बड़ौली पर आरोप लगाने वाली युवती प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंची:पुलिस ने रुकवाई, हनीट्रैप केस का नोटिस थमाया; गैंगरेप केस बंद कर चुकी हिमाचल पुलिस

हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल पर रेप का आरोप लगाने वाली युवती को पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से रोक दिया। युवती रविवार को पंचकूला के एक होटल में अपने वकील के साथ पहुंची थी। पुलिस को इसकी भनक लगी तो अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधिकारी ने कहा कि आपको इसकी परमिशन नहीं है। रॉकी मित्तल ने भी युवती समेत अन्य के खिलाफ हनीट्रैप का केस दर्ज कराया हुआ है। युवती अभी जमानत पर है। मैं यहां नोटिस देने के लिए आया हूं। युवती जहां कहेगी, वहां पूछताछ की जाएगी। इसके बाद वहां से पुलिस और युवती दोनों चले गए। बता दें कि बड़ौली और रॉकी मित्तल के खिलाफ गैंगरेप केस को कसौली कोर्ट ने खारिज कर दिया था। पुलिस ने सबूत न मिलने पर कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी। युवती ने सोलन कोर्ट में इसे चैलेंज किया है। पुलिस के आने से पहले युवती की 3 अहम बातें... पुलिस के आने से पहले युवती ने कहा- मैं बड़ौली रेप केस की पीड़िता हूं। मैं अपनी दोस्त के साथ अपने बॉस अमित बिंदल के साथ कसौली गई थी। वहां हम एक होटल में रुके थे। शाम करीब 6-7 बजे हम होटल के गार्डन में घूम रहे थे। वहां हमारी मुलाकात सिंगर रॉकी मित्तल और मोहन लाल बड़ौली से हुई। मैं उन्हें नहीं जानती थी, लेकिन मेरी दोस्त सोशल मीडिया पर एक्टिव रहती है, इसलिए उसने रॉकी मित्तल को पहचान लिया। फिर हमारी बातचीत शुरू हो गई। इस दौरान बड़ौली ने बताया कि वह नेता और मंत्री है। फिर उन्होंने कहा कि हम कमरे में बैठकर बात कर सकते हैं, और हम कमरे में चले गए। कमरे में उन्होंने हमें ड्रिंक ऑफर की, और हमने पी ली। इसके बाद उन्होंने मुझसे छेड़छाड़ शुरू कर दी। हमने उन्हें मना किया, लेकिन जब हमने विरोध किया तो उन्होंने हमें डराया और धमकाया। उन्होंने कहा कि वो मुझे जान से मार देंगे। इसके बाद उन्होंने मुझे लालच भी दिया कि उनकी बहुत पहुंच है और वो मुझे सरकारी नौकरी पर लगवा देंगे। रॉकी मित्तल ने कहा कि वो मुझे अपने गाने में रोल दे देंगे। मेरी दोस्त मेरे लिए लड़ी, लेकिन उसने मेरा साथ छोड़ दिया। क्या उसे भी डराया धमकाया गया था। वकील बोले- हमने सोलन कोर्ट में चैलेंज किया युवती के वकील अमरजीत सिंह गुजराल ने कहा कि मैं इस केस के कुछ कानूनी पहलू बताना चाहता हूं। ये जो कसौली की FIR कैंसिल हुई है, वह दबाव में हुई है। लॉ ये कहता है कि पहले इसकी जानकारी कंपलेनर को देनी होती है। कंप्लेनर को कोई नोटिस नहीं दिया गया है। इसके अलावा दबाव बनाने के लिए पंचकूला पुलिस थाने में एक FIR दर्ज करवा दी गई है, जिसमे ये (युवती) बेल पर हैं। कसौली में कैंसिल हुए केस को हमने सोलन सेशन कोर्ट में चैलेंज कर दिया है। कल तो छुट्टी है, परसों इसमें सुनवाई के लिए डेट लगी हुई है। रेप केस में अकेली लड़की यदि कह देती है कि मेरे साथ रेप हुआ है तो पर्याप्त है। इस दौरान ही पंचकूला पुलिस पहुंच गई और प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से रोका। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आपको इसकी परमिशन नहीं है, आप बाहर जाकर बात करिए। हम इस खबर को लगातार अपडेट कर रहे हैं...

Mar 30, 2025 - 16:00
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बड़ौली पर आरोप लगाने वाली युवती प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंची:पुलिस ने रुकवाई, हनीट्रैप केस का नोटिस थमाया; गैंगरेप केस बंद कर चुकी हिमाचल पुलिस
हरियाणा के भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल पर रेप का आरोप लगाने वाली य
बड़ौली पर आरोप लगाने वाली युवती प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंची News by indiatwoday.com

हाल ही में बड़ौली में एक युवती ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसने पूरे इलाके में तहलका मचा दिया है। लेकिन जब वह अपनी बात सार्वजनिक करने के लिए पत्रकारों के सामने आई, तो पुलिस ने उसे रोक दिया। यह मामला तब और भी जटिल हो गया, जब पुलिस ने उसे हनीट्रैप केस का नोटिस थमाया। यह घटनाक्रम हिमाचल प्रदेश पुलिस के द्वारा गैंगरेप केस को बंद करने के बाद सामने आया है।

पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने अपनी कार्रवाई में यह सुनिश्चित किया कि युवती प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर सके, जिससे उसके आरोपों की विस्तृत जानकारी जन-सामान्य तक न पहुँच सके। यह कदम कई सवाल खड़े करता है, कि क्या पुलिस वास्तव में युवती के आरोपों को गंभीरता से ले रही है या फिर यह किसी बड़े काण्ड को दबाने की कोशिश है।

हनीट्रैप केस का नोटिस

नोटिस मिलने के बाद, युवती ने अपनी स्थिति को स्पष्ट करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप के कारण यह संभव नहीं हो सका। हनीट्रैप केस के आरोपों ने मामले को और भी जटिल बना दिया है। ऐसा लगता है कि युवती की ओर से लगाए गए आरोपों में स्पष्टता की कमी है, जिससे कानून की प्रक्रिया में बाधाएँ आ रही हैं।

गैंगरेप केस की स्थिति

हिमाचल प्रदेश पुलिस ने गैंगरेप केस को बंद करने का निर्णय लिया है, जिससे यह मामला और भी विवादास्पद बन गया है। स्थानीय लोग और मानवाधिकार कार्यकर्ता इस निर्णय से नाराज़ हैं, और वे सवाल उठा रहे हैं कि पुलिस क्या सच में न्याय सुनिश्चित कर रही है? इस प्रकार के मामलों में निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है, ताकि पीड़ित को उचित न्याय मिल सके।

समाप्ति विचार

इस प्रकार की घटनाएँ समाज में सुरक्षा और न्याय के मुद्दों को उजागर करती हैं। युवती के आरोप और पुलिस की कार्रवाई दोनों ही गंभीर चिंताओं का विषय हैं। हमें उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेगा और उचित कदम उठाएगा। Keywords: बड़ौली केस, युवती प्रेस कॉन्फ्रेंस, पुलिस कार्रवाई, हनीट्रैप नोटिस, गैंगरेप केस, हिमाचल पुलिस, न्याय प्रणाली, मानवाधिकार, सुरक्षा मुद्दे, बड़ौली आरोप

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