भास्कर अपडेट्स:के संजय मूर्ति होंगे भारत के नए नियंत्रक और महालेखा परीक्षक; मौजूदा CAG गिरीश चंद्र मुर्मू की जगह लेंगे

1989 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी के संजय मूर्ति को देश का नियंत्रक और महालेखा परीक्षक यानी CAG बनाया गया है। फिलहाल वे शिक्षा मंत्रालय में उच्च शिक्षा विभाग में सचिव हैं। वह जल्द ही कार्यभार ग्रहण करेंगे। संजय, मौजूदा CAG गिरीश चंद्र मुर्मू की जगह लेंगे। मुर्मू को अगस्त 2020 में सीएजी नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल 20 नवंबर को समाप्त हो रहा है। आज की बाकी बड़ी खबरें... एलन मस्क की स्पेस एक्स ने भारत का कम्युनिकेशन सैटेलाइट GSAT-N2 लॉन्च किया एलन मस्क की स्पेस एक्स ने भारत का कम्युनिकेशन सैटेलाइट GSAT-N2 लॉन्च कर दिया है। यह एलन मस्क के साथ देश का पहला कोलेबोरेशन है। स्पेस एक्स के फाल्कन-9 रॉकेट ने फ्लोरिडा के केप कैनवेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से उड़ान भरी थी। गौतरलब है कि GSAT-N2 1990 के बाद से अमेरिकी प्रक्षेपण यान से अंतरिक्ष में भेजा जाने वाला पहला ISRO अंतरिक्ष यान है, इससे पहले INSAT-1D प्रक्षेपित किया गया था। GSAT-N2 का वजन 4700 किलो है। यह जियो स्टेशनरी ट्रांसफर ऑर्बिट से भारत के यूजर्स को अगले 14 साल तक इन्हैंस्ड ब्रॉडबैंड सर्विस प्रदान करेगा। पढ़ें पूरी खबर...

Nov 19, 2024 - 03:40
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भास्कर अपडेट्स:के संजय मूर्ति होंगे भारत के नए नियंत्रक और महालेखा परीक्षक; मौजूदा CAG गिरीश चंद्र मुर्मू की जगह लेंगे
1989 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी के संजय मूर्ति को देश का नियंत्रक और महालेखा परीक्षक यानी CAG बनाया गया है। फिलहाल वे शिक्षा मंत्रालय में उच्च शिक्षा विभाग में सचिव हैं। वह जल्द ही कार्यभार ग्रहण करेंगे। संजय, मौजूदा CAG गिरीश चंद्र मुर्मू की जगह लेंगे। मुर्मू को अगस्त 2020 में सीएजी नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल 20 नवंबर को समाप्त हो रहा है। आज की बाकी बड़ी खबरें... एलन मस्क की स्पेस एक्स ने भारत का कम्युनिकेशन सैटेलाइट GSAT-N2 लॉन्च किया एलन मस्क की स्पेस एक्स ने भारत का कम्युनिकेशन सैटेलाइट GSAT-N2 लॉन्च कर दिया है। यह एलन मस्क के साथ देश का पहला कोलेबोरेशन है। स्पेस एक्स के फाल्कन-9 रॉकेट ने फ्लोरिडा के केप कैनवेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से उड़ान भरी थी। गौतरलब है कि GSAT-N2 1990 के बाद से अमेरिकी प्रक्षेपण यान से अंतरिक्ष में भेजा जाने वाला पहला ISRO अंतरिक्ष यान है, इससे पहले INSAT-1D प्रक्षेपित किया गया था। GSAT-N2 का वजन 4700 किलो है। यह जियो स्टेशनरी ट्रांसफर ऑर्बिट से भारत के यूजर्स को अगले 14 साल तक इन्हैंस्ड ब्रॉडबैंड सर्विस प्रदान करेगा। पढ़ें पूरी खबर...

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