मिड-डे मील बनाने वाली की बेटी ने किया जिला टॉप:हाईस्कूल में दिशा के आए 93.67 प्रतिशत अंक, दो भाई-बहनों में सबसे बड़ी

मुजफ्फरनगर के सोरम गांव की दिशा प्रजापति ने हाई स्कूल की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने 93.67 प्रतिशत अंक हासिल कर जिले में पहला स्थान प्राप्त किया है। दिशा के माता-पिता सामान्य परिवार से हैं। उनकी मां गीता एक स्कूल में मध्याह्न भोजन बनाने का काम करती हैं। पिता कपिल प्रजापति निजी स्तर पर पशु चिकित्सा का काम करते हैं। दिशा के पिता हाई स्कूल में फेल हैं और मां आठवीं पास हैं। दो भाई-बहनों में दिशा सबसे बड़ी हैं। एएनएस राहुल सिंह आरआईसी इंटर कॉलेज शाहपुर के शिक्षकों और प्रबंधन ने दिशा की इस उपलब्धि पर खुशी जताई है। स्कूल प्रबंधन ने दिशा को 51 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया है। दिशा ने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। वह इंजीनियर बनना चाहती हैं और इस सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं। संसाधनों की कमी के बावजूद दिशा ने यह सफलता हासिल की है, जो अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

Apr 25, 2025 - 22:59
 64  6829
मिड-डे मील बनाने वाली की बेटी ने किया जिला टॉप:हाईस्कूल में दिशा के आए 93.67 प्रतिशत अंक, दो भाई-बहनों में सबसे बड़ी
मुजफ्फरनगर के सोरम गांव की दिशा प्रजापति ने हाई स्कूल की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। उन

मिड-डे मील बनाने वाली की बेटी ने किया जिला टॉप

हाईस्कूल के परीक्षा परिणामों में एक नई प्रेरणा की कहानी उभरकर सामने आई है। मिड-डे मील बनाने वाली एक महिला की बेटी ने अपनी मेहनत और लगन के बल पर अपने जिले में टॉप किया है। दिशा ने अपने हाईस्कूल की परीक्षा में 93.67 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, जो न केवल उसकी मेहनत का प्रमाण है, बल्कि उसकी प्रेरणादायक यात्रा भी है।

दिशा की प्रेरणा और संघर्ष

दिशा, जो दो भाई-बहनों में सबसे बड़ी है, ने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति के बावजूद शिक्षा में उच्चतम मापदंडों को स्थापित किया है। उसकी माँ, जो एक मिड-डे मील बनाने वाली हैं, ने दिशा को हमेशा उच्च शिक्षा के महत्व के बारे में समझाया। दिशा की यह उपलब्धि न केवल उसके लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है।

परिवार और समाज का समर्थन

दिशा के परिवार और समुदाय ने उसके इस सफर में बहुत योगदान दिया। उसके माता-पिता ने कठिनाईयों का सामना करते हुए उसका स्कूलिंग के प्रति समर्थन किया। समाज के दूसरे член भी दिशा की प्रेरणा को देखकर प्रभावित हुए हैं और उन्होंने बताया कि कैसे शिक्षा से जीवन में बदलाव आते हैं।

अभिभावकों के लिए एक संदेश

दिशा की सफलता यह दर्शाती है कि अभिभावक अपने बच्चों के सपनों को साकार करने में एक अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्हें चाहिए कि वे अपने बच्चों को शिक्षा देने की दिशा में पर्याप्त समर्थन दें। दिशा की माँ की मेहनत और समर्पण का परिणाम आज सभी के सामने है।

इस कहानी के माध्यम से हम सभी को प्रेरणा मिलती है कि शिक्षा एक ऐसी कुंजी है, जो किसी भी व्यक्ति का भविष्य बदल सकती है। दिशा ने दिखाया है कि मेहनत और लगन से कोई भी अपने सपने को सच कर सकता है।

News by indiatwoday.com Keywords: दिशा हाईस्कूल में टॉप, मिड-डे मील, शिक्षा में सफलता, बेटी ने जिला टॉप किया, 93.67 प्रतिशत अंक, प्रेरक कहानी, माता-पिता का योगदान, अभिभावकों के लिए संदेश, बच्चों की शिक्षा, ग्रामीण परिवार की सफलता

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow