सभी शिक्षक फार्मल ड्रेस में ही विद्यालय आयेंगे:डीएम बोले- हम सभी को मिलकर शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना है

सिद्धार्थनगर जिले के ब्लाक संसाधन केंद्र लोटन में एक ब्लाक स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर ने की। इस दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय भी उपस्थित रहे। कार्यशाला में डीएम ने शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए और शिक्षा, चिकित्सा को सुधारने को जनपद की समस्याओं को हल करने का जरिया बताया। डीएम डॉ. राजा गणपति आर ने कहा कि हम सभी को मिलकर शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षा और चिकित्सा ठीक होती है, तो जनपद की अधिकांश समस्याएं हल हो सकती हैं। शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए उन्होंने विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर दिया, ताकि प्राइवेट स्कूलों के छात्र भी सरकारी विद्यालयों में पढ़ने के लिए प्रेरित हो सकें। डीएम ने स्पोर्ट्स ग्रांट में मिलने वाली धनराशि का उपयोग खेल सामग्री खरीदने में करने की बात कही ताकि बच्चों को खेलने के अवसर मिल सकें। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षकों को विद्यालयों में अतिरिक्त मेहनत करने की सलाह दी और निर्देश दिए कि सभी शिक्षक फार्मल ड्रेस में ही विद्यालय आएं, जीन्स और टी-शर्ट पहनकर स्कूल में नहीं आना चाहिए। बच्चों की उपस्थिति और सफाई पर विशेष ध्यान डीएम ने अभिभावकों को बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने और उन्हें उचित ड्रेस, जूते, मोजे पहनकर विद्यालय भेजने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं के सुधार पर भी ध्यान दिया गया। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में सभी कक्षाओं में टाइल्स लगाने के निर्देश दिए और यदि विद्यालय की छत टपक रही है तो उसकी मरम्मत करने के लिए भी कहा। निपुण सिद्धार्थनगर बनाने का लक्ष्य डीएम ने कहा कि उनका लक्ष्य जिले को "निपुण सिद्धार्थनगर" बनाना है, जिसके लिए हिंदी और गणित पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने सभी शिक्षकों से अपनी डायरी भरने और विषयवार तैयारी करने का आग्रह किया। एन.ए.टी. परीक्षा की तैयारी और एसओपी का पालन डीएम ने निर्देश दिया कि 29 नवम्बर को कक्षा 1 से 3 तक और 30 नवम्बर को कक्षा 4 से 8 तक के बच्चों का एन.ए.टी. परीक्षा आयोजित किया जाएगा। शिक्षक बच्चों को पूरी मेहनत से परीक्षा की तैयारी कराएंगे। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा ओ.एम.आर. शीट पर होगी और परीक्षाफल मुख्यमंत्री डैसबोर्ड पर अपलोड किया जाएगा। सभी शिक्षकों को उत्साहवर्धन और सहयोग का आह्वान डीएम ने सभी शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा में सुधार तभी संभव होगा, जब सभी शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन पूरी जिम्मेदारी से करेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि इस कार्य में सभी का सहयोग मिलेगा। कार्यशाला में खंड शिक्षा अधिकारी लोटन अशोक कुमार सिंह, एआरपी, विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

Nov 10, 2024 - 11:25
 0  501.8k
सभी शिक्षक फार्मल ड्रेस में ही विद्यालय आयेंगे:डीएम बोले- हम सभी को मिलकर शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना है
सिद्धार्थनगर जिले के ब्लाक संसाधन केंद्र लोटन में एक ब्लाक स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. राजा गणपति आर ने की। इस दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय भी उपस्थित रहे। कार्यशाला में डीएम ने शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए और शिक्षा, चिकित्सा को सुधारने को जनपद की समस्याओं को हल करने का जरिया बताया। डीएम डॉ. राजा गणपति आर ने कहा कि हम सभी को मिलकर शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि यदि शिक्षा और चिकित्सा ठीक होती है, तो जनपद की अधिकांश समस्याएं हल हो सकती हैं। शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए उन्होंने विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर दिया, ताकि प्राइवेट स्कूलों के छात्र भी सरकारी विद्यालयों में पढ़ने के लिए प्रेरित हो सकें। डीएम ने स्पोर्ट्स ग्रांट में मिलने वाली धनराशि का उपयोग खेल सामग्री खरीदने में करने की बात कही ताकि बच्चों को खेलने के अवसर मिल सकें। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षकों को विद्यालयों में अतिरिक्त मेहनत करने की सलाह दी और निर्देश दिए कि सभी शिक्षक फार्मल ड्रेस में ही विद्यालय आएं, जीन्स और टी-शर्ट पहनकर स्कूल में नहीं आना चाहिए। बच्चों की उपस्थिति और सफाई पर विशेष ध्यान डीएम ने अभिभावकों को बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने और उन्हें उचित ड्रेस, जूते, मोजे पहनकर विद्यालय भेजने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही विद्यालयों में मूलभूत सुविधाओं के सुधार पर भी ध्यान दिया गया। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में सभी कक्षाओं में टाइल्स लगाने के निर्देश दिए और यदि विद्यालय की छत टपक रही है तो उसकी मरम्मत करने के लिए भी कहा। निपुण सिद्धार्थनगर बनाने का लक्ष्य डीएम ने कहा कि उनका लक्ष्य जिले को "निपुण सिद्धार्थनगर" बनाना है, जिसके लिए हिंदी और गणित पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने सभी शिक्षकों से अपनी डायरी भरने और विषयवार तैयारी करने का आग्रह किया। एन.ए.टी. परीक्षा की तैयारी और एसओपी का पालन डीएम ने निर्देश दिया कि 29 नवम्बर को कक्षा 1 से 3 तक और 30 नवम्बर को कक्षा 4 से 8 तक के बच्चों का एन.ए.टी. परीक्षा आयोजित किया जाएगा। शिक्षक बच्चों को पूरी मेहनत से परीक्षा की तैयारी कराएंगे। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा ओ.एम.आर. शीट पर होगी और परीक्षाफल मुख्यमंत्री डैसबोर्ड पर अपलोड किया जाएगा। सभी शिक्षकों को उत्साहवर्धन और सहयोग का आह्वान डीएम ने सभी शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा में सुधार तभी संभव होगा, जब सभी शिक्षक अपने कर्तव्यों का पालन पूरी जिम्मेदारी से करेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि इस कार्य में सभी का सहयोग मिलेगा। कार्यशाला में खंड शिक्षा अधिकारी लोटन अशोक कुमार सिंह, एआरपी, विद्यालयों के प्रधानाध्यापक और अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow