बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले का विरोध:इंदौर में RSS की रैली में 2.5 लाख लोग जुटे; ब्रिटिश सांसद बोले- हिंदुओं का सफाया करने की कोशिश

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ देश के कई हिस्सों में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके विरोध में भारत में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के दौर, भोपाल, उज्जैन समेत सभी जिलों में कई व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर विरोध जताया गया। RSS ने दावा किया है कि इंदौर रैली में ढाई लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। कर्नाटक के बेंगलुरु में बुधवार को हिंदू हितरक्षण वेदिके धरना किया। वहीं, तमिलनाडु के चेन्नई में बांग्लादेश हिंदू अधिकार पुनर्प्राप्ति समिति ने विरोध-प्रदर्शन किया, इसमें कई हिंदू संगठन शामिल रहे ने भाग ब्रिटिश संसद में भी बांग्लादेश में हिंसा की गूंज सुनाई दी। विपक्षी दल कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद हिंदुओं का सफाया (एथनिक क्लींजिग) करने की कोशिश हो रही है। एमपी की पूर्व मंत्री बोलीं- भारत ईंट से ईंट बजाना भारत जानता है इंदौर में प्रदर्शन में पहुंचीं पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा- जिहादियों अपनी मर्यादा में रहो। वरना ईंट से ईंट बजाना भारत जानता है। अस्पतालों का बांग्लादेशियों के इलाज से इनकार हिंसा के विरोध में त्रिपुरा और कोलकाता के अस्पताल बांग्लादेशियों का इलाज करने से मना कर चुके हैं। त्रिपुरा के ILS अस्पताल ने शनिवार को बांग्लादेशियों का इलाज करने से इनकार कर दिया था। वहीं, कोलकाता के सिलीगुड़ी में डॉ शेखर बंदोपाध्याय ने अपने प्राइवेट क्लीनिक में तिरंगा लगाकर मैसेज लिखा था- भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारी मां की तरह है। कृपया चैंबर में एंट्री करने से पहले तिरंगे को सलाम करें। खासकर बांग्लादेशी मरीज, अगर वे सलाम नहीं करते हैं, तो उन्हें अंदर आने नहीं दिया जाएगा। त्रिपुरा में बांग्लादेश हाई कमीशन में घुसे प्रदर्शनकारी त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में सोमवार को बांग्लादेश असिस्टेंट हाई कमीशन के बाहर विरोध रैली निकाली जा रही थी। इस दौरान 50 से ज्यादा प्रदर्शनकारी हाई कमीशन परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ की। इस मामले में मंगलवार को तीन सब इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, एक DSP को ड्यूटी में लापरवाही के चलते पुलिस हेडक्वार्टर में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया। इसके अलावा प्रदर्शन कर रहे सात लोगों को भी अरेस्ट किया गया। ब्रिटिश में भी विरोध, सांसद बोले- हिंदुओं का सफाया करने की कोशिश बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर ब्रिटिश सांसदों ने भी चिंता जताई है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद हिंदुओं का सफाया (एथनिक क्लींजिग) करने की कोशिश हो रही है। हाउस ऑफ कॉमन्स में एक बहस के दौरान ब्लैकमैन ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के घर जला दिए गए। पुजारियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। इस मामले पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी ब्रिटेन की है, क्योंकि उन्होंने ही बांग्लादेश को आजाद कराया था। इस पर विदेश कार्यालय मंत्री कैथरीन वेस्ट ने कहा कि हम भारत सरकार की चिंता से वाकिफ हैं। मैं पिछले महीने बांग्लादेश गई थी। इस दौरान यूनुस सरकार ने उन्हें यकीन दिलाया था कि वे अल्पसंख्यकों के हितों की हिफाजत करेंगे। पूरी खबर पढ़ें... हसीना सरकार गिरते ही हिंदुओं पर हमले हुए बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। कई हिंदू मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। ट्रांसपेरैंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश की तरफ से जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के शासन में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी है। यूनुस प्रशासन अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराधों को रोकने में नाकाम रहा है। हिंसा के मामलों में सरकार ने अपराधियों की पहचान करने और उन्हें सजा दिलाने में भी लापरवाही बरती है। हालिया हिंसा ढाका में इस्कॉन के पूर्व प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तारी के बाद शुरू हुई। उन पर चटगांव के न्यू मार्केट में आजादी स्तंभ पर लगे नेशनल फ्लैग के ऊपर भगवा ध्वज फहराने का आरोप था। इस ध्वज पर 'सनातनी' लिखा हुआ था। 26 नवंबर को चिन्मय की चटगांव कोर्ट में पेशी के समय कोर्ट परिसर में हंगामा हुआ। इसी दौरान एक वकील की मौत हो गई। इसके बाद से हिंसा जारी है। -------------------------------------------------------- बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... बांग्लादेश जब पाकिस्तान था, तब भी इतना नहीं डरे; हिंदू बोले- मंदिरों में छिपना पड़ रहा बांग्लादेश में 5 अगस्त, 2024 को शेख हसीना सरकार गिरने के बाद हिंदू आबादी निशाने पर है। मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। हिंदू नेताओं को धमकियां मिल रही हैं। इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास के वकील रमन रॉय पर घर में घुसकर हमला किया गया। रमन अभी ICU में हैं। पूरी खबर पढ़ें...

Dec 4, 2024 - 14:35
 0  18.4k
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले का विरोध:इंदौर में RSS की रैली में 2.5 लाख लोग जुटे; ब्रिटिश सांसद बोले- हिंदुओं का सफाया करने की कोशिश
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ देश के कई हिस्सों में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके विरोध में भारत में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के दौर, भोपाल, उज्जैन समेत सभी जिलों में कई व्यापारियों ने दुकानें बंद रखकर विरोध जताया गया। RSS ने दावा किया है कि इंदौर रैली में ढाई लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। कर्नाटक के बेंगलुरु में बुधवार को हिंदू हितरक्षण वेदिके धरना किया। वहीं, तमिलनाडु के चेन्नई में बांग्लादेश हिंदू अधिकार पुनर्प्राप्ति समिति ने विरोध-प्रदर्शन किया, इसमें कई हिंदू संगठन शामिल रहे ने भाग ब्रिटिश संसद में भी बांग्लादेश में हिंसा की गूंज सुनाई दी। विपक्षी दल कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद हिंदुओं का सफाया (एथनिक क्लींजिग) करने की कोशिश हो रही है। एमपी की पूर्व मंत्री बोलीं- भारत ईंट से ईंट बजाना भारत जानता है इंदौर में प्रदर्शन में पहुंचीं पूर्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा- जिहादियों अपनी मर्यादा में रहो। वरना ईंट से ईंट बजाना भारत जानता है। अस्पतालों का बांग्लादेशियों के इलाज से इनकार हिंसा के विरोध में त्रिपुरा और कोलकाता के अस्पताल बांग्लादेशियों का इलाज करने से मना कर चुके हैं। त्रिपुरा के ILS अस्पताल ने शनिवार को बांग्लादेशियों का इलाज करने से इनकार कर दिया था। वहीं, कोलकाता के सिलीगुड़ी में डॉ शेखर बंदोपाध्याय ने अपने प्राइवेट क्लीनिक में तिरंगा लगाकर मैसेज लिखा था- भारत का राष्ट्रीय ध्वज हमारी मां की तरह है। कृपया चैंबर में एंट्री करने से पहले तिरंगे को सलाम करें। खासकर बांग्लादेशी मरीज, अगर वे सलाम नहीं करते हैं, तो उन्हें अंदर आने नहीं दिया जाएगा। त्रिपुरा में बांग्लादेश हाई कमीशन में घुसे प्रदर्शनकारी त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में सोमवार को बांग्लादेश असिस्टेंट हाई कमीशन के बाहर विरोध रैली निकाली जा रही थी। इस दौरान 50 से ज्यादा प्रदर्शनकारी हाई कमीशन परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ की। इस मामले में मंगलवार को तीन सब इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, एक DSP को ड्यूटी में लापरवाही के चलते पुलिस हेडक्वार्टर में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया। इसके अलावा प्रदर्शन कर रहे सात लोगों को भी अरेस्ट किया गया। ब्रिटिश में भी विरोध, सांसद बोले- हिंदुओं का सफाया करने की कोशिश बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर ब्रिटिश सांसदों ने भी चिंता जताई है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक विपक्षी कंजरवेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना के सत्ता से बाहर होने के बाद हिंदुओं का सफाया (एथनिक क्लींजिग) करने की कोशिश हो रही है। हाउस ऑफ कॉमन्स में एक बहस के दौरान ब्लैकमैन ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के घर जला दिए गए। पुजारियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। इस मामले पर कार्रवाई करने की जिम्मेदारी ब्रिटेन की है, क्योंकि उन्होंने ही बांग्लादेश को आजाद कराया था। इस पर विदेश कार्यालय मंत्री कैथरीन वेस्ट ने कहा कि हम भारत सरकार की चिंता से वाकिफ हैं। मैं पिछले महीने बांग्लादेश गई थी। इस दौरान यूनुस सरकार ने उन्हें यकीन दिलाया था कि वे अल्पसंख्यकों के हितों की हिफाजत करेंगे। पूरी खबर पढ़ें... हसीना सरकार गिरते ही हिंदुओं पर हमले हुए बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। कई हिंदू मंदिरों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। ट्रांसपेरैंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश की तरफ से जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के शासन में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा बढ़ी है। यूनुस प्रशासन अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराधों को रोकने में नाकाम रहा है। हिंसा के मामलों में सरकार ने अपराधियों की पहचान करने और उन्हें सजा दिलाने में भी लापरवाही बरती है। हालिया हिंसा ढाका में इस्कॉन के पूर्व प्रवक्ता चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तारी के बाद शुरू हुई। उन पर चटगांव के न्यू मार्केट में आजादी स्तंभ पर लगे नेशनल फ्लैग के ऊपर भगवा ध्वज फहराने का आरोप था। इस ध्वज पर 'सनातनी' लिखा हुआ था। 26 नवंबर को चिन्मय की चटगांव कोर्ट में पेशी के समय कोर्ट परिसर में हंगामा हुआ। इसी दौरान एक वकील की मौत हो गई। इसके बाद से हिंसा जारी है। -------------------------------------------------------- बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... बांग्लादेश जब पाकिस्तान था, तब भी इतना नहीं डरे; हिंदू बोले- मंदिरों में छिपना पड़ रहा बांग्लादेश में 5 अगस्त, 2024 को शेख हसीना सरकार गिरने के बाद हिंदू आबादी निशाने पर है। मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। हिंदू नेताओं को धमकियां मिल रही हैं। इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास के वकील रमन रॉय पर घर में घुसकर हमला किया गया। रमन अभी ICU में हैं। पूरी खबर पढ़ें...

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow