन को दी जाए। प्रताड़ना से परेशान होकर कर चुके सुसाइड प्रदर्शनकारियों ने पुलिस से अपील की कि निर्दोष अभिकर्ताओं को प्रताड़ित न किया जाए और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, क्योंकि कई लोग प्रताड़ना से आहत होकर आत्महत्या कर चुके हैं। अमृतलाल ने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर में कुछ दिन पहले ज्ञापन दिया गया था, जहां एडीएम प्रशासन ने उन्हें आज, 21 अक्टूबर तक का भरोसा दिया था कि उनकी मांगें पूरी की जाएंगी। प्रदर्शन करने वालों में यह रहे शामिल सड़क जाम करने वालों में विजय पाल, संतोष कुमार, लवकुश कुमार, उर्मिला, विनोद कुमार मौर्य, नरेंद्र कुमार, राम प्रकाश, गंगा प्रसाद, जनक दुलारी, हरी ओम, ओम प्रकाश, श्यामबाबू सहित कई अन्य लोग शामिल थे। यह मामला अब प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है, क्योंकि प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर दृढ़ हैं और तब तक सड़क पर डटे रहने का इरादा रखते हैं जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया जाता।

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