यातायात माह में भी कम नहीं हुए हादसे:बिजनौर में एक महीने में 30 से ज्यादा मौत, 924 वाहनों का चालान
जिले में 1 नवंबर से 30 नवंबर तक चल रहे यातायात माह के दौरान यातायात पुलिस लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। यातायात माह के तहत जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन, वाहन चालकों को यातायात नियमों के पालन के लिए प्रेरित किया जा रहा है और नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का चालान भी किया जा रहा है। इसके बावजूद, जिले में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। नवंबर माह में ही ढाई दर्जन से ज्यादा लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। यह आंकड़े यातायात माह के प्रयासों के बावजूद सड़क हादसों में कमी न आने की गंभीर स्थिति को उजागर करते हैं। यातायात माह के दौरान, यातायात पुलिस द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। दोपहिया वाहन चालकों को बिना हेलमेट और दो से अधिक सवारियों के साथ वाहन न चलाने की चेतावनी दी जा रही है। कार चालकों को ओवर स्पीडिंग, सीट बेल्ट न पहनने और वाहन को सही तरीके से चलाने के लिए निर्देशित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, गन्ने से भरे वाहनों पर रिफ्लेक्टर और पीछे लाल कपड़ा लगाने की सख्ती की जा रही है। वाहनों का किया जा रहा चालान पुलिस द्वारा नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का चालान भी किया जा रहा है। नवंबर माह में अब तक पुलिस ने 924 वाहनों का चालान किया और ₹20,500 का जुर्माना वसूला। इस दौरान 70 ट्रकों का चालान किया गया, जो सड़क किनारे अवैध रूप से खड़े थे, जबकि लकड़ी ढुलाई करने वाले दो ट्रैक्टरों का चालान कर एक डग्गामार बस को भी सीज किया गया। ओवर स्पीडिंग के लिए 56 वाहनों का चालान किया गया। सड़क सुरक्षा और जागरूकता की आवश्यकता हालांकि पुलिस और प्रशासन की ओर से नियमों के उल्लंघन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है, लेकिन सड़क हादसों में हो रही लगातार वृद्धि यह दर्शाती है कि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता में अभी और सुधार की आवश्यकता है। सड़क हादसों में हो रही मौतों और घायलों की बढ़ती संख्या से यह स्पष्ट होता है कि केवल जुर्माने और चेतावनियों से स्थिति में सुधार नहीं होगा, बल्कि यातायात नियमों की सख्ती से पालन और अधिक प्रभावी जन जागरूकता अभियानों की जरूरत है।
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