मुजफ्फरनगर में डेंगू के 117 मरीज:मलेरिया के मरीज की मेरठ में मौत, पंजाब में कपड़े की फेरी लगाता था

शहर के मिमलाना रोड निवासी मलेरिया के पीड़ित की मेरठ के सुभारती हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। जिले में मलेरिया एक्टिव मरीजों की संख्या चार हो गई है। डेंगू पीड़ितों की संख्या भी 117 पर पहुंच गई है। शहर कोतवाली क्षेत्र के मिमलाना रोड निवासी युवक पिछले दिनों पंजाब में रहकर कपड़े की फेरी लगाने का काम करता था। बुखार से पीड़ित होने पर परिजनों ने पंजाब में ही चिकित्सक से दवा दिलाई। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने पर परिजन उसे मेरठ लेकर पहुंचे और सुभारती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह ने बताया कि मेरठ में उपचार के दौरान मरीज की मौत हो गई। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम मिमलाना रोड जाएगी और मृतक के परिजनों की स्लाइड बनाकर जांच के लिए भेजी जाएगी। शामली, पानीपत और मेरठ में चला उपचार जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि मेरठ से शहर निवासी मरीज के मलेरिया से पीड़ित होने के बाद उपचार की जानकारी मिली थी। 26 अक्तूबर को मरीज को बुखार आया, 30 अक्तूबर को शामली में भर्ती कराया गया था। लेकिन हालत में सुधार न होने के कारण 31 अक्तूबर को उसे पानीपत ले जाया गया। जहां से उसे तीन नवंबर को मेरठ लाकर सुभारती हास्पिटल भर्ती कराया गया। जहां शनिवार सुबह उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। डेंगू और मलेरिया से बचाव को ये बरतें सावधानी जिला अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. योगेन्द्र त्रिखा का कहना है कि डेंगू-चिकनगुनिया हो या मलेरिया, इन सभी से बचाव को लेकर लगातार अलर्ट रहने की आवश्यकता है। मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनना, मच्छर भगाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करना और यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि घरों और समुदायों के आस-पास पानी जमा न हो। इस तरह कर सकते हैँ बचाव - पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें - सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। - मच्छरों के पनपने के स्थानों को खत्म करें। - घर के आस-पास साफ़-सफ़ाई रखें। - पानी के सभी बर्तनों को ढककर रखें। - मच्छर भगाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करें।

Nov 10, 2024 - 11:25
 0  501.8k
मुजफ्फरनगर में डेंगू के 117 मरीज:मलेरिया के मरीज की मेरठ में मौत, पंजाब में कपड़े की फेरी लगाता था
शहर के मिमलाना रोड निवासी मलेरिया के पीड़ित की मेरठ के सुभारती हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। जिले में मलेरिया एक्टिव मरीजों की संख्या चार हो गई है। डेंगू पीड़ितों की संख्या भी 117 पर पहुंच गई है। शहर कोतवाली क्षेत्र के मिमलाना रोड निवासी युवक पिछले दिनों पंजाब में रहकर कपड़े की फेरी लगाने का काम करता था। बुखार से पीड़ित होने पर परिजनों ने पंजाब में ही चिकित्सक से दवा दिलाई। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने पर परिजन उसे मेरठ लेकर पहुंचे और सुभारती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जिला मलेरिया अधिकारी अलका सिंह ने बताया कि मेरठ में उपचार के दौरान मरीज की मौत हो गई। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम मिमलाना रोड जाएगी और मृतक के परिजनों की स्लाइड बनाकर जांच के लिए भेजी जाएगी। शामली, पानीपत और मेरठ में चला उपचार जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि मेरठ से शहर निवासी मरीज के मलेरिया से पीड़ित होने के बाद उपचार की जानकारी मिली थी। 26 अक्तूबर को मरीज को बुखार आया, 30 अक्तूबर को शामली में भर्ती कराया गया था। लेकिन हालत में सुधार न होने के कारण 31 अक्तूबर को उसे पानीपत ले जाया गया। जहां से उसे तीन नवंबर को मेरठ लाकर सुभारती हास्पिटल भर्ती कराया गया। जहां शनिवार सुबह उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। डेंगू और मलेरिया से बचाव को ये बरतें सावधानी जिला अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ. योगेन्द्र त्रिखा का कहना है कि डेंगू-चिकनगुनिया हो या मलेरिया, इन सभी से बचाव को लेकर लगातार अलर्ट रहने की आवश्यकता है। मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनना, मच्छर भगाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करना और यह सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि घरों और समुदायों के आस-पास पानी जमा न हो। इस तरह कर सकते हैँ बचाव - पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें - सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। - मच्छरों के पनपने के स्थानों को खत्म करें। - घर के आस-पास साफ़-सफ़ाई रखें। - पानी के सभी बर्तनों को ढककर रखें। - मच्छर भगाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करें।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow